वधशाला के सन्दर्भ में कोई कहता है इस क्षेत्र के बाहर हो,कोई कहता है नगर के बाहर हो, कोई कहता है मध्यप्रदेश से बाहर हो, परन्तु धर्म कहता है कि सम्पूर्ण भारत हमारा है, हिंसा इससे बाहर होनी चाहिए। मध्यप्रदेश भारत का हृदय है और इसके ऊपर, नीचे, आगे, पीछे सब जगह भारत राष्ट्र है जिसमें अहिंसा का पालन करना हम सभी का दायित्व है। भारतीय संस्कृति के महापुरुष राम के आर्दशों से हमें प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। उन्होंने जो दायित्वों का निर्वहन किया है वो प्रेरणादायक है। अपने कर्तव्यों का पालन धुआँधार तरीके से कीजिए, न फल की चिंता कीजिए, न परिणाम की; तभी राम राज्य का सपना पूर्ण हो सकेगा। मुँह में राम बगल में छुरी नहीं होना चाहिए।
-४ सितम्बर २०१६, रविवार, भोपाल