किसान आज पूरा कर्म करने के बाद भी दु:खी क्यों है; इस पर विचार करने की जरूरत है। आज इण्डिया की नहीं, प्राचीन भारत की कृषि को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है। आज श्रमिक का जो शोषण हो रहा है सरकार को उसे रोकने के लिए सार्थक कदम उठाना चाहिये। तभी एक अच्छे समाज की कल्पना को सार्थक किया जा सकता है। आज समाज शेयर बाजार के चक्कर में आगे बढ़ रहा है और देश को पीछे कर रहा है।
-२ अक्टूबर २०१६, भोपाल