Jump to content
नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
अंतरराष्ट्रीय मूकमाटी प्रश्न प्रतियोगिता 1 से 5 जून 2024 ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
  • ये सागर से गहरे हिमालय से ऊँचे

       (1 review)

    ये सागर से गहरे हिमालय से ऊँचे

    इन्हें कौन बाँधे इन्हें कौन रोके

    चंचल हवाओं के हैं ये झौंके

    इन्हें कौन बांधे इन्हें कौन रोके

    ये सागर..................

     

    ये मलप्पा जी के राज दुलारे

    मातु श्री जी की आँखों के तारे-2

    जिसे माँ की ममता नहीं रोक पाये।

    इन्हें........................ 

     

    मुस्कान से जिनकी खिल जाएं कलियां

    चरण जिनके बतलाएं जन्नत की गलियां-2

    ये बहती हुई नदी के किनारे

    इन्हें......................

     

    ये कुन्द-कुन्द गुरु के हैं कुंदन

    लगते हैं जैसे हों त्रिशला के नंदन-2

    ये सबके मन मंदिर में समाये

    इन्हें.....................

     

    ये ईश्वर या उनकी जादूगरी है।

    महावीर सी इनमें करुणा भरी है-2

    ये राग-द्वेष को छोड़ चुके हैं।

    इन्हें....................


    User Feedback

    Create an account or sign in to leave a review

    You need to be a member in order to leave a review

    Create an account

    Sign up for a new account in our community. It's easy!

    Register a new account

    Sign in

    Already have an account? Sign in here.

    Sign In Now

    Shubh0911

      

    इसका मुझे ऑडियो चाहिए अजय अहिंसा कृत

    Link to review
    Share on other sites


×
×
  • Create New...