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नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
अंतरराष्ट्रीय मूकमाटी प्रश्न प्रतियोगिता 1 से 5 जून 2024 ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
  • शरण-चरण

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    धवलिमा सी

    छवि धारती

    मृदुल-मृदुलतम

    सकल दलों सहित ।

    मम चेतना कुमुदिनी

    विकास ह्रास उल्लास में…

     

    आपके

    शुभ्र-शुक्ल

    अतुलनीय कमनीय

    वर्तुलीय

    विमल निर्मल

    शीतल

    मुख मण्डल से

    पराजित हुआ

    लज्जित हुआ

    पूर्ण चन्द्र भी

    चूर-चूर हो

    अशरण हो

     

    आपके

    तारण-तरणों

    चरणों में

    शरणाभिलाषी

    दिन-रात...

    सेवारत

    नखावलि के मिष !

    कारण है !

    हे! जगदीश !

    सकलज्ञ धीश !


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