दुःख विषय पर संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी के विचार
- यदि आप दु:ख भोगना नहीं चाहते हो तो, जिससे दु:ख होता है, ऐसे कार्य करना छोड़ दो।
- जब आप दुख से डरते हो तो जहाँ दु:ख है वहाँ क्यों जाते हो ?
- दु:ख से डरने से दुख नहीं छूटेगा, बल्कि दुख के कारण छोड़ देने पर दु:ख स्वतः ही छूट जाता है।