हर क्षण हर पल हर दम
आशीष रहे तेरा।
गुरुवर बस ये चाहूँ,
मिट जाये भव फेरा
हर क्षण.................
मेरे मन मंदिर में, तस्वीर रहे तेरी
तू दूर रहे पर क्या , तेरे पास नजर मेरी
अंतिम सांसों तक हो, सिर चरणों में मेरा
हर क्षण.........
मेरी मंजिल तुम ही हो, मेरे मंदिर तुम ही हो
हो मात पिता भाई, मेरी पूजा तुम ही हो
मैं अरज विनम्र करें, कल्याण करो मेरा
हर क्षण हर पल.....................