ओ मेरे गुरुवर, हम सबके प्रभुवर
अँगना में फिर आजा रे-2
तुमने हमको हजारों ख्वाब दिये
आशाओं के दियों को हाथ लिये
हमने सोचा यही कब ये रंग लायेगी
ये जमीं आसमां फिर से खिल जायेगी
किसके दम पे चलेगा मेरा आँगना
ओ मेरे.................
मेरे जीवन में तुमने खुशियाँ भरी
तुमको देखा तो आँखो को राहत मिली
तुम जो दूर गये, आँखो आँसू बहे
तुम जो आये यहाँ फिर से महका समां
गुरु की चरणों की छांव में रहना सदा
ओ मेरे.................
गीली मिट्टी को तुमने जो कप दिया
अपने नाम से हमको भी जोड़ लिया
ये जो बिटिया तेरी प्रण लेगी यही
जो कहा तूने ही हम करेंगें वही
ख्वाब पूरा करेंगे इक दिन यही ।
ओ मेरे...................