विवाह विषय पर संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी के विचार
- विवाह संसार की वृद्धि में मूल कारण है।
- विवाह संतान की उत्पति के लिए, कुल परम्परा चलाने के उद्देश्य के लिए होना चाहिए, वासना की पूर्ति के लिए नहीं, वरन् संसार की परम्परा कभी समाप्त नहीं होगी |
- एक बच्चे (चारुदत्त) को विवाहित करने के चक्कर में शौच कूप तक भेज दिया, यह है, मोही बंधुओं की दशा।
Edited by admin