परम पूज्य आचार्य भगवन श्री विद्यासागर जी महाराज एवं परम प्रभावक शिष्य पूज्य मुनिश्री प्रमाण सागर जी महाराज के मंगल मिलन पर अभिव्यक्ति
दीक्षा प्रदाता विद्या चरण में,
सिंधु प्रमाण विराट चले
चलो देखने स्वर्णिम अवसर,
अपने नैन धन्य करले
बेला आई गुरु दर्शन की,
देखों ख़ुशी से भरे हैं ठाठ
विद्या गुरु के चरण पखारें,
मुनिवर पूज्य प्रमाण विराट
16 वर्षों बाद समय ने,
योग बनाया है चौखा
गुरु दर्शन के संग मिलेगा,
पद प्रक्षालन का मौका
पाँव छिले पर नियत नियम से,
अविरल पथ पर गमन किया
गुरु आशीष सुधामृत पाने,
गुरु पथ में ही रमण किया
सिद्धोदय की सिद्ध भूमि श्री,
रेवा तट नेमावर में
गुरु शिष्य का पुष्प मिलन हो,
विद्या वाटिका उपवन में
पुष्पेन्द्र जैन नैनधरा सागर