आगरा, 25/02/24, अचार्यश्री कहीं नहीं गये, वे हमारे दिल में हैं, उनका जीवन ही समयसार था, उनके द्वारा रचित मूकमाटी ग्रन्थ, जिस पर अब तक 52 से भी अधिक PHD.भी हो चुकीं है, में उन्होने बहत पहले आत्मा के एकत्व भाव का रहस्य उजागर कर दीया था और अन्त तक वही जीवन उन्होंने जीया! इस प्रकार के उद्गगार श्री महावीर दिगम्बर जैन मन्दिर कमलानगर मे आयोजित विनयांजली सभा में वक्ताओं ने कीये!
खचाखच भरी सभा को मन्दिर अध्यक्ष ट्रस्टी .व लोकोदय तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के परमशिरोमणी महामहिम ट्रस्टी श्री प्रदीप जैन PNC, ट्रस्टी श्री शिखरचन्द जैन, आगरा दिगम्बर जैन परिषद के अध्यक्ष श्री जगदीश प्रसाद जैन, लोकोदय तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के परमशिरोमणी महामहिम ट्रस्टी श्री रूपेश जैन,श्री राकेश जैन बजाज श्रीमती अमिता शास्त्री,श्रीमती विमला जैन श्रीमती माधुरी जैन अहिंसा, श्रीमती सलोनी जैन PNC, श्रीमती ममता जैन बांकलीवाल,श्रीमती रश्मी जैन गोयल ने सम्बोधित कीया एवं अपनी भावपूर्ण विनयांजली अर्पित की! कार्यक्रम का मंगलाचरण श्रीमती विमलेश जैन ने व संचालन ट्रस्टी श्री मनोज कुमार जैन ने कीया!
विन्यांजली सभा में करहल दि जैन परिषद के अध्यक्ष श्री राहुल जैनप लोकोदय तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के शिरोमणी महामहिम ट्रस्टी श्री नरेन्द्र जैन, मन्दिर व्यवस्था कमेटी के सर्वश्री अनिल जैन रईस, अनिल जैन FCI, सुभाष जैन बंटी, नरेश जैन, महेश जैन, मनोज बूरा ,संजय जैन शास्त्री समेत सैंकडों लोग उपस्थित रहे! अन्त में आचार्य श्री के कट आउट के समक्ष 36 दीपकों से आरती की गयी आज संध्या को 7.30 से भक्तामर दीपविधान का भी आयोजन कीया गया है!
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