सन 2011 शाहपुरा भीटोनी में एक माइक्रोफाइनेंस कंपनी में कर्मचारी था।मेरा गुरु जी और सच्चे देव के प्रति राग बचपन से था ।नवीन जिनालय में श्री पार्श्वनाथ का दर्शन करके पर्युषण पर्व के पहले दिन मैने एकाशन किया (भाव शुद्धिपूर्वक ) उसी शुक्रवार की शाम से दो दिन की छुट्टी के लिए दमोह के लिए शाम के समय बाइक से मेरा खतरनाक एक्सीडेंट दमोह से 10km पहले हो गया मैं बेहोश हो गया ।फिर थोड़ी देर बाद गुरुजी का परोक्ष अशीष मिला और बड़े बाबा भी तो थे पास बस फटे हुए सिर पे रुमाल बंधा बड़े बाबा का जाप बोलती हुए स्वयं बाइक उठा कर चलाकर दमोह पहुंच गया छोटा क्लिनिक दिखा लेकिन डॉक्टर ने तुरंत सिटी हॉस्पिटल जाने को कहा उसके बाद गुरुजी के आशीर्वाद से सब ठीक हुआ 9 दिन एकाशन और अंतिम दिन बड़े बाबा के दर्शन उपवास के बाद वापिस शाहपुरा गया।लोगों ने कहा तुझे गुरुजी बचाया पर ऐसा तुम्हारे साथ हुआ क्यों मैने कहा मेरे मन था शुद्ध भोजन के साथ दस दिन एकाशन करना ऐसे तो छुट्टी में लेता नही इसलिए ये हुआ।जय हो बड़े बाबा छोटे बाबा