Report पत्र क्रमांक - ९१ मुनि बनने के बाद भी परीक्षा से पीछा नहीं छुटा In अंतर्यात्री महापुरुष - प्रस्तुति क्षुल्लक श्री धैर्यसागरजी Posted March 15, 2018 धन्य है आचार्य श्री जी का जीवन जिनको आचार्य ज्ञानसागर जी महाराज जी जैसे गुरु मिले और हमको आचार्य श्री जी के जैसे गुरु मिले । बारंबार नमोस्तु -३ आचार्यजी
पत्र क्रमांक - ९१ मुनि बनने के बाद भी परीक्षा से पीछा नहीं छुटा
In अंतर्यात्री महापुरुष - प्रस्तुति क्षुल्लक श्री धैर्यसागरजी
Posted
धन्य है आचार्य श्री जी का जीवन जिनको आचार्य ज्ञानसागर जी महाराज जी जैसे गुरु मिले और हमको आचार्य श्री जी के जैसे गुरु मिले । बारंबार नमोस्तु -३ आचार्यजी