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मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

Pushpendra Jain Naindhara

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  1. ⛳?⛳?⛳?⛳?

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    दिवस आचार्य पदारोहण
    फिर एक पुरानी रचना आयी स्मरण
    जो है मेरे हृदय के बेहद करीब
    क्या अद्भुत था गुरु शिष्य समर्पण
    ????????

     आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज के पावन पुनीत चरणों में कोटिशः नमन_

    श्री ज्ञान सिन्धु के पावन
    चरणों में शीश नवाता
    लिखी महाज्ञान की इबारत
    लिखी महा त्याग की गाथा

     

    साहित्य साधना की है
    जीवन के हर पल क्षण में
    अपना उपयोग लगाया
    संस्कृत के संवर्धन में
    बिखरा साहित्य सहेजा
    साहित्य मनीषी ज्ञाता 
    लिखी महा त्याग की गाथा

     

    वो महाकवि महाज्ञानी
    साक्षात् हैं ज्ञान समन्दर
    लिखी कालजयी रचनायें
    सब एक से एक हैं बढ़कर
    जीवंत है उन कृतियों में
    गुरु विद्यासागर गाथा
    लिखी महा त्याग की गाथा

     

    चेतन में रमने वाले
    इस तन का इशारा समझे
    बोले विद्यासागर से
    सधे मेरी समाधी कैसे 
    अब अधिक सूर्य पद साधूँ
    नहीं मेरी ऐसी अवस्था 
    लिखी महा त्याग की गाथा

     

    मृदु भावी ज्ञान सिन्धु ने
    विद्या से किया निवेदन
    जैसा आगम कहता है
    करवाओ मेरा सल्लेखन
    निर्लोभी विद्या मुनि ने 
    दिखलाई अपनी लघुता 
     लिखी महा त्याग की गाथा

     

    जब देखी ज्ञान जोहरी ने 
    निस्पृही हीरे की मनाही 
    तब परम शिष्य विद्या से 
    अपनी गुरु दक्षिणा मंगाई
    तब विवश हुए मुनि विद्या
    झुका गुरु चरणों में माथा
    लिखी महा त्याग की गाथा

     

    गुरु चरण में गुरु दक्षिणा
    हर हाल में देनी होगी
    तब विद्या ने गुरुवर की
    पदवी स्वीकारी होगी
    तब महात्यागी की क्रिया
    नत हो गया सबका माथा 
    लिखी महा त्याग की गाथा

     

    अपने सिंघासन पर फिर
    विद्या गुरुवर को बिठाया
    उनसे नीचे खुद बैठे 
    नव गुरु को शीश नवाया 
    मन मोह मान के मर्दन 
    की दिखलाई पराकाष्ठा
    लिखी महा त्याग की गाथा

     

    जिसने भी देखा सुना था 
    हर आँख से छलका पानी 
    ऐसे निर्लोभी निस्पृही
    विद्याज्ञान की अमर कहानी
    इसलिए ये शिरोमणि हैं 
    ये पुष्प झुकाए माथा
    लिखी महा त्याग की गाथा

    तर्ज़- ऐ मेरे वतन के लोगो
     
    ✍?शब्दांकन एवं भावाभिव्यक्ति✍?
    ??पुष्पेन्द्र जैन नैनधरा??

    विशेष – 05/11/2017 (मार्ग शीर्ष कृष्ण दूज)

    इस सदी के असाधारण संत महाकवि संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का आचार्य पदारोहण दिवस हैं । आओ हम सब मिलकर यही भावना भायें उनके कर कमलों से इस धरती पर श्रमण दीप प्रज्वलित होते रहें ।

    ? पुण्योदय विद्यासंघ ?

     

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