Report गुरु मार्ग में - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ३१ In आचार्य श्री विद्यासागर जी द्वारा हायकू छन्द और आपकी समझ A group blog by टीम विद्यासागर डॉट गुरु in General Posted January 18, 2019 गुरू जो होते हैं वो हवा के जैसे हमें रास्ता बताते हैं जिस प्रकार हवा का रुक्ह हमें रास्ता बताता हैं उसी प्रकार गुरू हमारे जीवन में रास्ता बताते हैं जो की अदृश्य होता हैं गुरू के द्वारा बताया गया रास्ता केवल तभी समझ आता हैं जब हम उस पर चलते हैं |
गुरु मार्ग में - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ३१
In आचार्य श्री विद्यासागर जी द्वारा हायकू छन्द और आपकी समझ
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गुरू जो होते हैं वो हवा के जैसे हमें रास्ता बताते हैं जिस प्रकार हवा का रुक्ह हमें रास्ता बताता हैं उसी प्रकार गुरू हमारे जीवन में रास्ता बताते हैं जो की अदृश्य होता हैं गुरू के द्वारा बताया गया रास्ता केवल तभी समझ आता हैं जब हम उस पर चलते हैं |