प्रदेश किसे कहते हैं, ये कितने प्रकार के होते हैं। किन द्रव्यों के कौन-कौन से प्रदेश होते हैं इनका वर्णन इस अध्याय में है ।
1. प्रदेश किसे कहते हैं?
एक परमाणु आकाश का जितना स्थान घेरता है, वह प्रदेश कहलाता है । (गो.जी.,591)
2. प्रदेश कितने प्रकार के होते हैं ?
प्रदेश तीन प्रकार के होते हैं । चल, अचल और चलाचल ।
3. किन - किन द्रव्यों में कैसे-कैसे प्रदेश होते हैं ?
मुक्त जीव, धर्म द्रव्य, अधर्मद्रव्य, आकाश और काल द्रव्य अचल हैं । उनके प्रदेश भी अचल हैं। रूपी जीव चलते हैं उनके प्रदेश तीन प्रकार के होते हैं। अयोग केवली अवस्था में प्रदेश अचल ही होते हैं। शेष जीवों के आठ प्रदेश अचल और शेष प्रदेश चल होते हैं । विग्रह गति में प्रदेश चल ही होते हैं । (गो.जी.जी., 592)
विशेष- व्यायाम के समय या दु:ख, परिताप आदि के समय जीव के आठ मध्यप्रदेश को छोड़कर शेष प्रदेश अस्थित(चल) होते हैं। शेष जीवों के स्थित (अचल) और अस्थित दोनों प्रकार के हैं । ( त .वा., 5/8/16)
4. सिद्ध परमेष्ठी के कैसे प्रदेश होते हैं ?
सिद्ध परमेष्ठी के प्रदेश अचल ही होते हैं । (त.वा., 5/8/16)
5. लोक के आठ प्रदेश कहाँ हैं ?
मेरु पर्वत के नीचे वज्र व वैडूर्य पटलों के बीच में चौकोर संस्थान रूप से अवस्थित आकाश के आठ प्रदेश लोक का मध्य है।
विशेष- लोकाकाश, अलोकाकाश के मध्य भाग में स्थित हैं, अतः जो अलोकाकाश के आठ मध्य के प्रदेश हैं, वे ही आठ प्रदेश लोकाकाश के भी मध्य प्रदेश बन जाते हैं, तथा सुदर्शन मेरु के नीचे ठीक मध्य में ये आठ प्रदेश स्थित है, अत: सुमेरु का मध्य भी इन आठ प्रदेशों पर ही होता है। (त्रि.सा., हिन्दी पृष्ठ,8)
6. क्षेत्र परिवर्तन का प्रारम्भ कहाँ से होता है ?
क्षेत्र परिवर्तन का प्रारम्भ गोस्तनाकार इन आठ मध्य के प्रदेशों से होता है । जघन्य अवगाहना वाला सूक्ष्म निगोदिया जीव अपने आठ मध्य के प्रदेशों को इन आठ मध्य प्रदेशों पर स्थापित कर जन्म लेता है। जितने आकाश प्रदेशों को वह रोकता है उतनी ही बार अपने आठ मध्य प्रदेशों को इन पर स्थापित कर जन्म लेता है । (त्रि.सा., हिन्दी पृ. 8 )
7. मनुष्यों में आठ अचल प्रदेश कहाँ स्थित हैं ?
मनुष्यों में आठ अचल प्रदेश नाभि के नीचे स्थित हैं ।
8. मरण समय दूसरे शरीर को धारण करने के काल में जीव पूर्व स्थान को छोड़कर अन्य स्थान में जन्म लेता है तब तो यह मध्य के आठ प्रदेश चल होते होंगे ?
नहीं, क्योंकि विग्रह गति में अर्थात् भवान्तरगमन काल में आठ मध्यप्रदेश स्थित ही रहते हैं । अन्य प्रदेश चल रहते हैं ।
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जीवन एक
1. जीवन एक अवसर है | -उसे खोइए मत। |
2. जीवन एक चुनौती है | -उसका सामना कीजिए । |
3. जीवन एक सफर है | -उसको पूरा कीजिए । |
4. जीवन एक वरदान है | -उसे स्वीकार कीजिए । |
5. जीवन एक पहेली है | -उसे सुलझाइए । |
6. जीवन एक कथा है | -उसे सुनिए । |
7. जीवन एक संघर्ष है | -उससे द्वन्द्व कीजिए । |
8. जीवन एक अनुराग है | -उसका अनुभव कीजिए । |
9. जीवन एक आत्मा है | -उसका बोध कीजिए । |
10. जीवन एक कटु सत्य है | -उससे संघर्ष कीजिए । |
11. जीवन एक दु:ख है | -उसे भोगिए । |
12. जीवन एक अनुभव है | -उसे सोचिए, समझिए । |