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नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

जिस दिन दान दो उस दिन की तिथि को लिखकर रखना चाहिए* 


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घाटोल 26/11/2023

 

*व्रत, तप ,दान, पूजा आदि यह सभी प्रकार के दुखों को नष्ट करने में कारण है*

 

 *ओम का जो ध्यान करता है चिंतन, मनन करता है वह ऊचाईयो पर पहुंचता है* 

 

 *जिस दिन दान दो उस दिन की तिथि को लिखकर रखना चाहिए* 

 

श्री दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर हेरो डेम घाटोल जिला बांसवाड़ा राजस्थान मे परम पूज्य सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ,मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज, मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में एवं ब्र तरुण भैया इंदौर के निर्देशन में 26 नवंबर 2023 रविवार को मांगलिक क्रियाएँ की गई इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि तिथियों का बहुत महत्व है, व्रत, तप ,दान, पूजा आदि यह सभी प्रकार के दुखों को नष्ट करने में कारण है, ओंकार ध्वनि महत्वपूर्ण है, ओम का जो ध्यान करता है चिंतन, मनन करता है वह ऊचाईयो पर पहुंचता है,ओम बीजाक्सर पापों का नाश करने वाला है, अक्षय तृतीया तिथि दान दिवस के रूप में प्रसिद्ध हो गई जिस दिन दान दो उस दिन की तिथि को लिखकर रखना चाहिए, जिस दिन आपके घर पर अतिथि साधु आते हैं वह तिथि विशेष हो जाती है, जिसकी आने जाने की तिथि निश्चित नहीं रहती है वह अतिथि होता है, अतिथियों के लिए आहार, अभय,शास्त्र ,औषधि दान करें, कुशल कार्यों में अनादर करना प्रमाद है, पंचकल्याणक के चौथे चरण के पात्र चयन में इनको सौभाग्य प्राप्त हुआ *माहेंद्र इंद्र* जोधावत धनपाल ,लोकेश कुमार *ब्रह्म इंद्र* सेठ राजेश कुमार *ब्रह्मोत्तर इन्द्र* 

उकावत श्री सुंदर लाल, राजेश कुमार ,पंकज कुमार, मनोज कुमार ,श्रीमती लीला देवी, श्रीमती रीना देवी, श्रीमती मोनिता, मुदित, सौम्य परिवार *कापिष्ट इंद्र* मुंगाणिया महिपाल ,किशनलाल परिवार *प्राणत इंद्र* श्री सेठ राजमल नगर सेठ अविनाश कुमार परिवार को प्राप्त हुआ कमेटी ने बताया कि अहिंसा मंदिर हेरो डैम में 29 दिसंबर को प्रातः 8 बजे परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का 51 वां आचार्य पद आरोहण दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा

 11 से 16 दिसंबर तक होने वाले पंचकल्याणक महामहोत्सव का कार्यक्रम इस प्रकार होगा

11 दिसंबर को प्रातः 8 बजे घटयात्रा ,ध्वजारोहण गर्भ कल्याणक पूर्व रूप, 12 दिसंबर को गर्भ कल्याणक उत्तर रूप ,13 दिसंबर को जन्म कल्याणक एवं पिच्छिका परिर्वतन समारोह दोपहर 1 बजे ,14 दिसंबर को तपकल्याणक, 15 दिसंबर को ज्ञानकल्याणक, 16 दिसंबर को मोक्षकल्याणक एवं श्री जी की विशाल शोभायात्रा एवं 900 वर्ष प्राचीन श्रीवासुपूज्य भगवान नवीन रजत वेदी गर्भ ग्रह में विराजमान होंगे एवं 3 नवीन वेदियो में प्रतिमाएं विराजमान होगी एवं श्री आदिनाथ मंदिर में नवीन मानस्तंभ में प्रतिमाएं विराजमान होंगी

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