ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के आसन्न संकट के कारण संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) विश्व समुदाय को चेतावनी दे रहा है कि अगर मांसाहार नहीं त्यागा गया तो विश्व भीषण गर्मी से सभी बुरी तरह से प्रभावित होंगे. विश्व पटल पर जियो और जीने दो का सन्देश प्रासंगिक हो रहा है. कई देश शाकाहार/वेगान की और उन्मुख हो रहे है. आस्ट्रेलिया में meatless holidays मनाये जारहे हैं. चीन में मुटापा, केंसर, मधुमेह के बढ़ने के कारण मांसाहार की ५०% कटोती करदी है, US, UK, जर्मनी, फ़्रांस आदि देशों में शाकाहारियों के संख्या बढती जा रही है, तो फिर हम क्यों मांसाहार/माँस-व्यापार को बढ़ावा दे दुनिया में प्रथम स्थान पाने की होड़ में हैं ? विदेशों में प्राणीरक्षा के लिए वातावरण अनुकूल है. जैन दर्शन ही विश्व को सही राह दिखा सकता है. जिसे आज की भाषा में पर्यावरण संरक्षण कहा जा रहा है वह महावीर का “जियो और जीने दो” का ही रूप है.
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का देश के नाम एक सन्देश
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In आचार्य श्री पर लेख
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ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के आसन्न संकट के कारण संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) विश्व समुदाय को चेतावनी दे रहा है कि अगर मांसाहार नहीं त्यागा गया तो विश्व भीषण गर्मी से सभी बुरी तरह से प्रभावित होंगे. विश्व पटल पर जियो और जीने दो का सन्देश प्रासंगिक हो रहा है. कई देश शाकाहार/वेगान की और उन्मुख हो रहे है. आस्ट्रेलिया में meatless holidays मनाये जारहे हैं. चीन में मुटापा, केंसर, मधुमेह के बढ़ने के कारण मांसाहार की ५०% कटोती करदी है, US, UK, जर्मनी, फ़्रांस आदि देशों में शाकाहारियों के संख्या बढती जा रही है, तो फिर हम क्यों मांसाहार/माँस-व्यापार को बढ़ावा दे दुनिया में प्रथम स्थान पाने की होड़ में हैं ? विदेशों में प्राणीरक्षा के लिए वातावरण अनुकूल है. जैन दर्शन ही विश्व को सही राह दिखा सकता है. जिसे आज की भाषा में पर्यावरण संरक्षण कहा जा रहा है वह महावीर का “जियो और जीने दो” का ही रूप है.