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मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

करोड़ों की संपत्ति चरणों में खेलेगी....


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घाटोल 13/ 07 /2023

*करोड़ों की संपत्ति चरणों में खेलेगी*

।:-मुनि श्री*

 

श्री वासूपूज्य दिगंबर जैन मंदिर घाटोल ज़िला बांसवाड़ा (राजस्थान) में 13 जुलाई 2023 गुरुवार को मांगलिक क्रियाए सम्पन्न हुई इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

 *मुनि श्री भाव सागर जी ने कहा कि अपने लिए तो सभी जीते है ,लेकिन अपने साथ साथ जो दूसरों को सुख सुविधा का ख्याल रखते है उनके लिए जीते है वे सामाजिक प्राणी कहलाते है, जो हमसे गुणों में अधिक है उनको देखकर हमारे चेहरे खिल जाए, धर्म व्यापार नहीं है ,कोई मेरी सहायता करे तो में उसकी सहायता करू इस प्रकार की भावना जब हमारे चित्त में उदित होती है तब वह धर्म न रहकर वह व्यापार बन जाता है ,जब तक नफरत का एक छोटा सा बीज भी किसी के प्रति हमारे चित्त में रहेगा तब तक समाजवाद नही आ सकता , संसार बहुत बड़ा है इसमें जीना आसान नहीं है आसान हो सकता है उनके लिए जो कुछ बर्दाश्त करके जीते हैं और कुछ नजरअंदाज करके ,मेरा मेरा है तेरा तेरा है तुझे संतोष नहीं तो तेरा तेरा है मेरा भी तेरा है हकीकत ये है ना कुछ मेरा है ना तेरा है चिड़िया रैन बसेरा है सुबह शाम का डेरा है ,पैसे के पीछे परिणामों को नहीं बिगाड़ना पैसा हाथ का मैल है पैसा बहुत कुछ है पर सब कुछ नहीं, पुण्य होगा तो करोड़ों की संपत्ति चरणों में खेलेगी , जो आनंद मित्र बनकर जीने में आता है वह आनंद दुश्मन बन कर जीने में नहीं आता, परस्पर उपकार की भावना रखने वालों के सभी कार्य स्वयं सिद्ध हो जाते हैं, अपने भी पराए हो जाते हैं जब हमारा मन संर्कीण हो जाता है, जो अपने अंदर विशालता ,उदारता, गंभीरता और सहनशीलता रखता है वही अच्छा माना जाता है। 

मुनि श्री धर्म सागरजी महाराज ने

भक्तामर स्त्रोत की व्याख्या करते हुए बताया कि भक्ति करने से कर्म नष्ट हो जाते हैं 

 ।मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज ने छहढाला ग्रंथ की व्याख्या करते हुए कहा कि बचपन में ज्ञान नहीं रहने से अच्छे बुरे का ज्ञान नहीं रहता है, जब माता-पिता ही संस्कारवान नहीं हो तो बच्चों को कैसे संस्कार देंगे, श्री विमल सागर जी महाराज ने प्रश्नोत्तर रत्न मालिका ग्रंथ की व्याख्या करते हुए कहा कि रोटी ना मांगो रोटी बनाओ फिर खिलाओ फिर खाओ फिर खिल खिलाओ अतिथि के लिए एक हिस्सा रखना चाहिए

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