Jump to content
नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
अंतरराष्ट्रीय मूकमाटी प्रश्न प्रतियोगिता 1 से 5 जून 2024 ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

SAUMYA UKAWAT

Members
  • Posts

    180
  • Joined

  • Last visited

 Content Type 

Forums

Gallery

Downloads

आलेख - Articles

आचार्य श्री विद्यासागर दिगंबर जैन पाठशाला

विचार सूत्र

प्रवचन -आचार्य विद्यासागर जी

भावांजलि - आचार्य विद्यासागर जी

गुरु प्रसंग

मूकमाटी -The Silent Earth

हिन्दी काव्य

आचार्यश्री विद्यासागर पत्राचार पाठ्यक्रम

विशेष पुस्तकें

संयम कीर्ति स्तम्भ

संयम स्वर्ण महोत्सव प्रतियोगिता

ग्रन्थ पद्यानुवाद

विद्या वाणी संकलन - आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के प्रवचन

आचार्य श्री जी की पसंदीदा पुस्तकें

Blogs

Events

Profiles

ऑडियो

Store

Videos Directory

Posts posted by SAUMYA UKAWAT

  1. तलवाड़ा 6/12/2023

    🌴🪷☘️🌺☘️🌸।      

    *बिहार समाचार*

    🪷☘️🌺☘️🌸 

     *सर्वश्रेष्ठ साधक परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आज्ञानुवर्ती शिष्य*

    *पूज्य मुनि श्री विमलसागर जी महाराज* 

    पूज्य मुनि श्री अनंतसागर जी महाराज ,        

    पूज्य मुनि श्री भावसागर जी महाराज का बिहार होने के बाद

       

    *रात्रि विश्राम*

    06/12/2023 सेमलिया/ चिड़ियावासा (तलवाड़ा से 9 km)

     

    *आहारचर्या* 

    07/12/2023 सेनावासा ( तलवाड़ा से 18 km)

     

    *मंगल प्रवेश*

    08/12/2023 घाटोल जिला बांसवाड़ा (राजस्थान) 

     

    *विशेष जानकारी* 

    पंचकल्याणक महोत्सव घाटोल 11 से 16 दिसंबर 2023 तक जो होना है इसमें मुनि संघ का सानिध्य प्राप्त होगा 

     

    *नोट* :बिहार समाचार में स्थिति, परिस्थिति अनुसार परिवर्तन हो सकता है! 

                          

     *पद बिहार की जानकारी हेतु संपर्क सूत्र*                

     ब्र.पीयूष भैया 8318681665

    हर्षित सितावत 9649266866

    *गूगल मैप लोकेशन देखें*

  2. तलवाड़ा 06-12-2023

     

    **पुत्र अच्छा होगा तो आपकी धन ,संपत्ति को सुरक्षित रखेगा* 

     

     *पुण्य होता है तो आपका सब अच्छा होता है* 

     

    श्री संभवनाथ दिगंबर जैन मंदिर तलवाड़ा जिला बांसवाड़ा राजस्थान में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

    मुनि श्री विमल सागर जी महाराज

     मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज

    मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में 6 दिसंबर 2023 को धर्मसभा का आयोजन हुआ जिसके अंतर्गत चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन, पाद प्रक्षालन,शास्त्र अर्पण किया गया धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि बच्चे कई घंटे तक हिंसक गेम खेलते हैं इनका त्याग करवाना चाहिए, साधुओं से बच्चों के संस्कार करवाना चाहिए, धर्म की महिमा अपरंपार है, अनंत जन्म ,मरण हमारे हो चुके हैं ,अब कल्याण करना है,जैन समाज में रात्रि में विवाह आदि पर प्रतिबंध होना चाहिए ,पुत्र अच्छा होगा तो आपकी धन ,संपत्ति को सुरक्षित रखेगा और पुत्र को कुपुत्र होगा तो आपकी संपत्ति को नष्ट कर देगा, पुण्य होता है तो आपका सब अच्छा होता है ,साधु की संगति से सब अच्छा हो जाता है,

    मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज ने कहा कि निंदा में समय कब निकल जाता है पता नहीं चलता है ,ऐसी चर्चाओं से बचे जिसमें पाप का बंध हो रहा हो ,अपने समय का उपयोग धार्मिक क्रियाओं में करेंगे तो फायदा होगा, ऐसा व्यापार नहीं करें जिसमें हिंसा हो मुनि श्री भाव सागर जी महाराज ने कहा कि *पंचकल्याणक महोत्सव यह कहलाता है* 

    यह नर से नारायण, आत्मा से परमात्मा बनने और सिद्ध अवस्था को प्राप्त करने की प्रक्रिया का महोत्सव है। । तीर्थंकरों के जीवन में घटित पांच घटनाओं का चित्रण होता है पंचकल्याणक में।

    पौराणिक पुरुषों के जीवन का संदेश घर-घर पहुंचाने का उद्देश्य होता है 

    इन महोत्सवों में पात्रों का अवलम्बन लेकर जीवन यात्रा को रेखांकित किया जाता है। पंचकल्याणक तीर्थंकर भगवान के गर्भ में आने से लेकर मोक्ष जाने पर्यन्त विशिष्ट समारोहों के रूप में मनुष्यो द्वारा यथासमय मनाए जाते हैं। ये कल्याणक इनके तीर्थंकर नामक पुण्य प्रकृति के उदय से ही होते हैं, पंचकल्याणक तीर्थंकरों के ही होते हैं।

    गर्भ में आने से लेकर मोक्ष तक की यात्रा का जीवंत चित्रण है पंचकल्याणक

    जैसे एक सामान्य व्यक्ति का जन्म होता है, वैसे ही तीर्थंकर का भी जन्म होता है। गर्भ में आने से लेकर मोक्ष तक की यात्रा का जीवंत चित्रण पंचकल्याणक के माध्यम से देखने को मिलता है। जन्म तो सबका होता है, लेकिन कुछ लोग जीवन ऐसा जीते हैं, जो अन्य के लिए भी आदर्श बन जाते हैं। अपना तो कल्याण कर ही लेते हैं, लेकिन उनके संपर्क में आने वालों का भी कल्याण हो जाता है।

    मानव जीवन के हितार्थ व आत्मिक शांति की प्राप्ति हेतु प्राणी मात्र के कल्याण हेतु होते हैं

    विविध धाार्मिक आयोजनों के साथ पंचकल्याणक की ही क्रिया के साथ नई मूर्तियां प्रतिष्ठित होती हैं और पूजनीय मानी जाती है। पंचकल्याणक, ग्रन्थों के अनुसार वे पांच मुख्य घटनाएं हैं जो सभी तीर्थंकरों के जीवन में घटित होती हैं। ये पांच कल्याणक हैं-

     *गर्भ कल्याणक* जब तीर्थंकर प्रभु की आत्मा माता के गर्भ में आती है।

    *जन्म कल्याणक* जब तीर्थंकर बालक का जन्म होता है।

    *तप कल्याणक* जब तीर्थंकर सब कुछ त्यागकर वन में जाकर मुनि दीक्षा ग्रहण करते है।

    *ज्ञान कल्याणक* जब तीर्थंकर को केवल ज्ञान की प्राप्ति होती है।

    *मोक्ष कल्याणक* जब भगवान शरीर का त्यागकर अर्थात सभी कर्म नष्ट करके निर्वाण/ मोक्ष को प्राप्त करते है।

     पंचकल्याणक महोत्सव तीर्थंकर प्रभु के जीवन का जीवंत प्रस्तुतीकरण है

     जीवन की कालिमा कम होती है

     सम्यक जीवन शैली का दिग्दर्शन है बिंबो में श्रद्धा समर्पण संयम तप के द्वारा अर्हत सत्ता का गुण आरोपण किया जाता है

    तीर्थंकर के जीवन की विशेष घटनाओं का प्रस्तुतीकरण है

     तीर्थंकर प्रभु के जीवन चरित्र को स्मरण करके मोक्ष मार्ग प्रशस्त किया जाता है

    मंत्रो, भक्तियों एवं अनुष्ठान क्रिया विधि द्वारा आत्मा को परमात्मा बनाया जाता है

    आत्मा से परमात्मा बनते हैं पंचकल्याणक से

    प्रभु का जन्म होते ही समस्त दिशाएं आकाश निर्मल हो जाता है शीतल सुगंधित पवन बहने लगती है शंखनाद भेरीनाद, सिंहनाद, घंटानाद होता है

    धर्म प्रभावना व संस्कारों के जागरण के लिए मांगलिक क्रियाओं के आयोजन करने का नाम पंचकल्याणक है

    संस्कारों से मानव महामानव बन जाता है

     पवित्र आत्माओं के महोत्सव मनाए जाते हैं 

    कल्याणक का अर्थ होता है पुण्य पवित्र प्रशस्त्र मंगल जो हित करने वाला होता है जो इनको लाता है कल्याणक कहलाता है यह अत्यंत कल्याण व मंगलकारी होते हैं निर्मित प्रतिमा की शुद्धि के लिए जो पंचकल्याणक किए जाते हैं या उसी की कल्पना है प्रतिमा में स्थापना की जाती है सूरि मंत्र से संस्कारित पाषाण परमात्मा बन जाते हैं ,फिर उनकी पूजा, वंदना ,स्तुति होने लगती है ,इसके माध्यम से नव पीढ़ी उन महापुरुषों के चरित्र से परिचित होती है, तीर्थंकरों की स्मृति हमारे अतः पटल पर बनी रहती है, तीर्थंकर की भक्ति करके पुण्य उपार्जन का शुभ अवसर प्राप्त होता है, जो पंचकल्याणक में सहभागिता देते हैं आगामी काल में उनके भी पंचकल्याणक होते हैं, पंचकल्याणक महापुरुषों के श्रेष्ठ गुण रूपी पुष्पों की वह विकसित अवस्था है जिसकी सुगंधि से जनमानस भी आकर्षित होकर निज कल्याण की भावना साकार करता है ,किकंर से तीर्थंकर बनने की कला सिखाई जाती है तीर्थंकरों के गुणो को स्मरण करने तथा उन्हें पाने की प्रक्रिया है

  3. तलवाड़ा 05-12-2023

    क्षमा विश्व मैत्री का संगीत है

    एक नगर में घोड़ा टीवी देख कर खाता पीता था

    विदेशो से अतिथि आ रहे हैं

     

    श्री संभवनाथ दिगंबर जैन मंदिर तलवाड़ा जिला बांसवाड़ा राजस्थान में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

    मुनि श्री विमल सागर जी महाराज

     मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज

    मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में 5 दिसंबर 2023 को धर्मसभा का आयोजन हुआ जिसके अंतर्गत चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन, पाद प्रक्षालन,शास्त्र अर्पण किया गया धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री भाव सागर जी महाराज ने कहा कि क्रोध सबसे बड़ी बीमारी है, इससे बहुत सी बीमारी होती है ,परेशानियां आती है, इसको जीतने का उपाय है क्षमा, क्षमा जीवन उत्थान का मार्ग है, खुशहाली का खजाना है,परम सुख है, यही अंतिम सत्य है, आत्मज्ञान है ,सभी भेद भाव मिटाता है, मोक्ष का दरवाजा है, सभी गुणों का दाता है,धर्म की जननी है, स्नेह की सरिता है, मोक्ष की प्रथम सीढ़ी है ,आत्मा का आनंद है ,जीवन निर्माता है ,यह हृदय का धर्म है,इसी से व्यक्ति ऊंचा उठता है, इससे शत्रु भी मित्र बन जाता है, इसकी पराजय नहीं होती, यह एक ऊंचा आचरण है, यह विश्व मैत्री का संगीत है, अहिंसा का दूसरा नाम है, पवित्रता है, अहिंसा की हरियाली है,क्षमा वंदनीय है, क्षमा जिंदगी, क्षमा साधना, क्षमा प्रार्थना आदि हैं। । क्रोध से मनुष्य की अन्तः सावी ग्रन्थियों से विषाक्त द्रव्यों का स्राव होने लगता है जो पूरे शरीर में फैलने लगता हैं । क्रोध को जीतने का उपाय क्षमा है ,इसकी कभी पराजय नहीं होती है। क्रोध से अनेक बीमारियां होती है हार्ट अटैक ब्लड प्रेशर आदि

     मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि कोई भी क्रिया करो यह जरूर देखो कि इससे फायदा क्या है, आज खानपान बिगड़ता जा रहा है, भ्रूण का अचार बाजार में बेचा जाता है, फास्ट फूड आदि पिज़्ज़ा में सूअर का मांस डाला जाता है, नरको में इतनी भूख प्यास रहती है फिर भी जल, भोजन नहीं मिलता है , नरको में दुर्गंध युक्त मिट्टी खाने को मिलती है, विवाह आदि मांगलिक कार्यक्रम जैन समाज को दिन में करना चाहिए ,एक नगर में घोड़ा टीवी देख कर खाता पीता था, मनुष्य की कुसंगति से पशु भी बिगड़ जाते है ,खांदू कॉलोनी वालों ने भी दिन में विवाह का नियम लिया है ,खड़े होकर भोजन नहीं करें, अतिथि भी लाइन में लग जाते हैं बफर में

    कवि उत्सव जैन नौगामा ने कविता के माध्यम से कहा कि नरक में बहुत कष्ट देखें हैं, प्रकाश चंद जैन ने बताया कि 6 दिसंबर को दोपहर 1 बजे बिहार होने के बाद चिड़ियावासा में रात्रि विश्राम हो सकता है,

    7 दिसंबर को सेनावासा में मंगल प्रवेश आहार चर्या होगी , दोपहर में बिहार होने के बाद रात्रि विश्राम देवदा में होगा और 8 दिसंबर को प्रातः8.30 बजे मुनि संघ का घाटोल में मंगल प्रवेश होगाघाटोल में पंचकल्याणक महोत्सव की तैयारी विशाल स्तर पर चल रही हैविशाल पांडाल तैयार हो रहा है ,विदेशो से अतिथि आ रहे हैं ,भारत के विभिन्न नगरों से लोग शामिल होंगे, राज्यपाल महोदय आदि को आमंत्रित किया गया है

    डॉ किरीट गांधी,दरवेश मुंगानिया ,हर्षित सीतावत, पदम खेंदावत, पावन मुंगाणिया, गांधी, प्रांशु, सतीश मुंगाणिया, सुप्रीम सेठ, मुदित उकावत आदि ने श्रीफल अर्पित किया

  4. 04-12-2023 तलवाड़ा

    पंचकल्याणक महोत्सव घाटोल की पत्रिका का हुआ विमोचन 

    भाग्यशाली वह है जो पुण्य के उदय में पुण्य के कार्य करता है

     सर्वश्रेष्ठ साधक परम पूज्यआचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य  
    मुनि श्री विमल सागर जी महाराज
    मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज
    मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में 

    04 दिसंबर को श्री संभवनाथ दिगंबर जैन मंदिर तलवाड़ा ज़िला बाँसवाड़ा राजस्थान में , 11 से 16 दिसंबर 2023 तक होने वाले पंचकल्याणक महोत्सव घाटोल की पत्रिका का विमोचन किया गया पंच कल्याणक महोत्सव की तैयारी जोरो से चल रही है ,मुनि संघ का मंगल प्रवेश घाटोल में 8 दिसंबर को प्रातः काल की बेला में होगा, इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री अनंतसागर जी महाराज ने कहा कि धर्म का सहारा जरूरी है, अपनी दिनचर्या अच्छी रखते हैं तो दुर्गति से बच सकते हैं ,भाग्यशाली वह है जो पुण्य के उदय में पुण्य के कार्य करता है, मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि अनादिकालीन रूदन मिटाना है तो अपना साम्राज्य स्थापित करें, आत्मा के बारे में सोचें , कमेटी ने बताया कि खांदु कॉलोनी बांसवाड़ा जैन समाज कमेटी ने मुनि श्री से आने के लिए श्रीफल अर्पण किया|
     

  5. तलवाड़ा 03-12-2023

    *दान देने से भगवान और महान बनता है व्यक्ति*

     सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य  

    मुनि श्री विमल सागर जी महाराज

    मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज

    मुनि श्री भाव सागर जी महाराज का 

    03 दिसंबर 2023 को प्रातः काल की बेला में श्री संभवनाथ दिगंबर जैन मंदिर तलवाड़ा ज़िला बाँसवाड़ा राजस्थान में मुनि श्री का पाद प्रक्षालन किया गया, आरती उतारी गई, श्रीफल अर्पण किए गए,शास्त्र अर्पण किया गया

     

    , इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि विश्वास परम मंत्र है, विश्वास से ही कार्य की सिद्धि होती है ,करोडो पाप करने वाले इस पंच नमस्कार मंत्र की आराधना से संसार से पार हो गए,अपार है इस मंत्र की महिमा , मंत्र के प्रभाव से सेठ ने वस्त्र ,आभूषण प्रदान किए, जो अमीर खजाने का त्याग करते हैं वही साधु बन पाते हैं ,विश्वास का नाम ही जीवन है ,अंतिम श्वास पंच नमस्कार मंत्र के साथ ली तो जीवन सफल हो जाता है ,84 लाख मंत्रो का अधिपति है णमोकार मंत्र, णमोकार मंत्र के माध्यम से ध्यान भी होता है ,मंत्र का एक-एक अक्षर पापों का नाश करने वाला है ,जो प्रतिदिन महामंत्र की माला से आराधना करता है उसका क्या कहना है, यह महिमाशाली है मुनि श्री भाव सागर जी महाराज ने कहा कि यहां का मंदिर ऐसे लगता है जैसे तीर्थ हो,प्रभु का हो या परोपकार का कार्य उसके लिए जो भी दान दिया जाता है ,अर्पित किया जाता है फिर उस धन संपत्ति का उपयोग नहीं करना चाहिए ,दान देने से भगवान और महान बनता है व्यक्ति ,दान से शत्रुता का नाश होता है ,दान बोलकर नहीं देने से बीमारियां होती हैं, परेशानी आती है, प्रतिमा मंदिर ,शिखर के लिए दान देने वाले की महिमा का वर्णन करने के लिए सरस्वती भी समर्थ नहीं है, पूर्वजों ने जो भी मंदिर बनवाए थे हम उनकी सुरक्षा कर रहे हैं यह महत्वपूर्ण कार्य है ,दान से सम्मान मिलता है ,पूरी दुनिया में प्रसिद्धि फैलती है ,घर से जो पूजन की शुद्ध सामग्री लाता है वह विशेष पुण्य का अर्जन करता है ,भरत चक्रवर्ती जब पूजन करते थे तो द्रव्य के पहाड़ बन जाते थे ,प्रभु की स्वर्ण और रतन से पूजन करना चाहिए

  6. *राजस्थान का प्रथम अवसर*

    भक्ति , पूजन,जाप का अपूर्व अवसर महा सौभाग्य आपको बुला रहा है

    *900 वर्ष प्राचीन श्री वासुपूज्य भगवान की नवीन रजत वेदी गर्भग्रह की महाप्रतिष्ठा श्री आदिनाथ मंदिर नवीन मानस्थंभ प्रतिष्ठा* 

    *रजतमय पंचकल्याणक महोत्सव* 🌷🌺🌻🏵️💐

    1008 श्री मज्जिनेन्द्र जिनबिम्ब प्रतिष्ठा महोत्सव , रथोत्सव एवं विश्व शांति महायज्ञ 11 से 16 दिसंबर 2023 तक 

    🌻🌺🏵️💐🌹

    *कार्यक्रमस्थल* 

    तीर्थंकर वाटिका श्री आदिनाथ  दिगंबर जैन  मंदिर के सामने प्रतापगढ़ रोड एन एच 56 घाटोल, जिला बांसवाड़ा, (राजस्थान)

    *🌺🏵️🌷🌻

    *अतिशयकारी आशीर्वाद प्रदाता*

    🌞💐 मूकमाटी रचयिता परम पूज्य आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महामुनिराज 💐🌞

    🌺☘️ *पुण्यवर्धन सानिध्य*☘️🌺

    प.पू. मुनि श्री 108 विमल सागर जी महाराज

    प.पू. मुनि श्री 108 अनंत सागर जी महाराज

    प.पू. मुनि श्री 108 धर्म सागर जी महाराज

    प.पू. मुनि श्री 108 भाव सागर जी महाराज 🏵️🌷🌺🌻   

     

    *प्रतिष्ठाचार्य*

    ,  बा. ब्र. प्रदीप "सुयश" भैया जी " अशोक नगर 

    संगीतकार : नीलेश कुमार जैन बुढार ( म. प्र)

    सांस्कृतिक कार्यक्रम - सत्येंद्र शर्मा एंड पार्टी दिल्ली 

    साज सज्जा - विजय कटनी

    **महापुण्यवर्धक कार्यक्रम*

    💐🌻🌷🌹🏵️🌺

     

    *घटयात्रा,श्री जी की शोभायात्रा* *ध्वजारोहण गर्भ  कल्याणक पूर्वरूप*💐🌷🌹🌸🏵️🌺

    11 दिसंबर 2023 सोमवार

    मार्ग शीर्ष कृष्ण चतुर्दशी

    06:00 बजे से*- मंगलाष्टक, दिग्बंधन, रक्षामंत्र, शांतिमंत्र, नित्यमह अभिषेक, शान्तिधारा , पूजन

    घटयात्रा

              जाप अनुष्ठान प्रारंभ मंगल घटयात्रा पूजन 

     

       प्रात: 7:00 बजे श्री जी की शोभयात्रा मंगल घटयात्रा एवं ध्वजारोहण स्थल पर पूजन

       प्रात: 8:00 बजे मंगल ध्वजारोहण तत्पश्चात्  पांडाल शुद्धि मण्डप शुद्धि वेदी शुद्धि मंडल शुद्धि मण्डप प्रतिष्ठा,वेदी प्रतिष्ठा, मण्डल प्रतिष्ठा संस्कार आदि।  

    - घटयात्रा पूजन प्रारंभ

    07:30 बजे-  एवं अभिषेक,शांतिधारा

    मुनि श्री के प्रवचन।

                 

    *☀️☀️*

    *06:00 बजे से*- मंगलाष्टक, दिग्बंधन, रक्षामंत्र, शांतिमंत्र, नित्यमह अभिषेक, शान्तिधारा पूजन, मण्डप प्रतिष्ठा, मण्डल प्रतिष्ठा संस्कार आदि 

     

     

    *9:00 बजे* मुनि श्री की मंगल देशना 

     

    *11:30 बजे से*-मंगलाष्टक, दिग्बंधन, रक्षामंत्र, शांतिमंत्र, पात्र शुद्धि, सकलीकरण, इन्द्र प्रतिष्ठा, नांदी विधान, मंगल कलश स्थापन, शांति कलश स्थापन, अखण्डदीप स्थापन, तत्पश्चात् श्री यागमण्डल विधान

                     

                 

                सांयकालीन बेला*

    07:00 बजे-संगीतमय विशेष भक्ति

        *रात्रिकालीन बेला*गर्भ  कल्याणक पूर्वरूप

    *07:30

      बजे से*- सौधर्म इन्द्र सभा : तत्वचर्चा, सौधर्म इन्द्र का आसन कम्पायमान होना • अवधिज्ञान से ज्ञात करना, धनपति कुबेर का आगमन, रत्नों की वृष्टि स्वर्ग से सुन्दर अयोध्यानगरी की रचना, अष्टदेवियों की नियुक्ति, अष्ट कुमारियों द्वारा भेंट समर्पण, देवियों द्वारा माता की सेवा, तत्व चर्चा, सोलह स्वप्न दर्शन गीत, नृत्य आदि

     

     

    💐🌷🌹🌸🏵️🌺

    *गर्भकल्याणक उत्तररूप*

    12 दिसंबर 2023 मंगलवार

    मार्ग शीर्ष कृष्ण अमावस्या 

     

              *प्रातः कालीन बेला*

    *06:00 बजे से*-  मंगलाष्टक, दिग्बंधन, रक्षामंत्र, शांतिमंत्र, नित्यमह अभिषेक, शान्तिधारा, पूजन, 

    ,गर्भकल्याणक पूजन,शांतिहवन,आचार्य श्री जी की पूजन 

    9:00  बजे मुनि श्री के प्रवचन

    *12:00 बजे से*-सीमंतनी क्रिया,महिला संगीत(माता की गोदभराई)।

    2:00 बजे सत्येंद्र शर्मा एंड पार्टी दिल्ली द्वारा सुंदर प्रस्तुति तत्पश्चात् मंगल घट यात्रा मूलनायक श्री वासुपूज्य भगवान  रजत वेदी सहित 4 वेदी शुद्धि संस्कार, एवं मानस्थंभ

    शुद्धि संस्कार

                   

     

     

                 *सांध्यकालीन बेला*

    *06:30 बजे से*- संगीतमय विशेष भक्ति,शास्त्र प्रवचन

                    *रात्रिकालीन बेला*

    *07:30 बजे से*- महाराजा नाभिराय का  राजदरबार, राज्य संचालन तत्वचर्चा , माता का आगमन , 16 स्वप्नों का फलादेश गीत नत्य,,छप्पनकुमारी देवियों द्वारा भेंट, माता की सेवा आदि प्रश्नोत्तर

            

    🧖🌺🏵️🌹🌷💐🌻

    *जन्मकल्याणक एवं  पिच्छिका परिवर्तन समारोह*

    13 दिसंबर 2023 बुधवार

    मार्ग शीर्ष शुक्ल एकम 

     

    *प्रातः कालीन बेला*

    *05:45 बजे* मंगलाष्टक, दिग्बंधन, रक्षामंत्र, शांतिमंत्र, नित्यमह अभिषेक, शान्तिधारा , पूजन 

     

    *08:01 बजे*- तीर्थंकर बालक का जन्म,अयोध्या नगरी में बधाइयां,अयोध्या नगरी की परिक्रमा, अयोध्या में प्रवेश ,सौधर्मइंद्र शचि का अलौकिक दृश्य ,सहस्त्र नेत्रो से तीर्थंकर बालक के दर्शन , 

     

    *09:00 बजे* - ऐरावत हाथी पर आरूढ़ होकर सौधर्मइंद्र शचि द्वारा तीर्थंकर बालक को लेकर पंडुक वन की ओर प्रस्थान पंडूक शीला पर 1008 कलशो द्वारा तीर्थंकर बालक का अभिषेक श्रृंगार आदि।

    आचार्य श्री जी की पूजन एवं मुनि श्री के प्रवचन

    शांतिहवन,

    9:30 बजे से इंद्रसभा एवं राजदरबार,इंद्राणी द्वारा प्रथम दर्शन,इंद्र द्वारा सहस्राक्ष दर्शन।

     

     

     

                      *मध्याह्न बेला*

    दोपहर 1:00 बजे  *पिच्छिका परिवर्तन समारोह मंगलाचरण चित्र अनावरण दीप प्रज्ज्वलन शास्त्र अर्पण , पाद प्रक्षालन भव्य पिच्छिका विमोचन पिच्छिका परिवर्तन मुनि श्री का प्रवचन 

       

     

    6:30 बजे*- संगीतमय विशेषभक्ति ,शास्त्र प्रवचन

                    *रात्रिकालीन बेला*

    *07:30बजे* सौधर्म इंद्र द्वारा तांडव नृत्य बालक आदिकुमार का पालना झुलाना एवं बाल क्रीड़ा का मनोहारी दृश्य 

     

    🧘🧘🧘🧘🧘🧘

    *तप कल्याणक*

    14 दिसंबर 2023 गुरुवार

    मार्ग शीर्ष शुक्ल दोज

     

     

              *प्रातः कालीन बेला*

    *06:00 बजे से*- मंगलाष्टक, दिग्बंधन, रक्षामंत्र, शांतिमंत्र नित्यमह अभिषेक, शान्तिधारा, पूजन , जन्म कल्याणक पूजन एवं हवन, आचार्य श्री जी की पूजन 

    9:00  बजे मुनि श्री के प्रवचन

     

     

     

    *मध्यान्ह 11.30 बजे* मंगलाष्टक, दिग्बंधन, रक्षामंत्र, शांतिमंत्र, भक्तिपाठ, महाराजा नाभिराय का राजदरबार, युवराज आदिकुमार का विवाह, युवराज आदिकुमार का राज्याभिषेक, 32000 मुकुटबद्ध राजाओं द्वारा भेंट समर्पण, राज्य संचालन, षट्कर्म उपदेश 72 कलाओं को सिखाना, दण्ड व्यवस्था, दण्डनायक की स्थापना, ब्राह्मी सुन्दरी शिक्षा सांसारिक व्यवस्था, नीलांजना नृत्य की प्रस्तुति, युवराज आदिकुमार का वैराग्य, बारह भावनाओं की भव्य प्रस्तुति, लौकांतिक देवों का आगमन, वैराग्य की अनुशंसा, भरत- बाहुबली को राज्य सौंपना सुदर्शन नामक पालकी में आरूढ होकर दीक्षा वन की और प्रस्थानन, दीक्षा विधि, अंकन्यास, संस्कारोपण पूजन 

    , ,, तत्पश्चात् मुनिश्री द्वारा वैराग्यप्रद उपदेश

    *    

    6:30 बजे*- संगीतमय विशेषभक्ति ,शास्त्र प्रवचन

         *सांयकालीन बेला*

     

    *रात्रि 7.30 बजे*

    सांस्कृतिक कार्यक्रम (सत्येंद्र शर्मा एंड पार्टी दिल्ली द्वारा कार्यक्रम ) 

     

    📔📕📓📗📘📙

    *ज्ञान कल्याणक*

    15 दिसंबर 2023 शुक्रवार

    मार्ग शीर्ष शुक्ल तीज 

     

    *प्रातःकालीन बेला*

    *06:00 बजे से*- मंगलाष्टक, दिग्बंधन, रक्षामंत्र, शांतिमंत्र नित्यमह अभिषेक, शान्तिधारा ,पूजन , ,तपकल्याणक पूजन,शांतिहवन ,आचार्य श्री जी की पूजन 

    8:45  बजे मुनि श्री के प्रवचन

     

     

    *09:30 बजे से* नवदीक्षित महामुनिराज की आहारचर्या(पंचाश्चर्य)

                      

    *मध्यान्ह 12.00 बजे* मंगलाष्टक, दिग्बंधन, रक्षामंत्र, शांतिमंत्र, भक्तिपाठ,ज्ञान कल्याणक की आंतरिक क्रियाएं, जाप  अनुष्ठान , श्री जी की स्थापना, मंत्र आराधना , अधिवासन, तिलक दान,नेत्रोन्मीलन,  सूरिमंत्र, प्राणप्रतिष्ठा मंत्र, सूर्यकला चंद्रकला, केवल ज्ञानोत्पत्ति, समवशरण रचना, मुनि श्री द्वारा दिव्य देशना, ज्ञानकल्याणक पूजन हवन आदि 

                     *सांयकालीन बेला*

    *06:30 बजे से* संगीतमय विशेष भक्ति,शास्त्र प्रवचन,

    7:30 बजे = सांस्कृतिक कार्यक्रम(सत्येंद्र शर्मा एंड पार्टी दिल्ली द्वारा कार्यक्रम )

     

     

    🌕🌖💐🌻🌷🌹🏵️🌺

    *मोक्षकल्याणक*

    *एवं  रथ यात्रा महोत्सव, श्रीजी की विशाल शोभायात्रा श्री वासुपूज्य भगवान नवीन रजत वेदी पर विराजमान नवीन मानस्तंभ  में प्रतिमा विराजमान* 

        16 दिसंबर 2023 शनिवार

    मार्ग शीर्ष शुक्ल चौथ 

     

              *प्रातः कालीन बेला*

    *06:00 बजे से*- मंगलाष्टक, दिग्बंधन, रक्षामंत्र, शांतिमंत्र ,नित्यमह अभिषेक, शान्तिधारा, पूजन 

    8:37बजे  - नव प्रभात की नई किरण के साथ भगवान आदिनाथ को निर्वाण प्राप्ति (मोक्षगमन) अग्नि कुमार देवो का आगमन , नख केश विसर्जन, सिद्ध गुणारोपण विधि, सिद्ध पूजन, मोक्ष कल्याणक पूजन, विश्व शांति महायज्ञ एवं मुनि श्री का प्रवचन 

     

                  *मध्याह्न बेला*

    दोपहर 1 बजे से- रथ यात्रा श्री जी की विशाल शोभायात्रा,अभिषेक आभार प्रदर्शन,प्रवचन,पश्चात श्री जी का विहार,नवीन रजत वेदी पर ,900 वर्ष प्राचीन श्री वासुपूज्य भगवान विराजमान एवं 3वेदी पर प्रतिमा विराजमान ,श्री आदिनाथ मंदिर मे नवीन मानस्तम्भ में 8 प्रतिमा विराजमान  , 

     

     

    🌺🏵️🌹🌷🌻💐

    *विशेष निवेदन** 

    सभी आइये  ,सभी को लाइये  सभी को बताइये,आप सभी इस कार्यक्रम में सपरिवार इष्ट मित्रों सहित आमंत्रित हैं!  सभी अतिथियों की आवास एवं भोजन की व्यवस्था रहेगी

    कार्यक्रम का प्रसारण* जैनधर्म वाणी यूट्यूब चैनल पर लाइव होगा एवं जिनवाणी चैनलपर भी प्रसारण होगा🌻🌺🌷🏵️

    *प्रचार सहयोगी* 

        *वेबसाईट* : *www.vidyasagar.guru www.jindharma.com 

    *एप्प*: acharya shri vidyasagar 

    *यू ट्यूब*: jaindharmvani जैनधर्म वाणी

    क्यूआर कोड स्कैन करें

    🏵️🌷🌺🌻🌸-

    🌷🌺🌻🏵️💐

    *

    आयोजक /निवेदक* 

    पंचकल्याणक समिति, श्री 1008  वासुपूज्य दिगंबर जैन  मंदिर कमेटी,  श्री 1008  आदिनाथ दिगंबर जैन  मंदिर कमेटी

    श्री 1008  आदिनाथ दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर कमेटी 

    सकल दिगंबर जैन समाज घाटोल 

     

    राजमल सेठ (नगर सेठ सकल दिगंबर जैन समाज ) 9950424291 

     

    धनपाल  लालावत (अध्यक्ष पंचकल्याणक समिति  ) 9462473609 

     

    मनसुखलाल पारसोलिया (महामंत्री)

    987011018 

     

    अजित कुमार लालावत (अध्यक्ष मुनि त्यागी सेवा कमेटी ) 9928180361 

     

    अजित मुंगाणिया (अध्यक्ष श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर ) 9929937373

    दीपेश लालावत - (अध्यक्ष 18000 दशा हूमड़ नवयुवक  समाज ) 9460021166

    श्रीपाल वगेरिया (महामंत्री पंचकल्याणक समिति) 9829202980 

     

    मानमल सितावत (उपाध्यक्ष पंचकल्याणक समिति) 9829775263 

     

    महावीर धिरावत (सचिव पंचकल्याणक समिति) 9928184395 

     

    अशोक सेठ (कोषाध्यक्ष पंचकल्याणक समिति) 8107936465 

     

    दिनेश समादिया (सहकोषाध्यक्ष पंचकल्याणक समिति) 9829640639

     

     

    राजमल जी मुंगाणिया(भोजनशाला समिति) 

    9785720879

    प्रवीण पारसोलिया(भोजनशाला समिति) 

    9414567622 

     

    सुमतिलाल कोठारी(अर्थ व्यवस्था समिति) 

    9950424313

    राजमल जी धीरावत(अर्थ व्यवस्था समिति)

    9414868152

     

    समस्त जैन संरक्षक जैन युवा संगठन  (निगरानी समिति) 

     

    दीपक मुंगाणिया (प्रिंट मीडिया प्रभारी) 9928187717 

     

    पदम खेदांवत(सोशल/ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रभारी) 9153251008 

     

    वैभव घाटलिया  (अध्यक्ष जैन युवा संगठन) 9983383474 

     

    पुनीत कोठारी (महामंत्री जैन युवा संगठन ) 9829679039 

     

    श्रीमती गुंजन शाह (अध्यक्ष जयोदय महिला मंडल ) 

     

    प्रगति कोठारी (अध्यक्ष चंदनबाला बालिका मंडल )

  7. घाटोल 29-11-2023

     *आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का 52वां आचार्य पद आरोहण दिवस धूमधाम से मनाया गया* 

     *आचार्य श्री ने कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं* 

     *आचार्य श्री विद्यासागर जी के ऐसे कई शिष्य है जिन्होंने एमएससी, एमटेक, डॉ.की डिग्री ,विदेश की सर्विस छोड़कर दीक्षा ली है,* 

     *आचार्य श्री के पास नैनागिर मे मैं प्रवचन सुनने नाग नागिन आते थे,* 

    श्री आदिनाथ दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर हेरो ड़ेम घाटोल जिला बांसवाड़ा राजस्थान में सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य  

    मुनि श्री विमल सागर जी महाराज संसघ

     के सानिध्य में  

     सर्वश्रेष्ठ साधक परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का 52 वां आचार्य पद आरोहण दिवस 29 नवंबर 2023 को पूरे विश्व सहित घाटोल में बुधवार को प्रातः काल की बेला में आचार्य श्री की महापूजन ,शास्त्र अर्पण ,पाद प्रक्षालन. सांस्कृतिक कार्यक्रम, हुआ, पंचमहागुरू ग्रुप के सदस्यों ने वृक्षारोपण, गरीबों को भोजन,औषधि,वस्त्रदान, मिष्ठान वितरण किया के साथ मनाया गया ,इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए  

    मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि

     गुरु की महिमा को शब्दों की सीमा में नहीं बांधा जा सकता,गुरु सीमातीत है, गुणों के भंडार है, सौधर्म इंद्र सभी बनना चाहते हैं, पंचकल्याणक में सभी क्रियाएं सौधर्म इंद्र करता है,आचार्य ज्ञान सागर जी ने मुस्कुराते हुए आचार्य पद का त्याग किया था,गुरुदेव ने बड़े-बड़े महान कार्य किए हैं, वह कठिन ग्रंथ पढ़ते थे, वह बड़े-बड़े कवियों की टक्कर लेने वाले थे,गुरु की कृपा हुई थी, आचार्य पद उसी को दिया जाता है, जो अपने गुरु के गुणो को आत्मसात कर लेते है,

    मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज ने कहा कि

     गुरु जो कह रहे है स्वीकार कर लेना गुरु दक्षिणा है,महा कवि ज्ञान सागर जी सभी विद्याओ में पारंगत थे,उम्र में तीन पीढ़ी का अंतर था,पूज्य ज्ञान सागर जी ने कहा था कि जितने गुण विद्यासागर जी में है उतने मेरे अंदर भी नहीं है,इसलिए हमने उन्हें आचार्य पद देकर बड़ा बनाया है,आचार्य श्री विद्यासागर जी के ऐसे कई शिष्य है जिन्होंने एमएससी, एमटेक, डॉ.की डिग्री ,विदेश की सर्विस छोड़कर दीक्षा ली है,विद्यासागर जी महाराज ने कहा कि अगर मैं सिंहासन पर नहीं बैठूंगा, तो क्या आचार्य नहीं कहलाउंगा,

    मुनि श्री भाव सागर जी महाराज ने कहा कि

     विदेशी लोग ने आचार्य श्री की मूकमाटी पढ़ने के बाद मांसाहार,शराब का त्याग किया, आचार्य श्री शब्दों के जादूगर है, अनुशासन की जीवन्त मूर्ति है,आचार्य श्री के पास नैनागिर मे मैं प्रवचन सुनने नाग नागिन आते थे,और पंचकल्याणक में पानी की कमी हुई तो उनके आशीर्वाद से जल स्रोत मिला जो पंचकल्याणक के बाद बंद हो गया था, उनके दर्शन करके देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल ,मुख्यमंत्री ,सुप्रीम कोर्ट के जज, हाईकोर्ट के जज ,विचारक, साहित्यकार, शिक्षाविद, कानूनविद ,उद्योगपति ,प्रमुख संत ,विश्वविद्यालय कुलपति आए, उनके अंदर कुदंकुंद देव का समय सार, बट्टकेर स्वामी का मूलाचार व आचार्य समंतभद्र स्वामी की हुकांर की त्रिवेणी उनके अंदर झलकती है,

    गुरु ही शिष्य के बुझे हुए दीप को प्रज्वलित कर सकते हैं,वह अंदर परमात्मा बनने की प्यास जगाते हैं, वह मोक्ष का ताला खोलना सिखाते हैं,गुरु कृपा से अनेक प्रकार के विद्या मंत्र सिद्ध हो जाते हैं ,वह आदर्श के देवता है..

    गुरु निर्देशक जैसे होते हैं आचार्य श्री ने कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं.चंदू जी का गढ़ा, तलवाड़ा समाज के महानुभावों ने मुनि संघ के लिए नगर में आने के लिए श्रीफल अर्पण किया

  8. *रजतमय पंचकल्याणक महोत्सव घाटोल के महासौभाग्यशाली ,महापुण्यशाली, महागौरवशाली महापात्र* 

     

    28/11/2023 की सूची

     

    (1) *भगवान के माता-पिता* 

     श्रीमति शांति देवी जी

    श्री अजित जी लालावत

     

    (2) *सौधर्म इन्द्र* 

    श्री धनपाल जी लालावत

     श्रीमति सुभद्रा लालावत

     

    (3) *900 वर्ष प्राचीन श्री वासुपूज्य जी को विराजमान करने वाले* 

    मुंगाणिया श्रीमती कैलाश देवी 

     श्री प्रतीक जी मुगांणिया

    श्रीमती काजल मुंगाणिया

     

    (4) *मान स्तंभ पुण्यार्जक* 

    मुगांणिया श्री तेजपाल जी

    श्रीमती सुनीता

     

    (5) *कुबेर* 

    धिरावत श्री धर्मेंद्र कुमार 

     श्रीमति वर्षा

     

    (6) *महायज्ञनायक* 

    कोठारी श्री सुमतिलाल जी 

    श्रीमति शारदा देवी

     

    (7) *श्री वासुपूज्य भगवान की दिव्य प्रतिमा छत्र पुण्यार्जक*

    जोदावत श्री बदामी लाल जी

     

     

    (8) *राजा श्रेयांश* 

    मुगांणिया श्री दरवेश कुमार जी

    श्रीमती प्रियंका

     

    (9) *राजा सोम* 

    मुगांणिया श्री सुरेश चंद्र 

    श्रीमती संगीता देवी

     

    (10) *भरत चक्रवर्ती* 

    मुगांणिया श्री सतीश कुमार

    श्रीमती ज्योति

     

    (11) *बाहुबली*

    मुगांणिया श्री अजित कुमार श्रीमती मनोज देवी 

     

    (12) *ध्वजारोहण कर्ता* 

    घाटलिया श्री देवेंद्र कुमार जी

    श्रीमती चंद्रकांता

     

    (13) *विधि नायक प्रतिमा विराजमान कर्ता* 

     मुगांणिया श्री ललित कुमार

     श्रीमती आशा देवी

     

    (14) *ईशान इंद्र* 

    उकावत श्री सुनील जी

    श्रीमती सुनीता

     

    (15) *सानत कुमार इन्द्र* 

    धिरावत श्री अजित कुमार

    श्रीमती रोशन देवी

     

    (16) *माहेंद्र इंद्र* 

    जोदावत श्री धनपाल जी 

    श्रीमती कांता देव

     

    (17) *ब्रह्म इंद्र* 

    सेठ श्री सूरजमल जी

    श्रीमती गुणी देवी

     

    (18) *ब्रह्मोत्तर इन्द्र* 

    उकावत श्री राजेश कुमार जी

    श्रीमती रीना

     

    (19) *लान्तव इन्द्र* 

    श्री अंकेश सेठ शास्त्री

    श्रीमती दर्शना सेठ

     

    (20) *आणत इंद्र*

    खेदांवत श्री राजमल

    श्रीमती प्रभा देवी

     

     

    (21) *कापिष्ट इंद्र*

    श्री महिपाल जी मुंगणिया

    श्रीमती सुमति देवी मुंगणिया

     

    (22) *प्राणत इंद्र*

    सेठ श्री राजमलजी(नगर सेठ) 

    श्रीमती शीलादेवी

     

    (23) *प्रथम महामंडलेश्वर* 

    श्री संजय कुमार मुंगाणिया

    श्रीमती रैना मुंगाणिया

     

    (24) *द्वितीय महामंडलेश्वर*

    श्री भानु जी मुंगाणिया

    श्रीमती चंदा मुंगाणिया

     

    25) *तृतीय महामंडलेश्वर* 

    श्री अशोक कुमार मुंगाणिया

    श्रीमती सुगंध देवी मुंगाणिया

     

    26) *चतुर्थ महामंडलेश्वर* 

    उकावत श्री श्रीपाल जी

    श्रीमती सुमित्रा देवी

     

    27) भोजनशाला पुण्यार्जक 

    कोठारी रविन्द्र कुमार मनोहर लाल, स्वपनिल ,पल्लव समस्त परिवार

  9. घाटोल 28/11/2023

     

     *आचार्य पद आरोहण दिवस पर वृक्षारोपण, गरीबों को भोजन,औषधि, वस्त्रदान , मिष्ठान वितरण किया जाएगा* 

     

    *महिला, पुरुष रूपी दोनों पहियों से रथ चलता है* 

     

    *भक्ति से आराधना करती गई और रोग दूर होते चले गए* 

     

    श्री दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर हेरो डेम घाटोल जिला बांसवाड़ा (राजस्थान) में परम पूज्य सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

    मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ,मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज, मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में एवं ब्र. तरुण भैया इंदौर के निर्देशन में 28 नवंबर 2023 मंगलवार को भक्ति महोत्सव के अंतर्गत मांगलिक क्रियाएँ की गई इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि महिला, पुरुष रूपी दोनों पहियों से रथ चलता है, मैना सुंदरी बड़ी भक्ति से आराधना करती गई और रोग दूर होते चले गए, 700 कोढियों के रोग दूर हो गए, यह भक्ति का प्रभाव था,भगवान सब ठीक कर देते हैं अनुष्ठान से, शिल के प्रभाव से चमत्कार होते हैं रिद्धि-सिद्धि प्राप्त होती है

    ब्रह्मचारी तरुण भैया जी ने बताया कि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने कहा था कि भूतकाल को सुधारने के लिए एक बार सिद्ध चक्र विधान करना चाहिए, वर्तमान को सुधारने के लिए चारित्र शुद्धि व्रत करना चाहिए, भविष्य को सुधारने के लिए एक प्रतिमा विराजमान करवाना चाहिए,

    मुनि श्री विमल सागर जी महाराज के दूसरी बार तीन उपवास की पारणा संपन्न हुई जिसका सौभाग्य उकावत श्रीपाल, दीपक, मुदित परिवार को प्राप्त हुआ पंचकल्याणक महोत्सव में *चतुर्थ महामंडलेश्वर* बनने का सौभाग्य उकावत श्रीपाल परिवार को प्राप्त हुआ कार्यक्रम की तैयारियां बड़े स्तर पर चल रही है,विशाल पंडाल तैयार किया जा रहा है, इसकी तैयारियों में प्रमुख रूप से सकल जैन समाज कमेटी, जैन युवा संगठन , मुनि, त्यागी सेवा कमेटी, जयोदय महिला मंडल ,चंदनबाला बालिका मंडल,पाठशाला परिवार आदि के सदस्य तैयारियो में जुटे हैं कमेटी ने बताया कि अहिंसा मंदिर हेरो डैम में 29 दिसंबर को परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के 52वे आचार्य पद आरोहण दिवस मनाया जाएगा इसके अंतर्गत वृक्षारोपण, गरीबों को भोजन,औषधि, वस्त्रदान , मिष्ठान वितरण किया जाएगा

  10. घाटोल 27/11/2023

     

     *विदेश से भी शामिल होंगे लोग पंचकल्याणक महोत्सव में* 

     

     *13 दिसंबर को पिच्छिका परिर्वतन समारोह संपन्न होगा* 

     

    *प्रभु के आगे झुकने से आगे जय जयकार होती है*

     

    श्री दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर हेरो डेम मे परम पूज्य सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

    मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ,मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज, मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में एवं ब्र तरुण भैया इंदौर के निर्देशन में 27 नवंबर 2023 सोमवार को भक्ति महोत्सव के अंतर्गत मांगलिक क्रियाएँ की गई इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि धर्म की भावना अपरम्पार है, धर्म सभी प्रकार के सुख उपलब्ध करा देता है, पुण्य को बुलंद करते जाओ, हे प्रभु आपके प्रति श्रद्धा बनी रहेगी तो सब उपलब्ध होता रहेगा,प्रभु के आगे झुकने से आगे जय जयकार होती है  ,ऊपर उठता जाता है व्यक्ति ,प्रभु की कृपा से सब मिलता चला जाता है, भक्ति करने से सुंदर रूप मिलता है, पंचकल्याणक में भी भोजन के लिए अपनी ओर से सहयोग दे रहे है लोग यह भी महत्वपूर्ण कार्य है,आज मुनि श्री विमल सागर जी महाराज का तीसरा निर्जल उपवास था पंचकल्याणक के चौथे चरण के पात्र चयन में इनको सौभाग्य प्राप्त हुआ *बाहुबली* मुंगाणिया अजित कुमार *माहेंद्र इंद्र* जोधावत धनपाल ,लोकेश कुमार *ब्रह्म इंद्र* सेठ राजेश कुमार *ब्रह्मोत्तर इन्द्र* 

    उकावत श्री राजेश कुमार ,पंकज कुमार, मनोज कुमार , मुदित, सौम्य परिवार *कापिष्ट इंद्र* मुंगाणिया महिपाल परिवार *प्राणत इंद्र* श्री सेठ राजमल नगर सेठ अविनाश कुमार परिवार

     *प्रथम महामंडलेश्वर** मुंगाणिया अशोक कुमार परिवार , *द्वितीय महामंडलेश्वर* मुंगाणिया संजय कुमार परिवार, *तृतीय महामंडलेश्वर* मुंगाणिया छविलाल परिवार भोजनशाला के लिए कोठारी मनोहर लाल ने सौभाग्य प्राप्त किया 

      कमेटी ने बताया कि अहिंसा मंदिर हेरो डैम में 29 दिसंबर को प्रातः 8 बजे परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का 51 वां आचार्य पद आरोहण दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा दोपहर में 1 बजे श्री अहिंसा मंदिर से प्रभु की शोभायात्रा निकलेगी जो श्री वासुपुज्य मंदिर घाटोल पहुचेंगी,

     11 से 16 दिसंबर तक होने वाले पंचकल्याणक महामहोत्सव का कार्यक्रम इस प्रकार होगा

    11 दिसंबर को प्रातः 8 बजे घटयात्रा ,ध्वजारोहण गर्भ कल्याणक पूर्व रूप, 12 दिसंबर को गर्भ कल्याणक उत्तर रूप ,13 दिसंबर को जन्म कल्याणक एवं पिच्छिका परिर्वतन समारोह दोपहर 1 बजे ,14 दिसंबर को तपकल्याणक, 15 दिसंबर को ज्ञानकल्याणक, 16 दिसंबर को मोक्षकल्याणक एवं श्री जी की विशाल शोभायात्रा एवं 900 वर्ष प्राचीन श्रीवासुपूज्य भगवान नवीन रजत वेदी गर्भ ग्रह में विराजमान होंगे एवं 3 नवीन वेदियो में प्रतिमाएं विराजमान होगी एवं श्री आदिनाथ मंदिर में नवीन मानस्तंभ में प्रतिमाएं विराजमान होंगी *

  11. घाटोल 26/11/2023

     

    *व्रत, तप ,दान, पूजा आदि यह सभी प्रकार के दुखों को नष्ट करने में कारण है*

     

     *ओम का जो ध्यान करता है चिंतन, मनन करता है वह ऊचाईयो पर पहुंचता है* 

     

     *जिस दिन दान दो उस दिन की तिथि को लिखकर रखना चाहिए* 

     

    श्री दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर हेरो डेम घाटोल जिला बांसवाड़ा राजस्थान मे परम पूज्य सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

    मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ,मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज, मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में एवं ब्र तरुण भैया इंदौर के निर्देशन में 26 नवंबर 2023 रविवार को मांगलिक क्रियाएँ की गई इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि तिथियों का बहुत महत्व है, व्रत, तप ,दान, पूजा आदि यह सभी प्रकार के दुखों को नष्ट करने में कारण है, ओंकार ध्वनि महत्वपूर्ण है, ओम का जो ध्यान करता है चिंतन, मनन करता है वह ऊचाईयो पर पहुंचता है,ओम बीजाक्सर पापों का नाश करने वाला है, अक्षय तृतीया तिथि दान दिवस के रूप में प्रसिद्ध हो गई जिस दिन दान दो उस दिन की तिथि को लिखकर रखना चाहिए, जिस दिन आपके घर पर अतिथि साधु आते हैं वह तिथि विशेष हो जाती है, जिसकी आने जाने की तिथि निश्चित नहीं रहती है वह अतिथि होता है, अतिथियों के लिए आहार, अभय,शास्त्र ,औषधि दान करें, कुशल कार्यों में अनादर करना प्रमाद है, पंचकल्याणक के चौथे चरण के पात्र चयन में इनको सौभाग्य प्राप्त हुआ *माहेंद्र इंद्र* जोधावत धनपाल ,लोकेश कुमार *ब्रह्म इंद्र* सेठ राजेश कुमार *ब्रह्मोत्तर इन्द्र* 

    उकावत श्री सुंदर लाल, राजेश कुमार ,पंकज कुमार, मनोज कुमार ,श्रीमती लीला देवी, श्रीमती रीना देवी, श्रीमती मोनिता, मुदित, सौम्य परिवार *कापिष्ट इंद्र* मुंगाणिया महिपाल ,किशनलाल परिवार *प्राणत इंद्र* श्री सेठ राजमल नगर सेठ अविनाश कुमार परिवार को प्राप्त हुआ कमेटी ने बताया कि अहिंसा मंदिर हेरो डैम में 29 दिसंबर को प्रातः 8 बजे परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का 51 वां आचार्य पद आरोहण दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा

     11 से 16 दिसंबर तक होने वाले पंचकल्याणक महामहोत्सव का कार्यक्रम इस प्रकार होगा

    11 दिसंबर को प्रातः 8 बजे घटयात्रा ,ध्वजारोहण गर्भ कल्याणक पूर्व रूप, 12 दिसंबर को गर्भ कल्याणक उत्तर रूप ,13 दिसंबर को जन्म कल्याणक एवं पिच्छिका परिर्वतन समारोह दोपहर 1 बजे ,14 दिसंबर को तपकल्याणक, 15 दिसंबर को ज्ञानकल्याणक, 16 दिसंबर को मोक्षकल्याणक एवं श्री जी की विशाल शोभायात्रा एवं 900 वर्ष प्राचीन श्रीवासुपूज्य भगवान नवीन रजत वेदी गर्भ ग्रह में विराजमान होंगे एवं 3 नवीन वेदियो में प्रतिमाएं विराजमान होगी एवं श्री आदिनाथ मंदिर में नवीन मानस्तंभ में प्रतिमाएं विराजमान होंगी

  12. घाटोल 25/11/2023

     

    * *अलग अलग रहते है तो घर में आनंद नही आता है* 

     

     *अंगूर गुच्छे में रहते है तो उसकी कीमत ज्यादा रहती है* 

     

     *एकता का नाम समाज है* 

     

    श्री दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर हेरो डेम मे परम पूज्य सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

    मुनि श्री विमल सागर जमहाराज ,मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज, मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में एवं ब्र तरुण भैया इंदौर के निर्देशन में 25 नवंबर 2023 को मांगलिक क्रियाएँ की गई इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि समाज की परंपरा श्री वासुपूपूज्य भगवान के मंदिर से चली आ रही है, अगल बगल में 2 श्री आदिनाथ मंदिर है, अलग –अलग रहते है तो घर में आनंद नही आता है ,अंगूर गुच्छे में रहते है तो उसकी कीमत ज्यादा रहती है, एकता का नाम समाज है ,किसी भी मंदिर में अनुष्ठान होता है और सभी मिल कर करते है तो आनंद आता है, एकता जगी एक ताज़गी आयी मिल कर रहो, धार्मिक अनुष्टान में सभी मिलकर कार्य करते है तो प्रभावना होती है, किसी कार्य को विशालता देना है तो हृदय को विशाल करें, मंदिर बनाने वाले को आगामी काल तक पुण्य की प्राप्ति होती रहती है ,भरत चक्रवर्ती के द्वारा बनाए गए 72 मंदिरों की रक्षा देव करते है, जिन्होंने भव्य मंदिर बनवाए है उन्होंने जिनशासन की स्थापना की है ,सबको एक सूत्र ने बंधना है।

    मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज ने कहा कि विषयों में लिप्त प्राणी अपमान की चिंता नहीं करता है, धर्म जिसके अंदर नही है वह कोई भी बुरा कार्य कर सकता है ,समय तो दुनिया मे सबके पास है लेकिन बहाना बनाता है व्यत्ति, मन कहां लग रहा है यह महत्वपूर्ण है, हमारे पहले भी सिद्ध बने है आगे भी सिद्ध बनेंगे हमारा नंबर तो बीच में आ सकता है।पंचकल्याणक के चौथे चरण के पात्र चयन में इनको सौभाग्य प्राप्त हुआ *माहेंद्र इंद्र* जोधावत धनपाल ,लोकेश कुमार *ब्रह्म इंद्र* सेठ राजेश कुमार को प्राप्त हुआ

  13. घाटोल 24/11/2023

     

    *मानस्तंभ की प्रतिमाओं को कमलासन पर विराजमान किया गया*

     

     *रोगी को निरोगी बनती है छाछ* 

     

     *दानियों के गौरव का बखान दुनिया में होता है* 

     

     *दान देने वाले को पूरी दुनिया में सम्मान मिलता है* 

     

     *करोड़ों वर्षों के उपवास का फल करोड़ों दानों का फल नवीन मंदिर निर्माण करने वाले को मिलता है* 

     

     *पाप का नाश करने के लिए दान सर्वश्रेष्ठ माध्यम है* 

     

    श्री दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर हेरो डेम घाटोल जिला बांसवाड़ा (राजस्थान) में परम पूज्य सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

    मुनि श्री विमल सागर जमहाराज ,मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज, मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में एवं ब्र तरुण भैया इंदौर के निर्देशन में 24 नवंबर 2023 को मांगलिक क्रियाएँ की गई और 

    श्री वासुपूज्य दिगंबर जैन मंदिर में स्थित मानस्तभ की प्रतिमाओं को कमलासन पर विराजमान किया गया इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि तन ,धन को साथी समझा था लेकिन यह भी छोड़ कर चले जाते हैं, सबसे बड़े कलाविद कहलाते हैं जो भेद विज्ञान जागृत करते हैं ,हमारा सच्चा साथी में स्वयं हूं ,गिनती के लोग ही आत्म तत्व के लिए मेहनत करते हैं, इस धरती पर दही छाछ तप को बढ़ाने वाले है, रोगी को निरोगी बनती है छाछ, तप की वृद्धि भी करती है, कोई किसी का नहीं है यह भजन दूसरों को सुनाने के लिए हैं , वैराग्य की पंक्तियां कर्म शत्रुओं को नष्ट करने के लिए होती हैं ,शमशान के समान वैराग्य नहीं होना चाहिए ,मुनि श्री भावसागर जी महाराज ने कहा कि दानियों के गौरव का बखान दुनिया में होता है ,दान देने वाला दुनिया का सरताज होता है,दान देने वाला करोडो में एक होता है,दान देने वाले को पूरी दुनिया में सम्मान मिलता है ,दान देने से लालच का अंत हो जाता है,सिद्ध भगवान की जो निष्ठा पूर्वक पूजा करता है वह लोकपाल बनता है, प्रथम स्वर्ग का कुबेर एक भव अवतारी होता है, लोकपाल का एक भेद कुबेर है,सिद्ध पूजा भव का अंत करने वाली है, सिद्धचक्र विधान कभी भी कर सकते हैं, करोड़ों वर्षों के उपवास का फल जन्म जन्मांतर में किया गया तप तथा करोड़ों दानो का फल यदि किसी को एक साथ मिल जाए तो वह नवीन मंदिर निर्माण करने वाले को मिलता है, संसार अंजुलिभर जल के सामान रह जाता है प्रतिमा विराजमान करने वाले का, पाप का नाश करने के लिए दान सर्वश्रेष्ठ माध्यम है, अपनी आमदनी का 25% 17% 10% दान करना चाहिए,पंचकल्याणक के चौथे चरण के पात्र चयन में इनको सौभाग्य *माहेंद्र इंद्र* जोधावत लोकेश कुमार *ब्रह्म इंद्र* सेठ राजेश कुमार को प्राप्त हुआ

  14. घाटोल 23/11/2023

     

    *धर्म के क्षेत्र में दान करने से कई गुना फल प्राप्त होता है* 

     

    *अष्टाहनिका महापर्व में तीन उपवास की पारणा हुई संपन्न* 

     

    *सिर ढक कर पूजन करने से बुद्धि अच्छी होती है* 

     

     *56899584 रोग होते हैं* 

     

     *बुढ़ापा आने से पहले अच्छे कार्य कर लो* 

     

    श्री दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर हेरो डेम घाटोल जिला बांसवाड़ा (राजस्थान)मे परम पूज्य सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

    मुनि श्री विमल सागर जमहाराज ,मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज, मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में एवं ब्र तरुण भैया इंदौर के निर्देशन में 23 नवंबर 2023 गुरुवार को अष्टाहनिका महापर्व की प्रातः काल की वेला में धर्मसभा का आयोजन हुआ इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि सिर ढक कर पूजन करने से बुद्धि अच्छी होती है,जन्म के दुख अनंत बार प्राप्त किए हैं, इस अनुष्ठान से सब कार्य सिद्ध हो जाते हैं, सौधर्म इंद्र बनकर घाटोल का नाम ऊंचा किया है, प्राचीन वासुपूज्य भगवान को विराजमान करने का सौभाग्य भी जिसने प्राप्त किया है वह महासौभाग्यशाली है,जब मंदिर बनने की शुरुआत होगी पूरा घाटोल जुडेगा, बुढ़ापा आने से पहले अच्छे कार्य कर लो, धर्म के क्षेत्र में दान करने से कई गुना फल प्राप्त होता है, संसार में अनेक प्रकार के रोग लगे हैं, 56899584 रोग होते हैं,मुनि श्री विमल सागर जी महाराज की तीन उपवास की पारणा संपन्न हुई, sector मुनि श्री के पादप्रक्षालन करने का सौभाग्य सुनील कुमार ,कमलेश कुमार ,स्वप्निल, सम्यक कोठारी ट्रांसपोर्ट परिवार को प्राप्त हुआ पंचकल्याणक महोत्सव घाटोल के तृतीय चरण के पात्र चयन में महापात्र बनने का सौभाग्य जिसमें *ईशान इंद्र* धिरावत अजित कुमार *भरत चक्रवर्ती* मुगांणिया सतीश कुमार *विधि नायक प्रतिमा विराजमान करने का* मुगांणिया ललित कुमार किशन लाल रिंकेश राहुल *राजा सोम* मुगांणिया सुरेश चंद्र परिवार को प्राप्त हुआ

  15. घाटोल 22/11/2023

     

    भाग्यशाली वह है जो पुण्य के उदय में पुण्य कार्यों में लगा हुआ है

     

     जो मानव को पापो से रहित कर दे उसका नाम है पर्व

     

     पूरे विश्व में लोग उपवास ,तप ,साधना ,भक्ति, पूजा, आराधना कर रहे हैं

     

    श्री दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर हेरो डेम घाटोल जिला बांसवाड़ा (राजस्थान)मे परम पूज्य सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

    मुनि श्री विमल सागर जमहाराज ,मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज, मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में एवं ब्र तरुण भैया इंदौर के निर्देशन में 22 नवंबर 2023 बुधवार को प्रातः काल की वेला में धर्मसभा का आयोजन हुआ इस अवसर पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री अनंत सागर जी महाराज ने कहा कि यह जीवन प्रभु की भक्ति को मिला है भाग्यशाली वह है जो पुण्य के उदय में पुण्य कार्यों में लगा हुआ है सिद्धों की यात्रा टिकिट करवाना है आगामी जीवन को सुंदर बनाएं

    मुनिश्री भाव सागर जी महाराज ने कहा कि पर्व का अर्थ होता है अवसर, मंगल काल , मैत्री ,विशेष उत्सव, पवित्र दिवस, जो मानव को पापो से रहित कर दे उसका नाम है पर्व , पर्व दिशा सूचक यंत्र का काम करते हैं ,पर्व एक अलार्म वेल है, पर्व इंजेक्शन जैसा है, पर्व एक नेता है , अष्टाहनिका महापर्व चल रहा है। अष्टाहनिका में पूरे विश्व में लोग उपवास ,तप, साधना, भक्ति, पूजा ,आराधना कर रहे हैं, ग्रंथो में उल्लेख आता है कि मंदिरों को ध्वजाओ से अलंकृत किया जाता है, श्रृंगार किया जाता है , मंदिर को सजाया जाता है ,उत्तम द्वार बनाए जाते हैं, रत्नों के चूर्ण से रंगोली बनाई जाती है ,रथोत्सव होता है, व्रतो की आराधना तीन भवों में संसार से पार लगा देती है, विश्व के सर्वश्रेष्ठ मनुष्य ही धार्मिक क्रियाओं से जुड़ते हैं, मांगलिक क्रिया करने का सौभाग्य सुनील कुमार ,कमलेश कुमार ,स्वप्निल, सम्यक कोठारी ट्रांसपोर्ट परिवार को प्राप्त हुआ जयोदय महिला मंडल घाटोल ने द्रव्य अर्पण किया।

  16. *राजस्थान का प्रथम अवसर*

    भक्ति , पूजन,जाप का अपूर्व अवसर महासौभाग्य आपको बुला रहा है

    900 वर्ष प्राचीन मूलनायक श्री वासु पूज्य भगवान की रजत वेदी गर्भगृह की महाप्रतिष्ठा एवं श्री आदिनाथ मंदिर नवीन मानस्तंभ प्रतिष्ठा

     

    *रजतमय पंचकल्याणक महोत्सव*

    🌷🌺🌻🏵️💐

    1008 श्री मज्जिनेन्द्र जिनबिम्ब प्रतिष्ठा महोत्सव , रथोत्सव एवं विश्व शांति महायज्ञ 11 से 16 दिसंबर 2023 तक 

    🌻🌺🏵️💐🌹

     

    *कार्यक्रमस्थल* 

    तीर्थंकर वाटिका श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर के सामने प्रतापगढ़ रोड एन एच 56 घाटोल, जिला बांसवाड़ा, (राजस्थान)

    *🌺🏵️🌷🌻

     

    *अतिशयकारी आशीर्वाद प्रदाता*

    🌞💐 मूकमाटी रचयिता परम पूज्य आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महामुनिराज 💐🌞

    🌺☘️ *पुण्यवर्धन सानिध्य*☘️🌺

    प.पू. मुनि श्री 108 विमल सागर जी महाराज

    प.पू. मुनि श्री 108 अनंत सागर जी महाराज

    प.पू. मुनि श्री 108 धर्म सागर जी महाराज

    प.पू. मुनि श्री 108 भाव सागर जी महाराज 🏵️🌷🌺🌻   

     

    *प्रतिष्ठाचार्य*

    बा. ब्र. प्रदीप "सुयश" भैया जी " अशोक नगर 

    🌷🌺🌻🏵️💐

     

    **महापुण्यवर्धक कार्यक्रम*

    💐🌻🌷🌹🏵️🌺

     

    *घटयात्रा,श्री जी की शोभायात्रा* ध्वजारोहण गर्भ कल्याणक पूर्वरूप* *💐🌷🌹🌸🏵️🌺

    11 दिसंबर 2023 सोमवार

    मार्ग शीर्ष कृष्ण चतुर्दशी

      प्रातः 8:00 बजे

     

    💐🌷🌹🌸🏵️🌺

    *गर्भकल्याणक उत्तररूप*

    12 दिसंबर 2023 मंगलवार

    मार्ग शीर्ष कृष्ण अमावस्या

    🧖🌺🏵️🌹🌷💐🌻

     

     *जन्मकल्याणक*

    13 दिसंबर 2023 बुधवार

    मार्ग शीर्ष शुक्ल एकम

    *पिच्छिका परिवर्तन समारोह* दोपहर 1 बजे

     🧘🧘🧘🧘🧘🧘

     

    *तप कल्याणक*

    14 दिसंबर 2023 गुरुवार

    मार्ग शीर्ष शुक्ल दोज

    📔📕📓📗📘📙

     

    *ज्ञान कल्याणक* .

    15 दिसंबर 2023 शुक्रवार

    मार्ग शीर्ष शुक्ल तीज

     🌕🌖💐🌻🌷🌹🏵️🌺

     

    *मोक्षकल्याणक*

    *एवं रथोत्सव, श्रीजी की विशाल शोभायात्रा श्री वासुपूज्य भगवान नवीन रजत वेदी पर विराजमान श्री आदिनाथ मंदिर मानस्तंभ में 8 प्रतिमा विराजमान* 

        16 दिसंबर 2023 शनिवार

    मार्ग शीर्ष शुक्ल चौथ

    🌺🏵️🌹🌷🌻💐

     

    *विशेष निवेदन** 

    सभी आइये ,सभी को लाइये सभी को बताइये,आप सभी इस कार्यक्रम में सपरिवार इष्ट मित्रों सहित आमंत्रित हैं! सभी अतिथियों की आवास एवं भोजन की व्यवस्था रहेगी

    कार्यक्रम का प्रसारण* जैनधर्म वाणी यूट्यूब चैनल पर लाइव होगा एवं जिनवाणी चैनल,पारस चैनल पर भी प्रसारण होगा🌻🌺🌷🏵️

     

    *प्रचार सहयोगी* 

        *वेबसाईट* : *www.vidyasagar.guru www.jindharma.com* 

    *एप्प*:*acharya shri vidyasagar* *यू ट्यूब*: *jaindharmvani जैनधर्म वाणी* 

     *क्यूआर कोड देखें* 

    🏵️🌷🌺🌻🌸

     

    *आयोजक /निवेदक* 

     पंचकल्याणक समिति, श्री 1008 वासुपूज्य दिगंबर जैन मंदिर कमेटी, श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर कमेटी 

    श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर कमेटी

    सकल दिगंबर जैन समाज घाटोल

     

    राजमल सेठ (नगर सेठ सकल दिगंबर जैन समाज ) 9950424291

     

    धनपाल लालावत (अध्यक्ष पंचकल्याणक समिति ) 9462473609

     

    मनसूखलाल पारसोलिया (महामंत्री)

    987011018

     

    अजित कुमार लालावत (अध्यक्ष मुनि त्यागी सेवा कमेटी ) 9928180361

     

    अजित मुंगाणिया (अध्यक्ष श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर ) 9929937373

     

    श्रीपाल वगेरिया (महामंत्री पंचकल्याणक समिति) 9829202980

     

    मानमल सितावत (उपाध्यक्ष पंचकल्याणक समिति) 9829775263

     

    महावीर धिरावत (सचिव पंचकल्याणक समिति) 9928184395

     

    अशोक सेठ (कोषाध्यक्ष पंचकल्याणक समिति) 8107936465

     

    दिनेश समादिया (सहकोषाध्यक्ष पंचकल्याणक समिति) 9829640639

     

    वैभव घाटलिया (अध्यक्ष जैन युवा संगठन) 9983383474

     

     पुनीत कोठारी (महामंत्री जैन युवा संगठन ) 9829679039

     

    श्रीमती गुंजन शाह (अध्यक्ष जयोदय महिला मंडल )

     

    प्रगति कोठारी (अध्यक्ष चंदनबाला बालिका मंडल )

  17. घाटोल 21/11/2023

     

    * *सांसों की चाबी से यह देह खिलौना चलता है* 

     

     *जो निरंतर धर्म के अनुष्ठान करते रहते है उन्हे यही स्वर्ग जैसा प्राप्त हो जाता है* 

     

     *जो भगवान का नाम लेते हुए जाते हैं अपार संपदा की प्राप्ति होती है* 

     

     *प्रभु की कथा भी पाप को नष्ट करने वाली है* 

     

     *यह माया धोखा है दान कर लो मौका है* 

     

     *पत्थर का मंदिर 2000 वर्ष तक रहता है* 

     

     *दान से महान और भगवान बनता है व्यक्ति* 

     

    श्री दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर हेरो डेम घाटोल जिला बांसवाड़ा (राजस्थान)मे परम पूज्य सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

    मुनि श्री विमल सागर जमहाराज ,मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज, मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में 21 नवंबर 2023 मंगलवार को प्रातः काल की वेला में धर्मसभा का आयोजन हुआ इस अवसर पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि मृत्यु का हमेशा ध्यान रखना चाहिए ,हमेशा सतर्क सावधान रहना चाहिए ,मृत्यु नए जीवन का द्वार खोलती है ,जो निरंतर धर्म के अनुष्ठान करते रहते है उन्हे यही स्वर्ग जैसा प्राप्त हो जाता है अपने आप को मंदिर बना लोगे तो मृत्यु से सुरक्षा हो जाएगी, भगवान को पुकारने वाले दुर्लभ होते हैं, जो प्रभु को भूल जाता है दुर्गति को प्राप्त होता है, जो भगवान का नाम लेते हुए जाते हैं अपार संपदा की प्राप्ति होती है,यह माया धोखा है दान कर लो मौका है, सांसों की चाबी से यह देह खिलौना चलता है।

    मुनिश्री भाव सागर जी महाराज ने कहा कि प्रभु की भक्ति ही पापो को नष्ट करने वाली है, भक्ति और स्तुति प्रभु से मिलाने व आत्मा से साक्षात्कार कराने वाली है, प्रभु की कथा भी पाप को नष्ट करने वाली है प्रभु के स्मरण से समस्त विघ्नों का नाश होता है कोई भय नहीं होता है बाहरी शक्तियों कभी उपद्रव नहीं कर सकती है, पत्थर का मंदिर 2000 वर्ष तक रहता है अनंत गुना पुण्य बनाने में सहयोग देने वाले को मिलता है, भगवान बनता है दान से महान और भगवान बनता है व्यक्ति , घाटोल में होने वाले पंचकल्याणक के पात्र बनने का अवसर छोड़ना नहीं गर्भ से मोक्ष तक की यात्रा देखने का विश्व का सबसे बड़ा सौभाग्य है भगवान कैसे बनते हैं यह देखने का पुण्यशाली अवसर है पंचकल्याणक में महापात्र बनने का सौभाग्य इन सभी को प्राप्त हुआ *राजा श्रेयांश* मुंगाणिया तेजपाल, किशन लाल , दरवेश कुमार परिवार , *ध्वजारोहण* घाटलिया देवेंद्र कुमार ,बसंतलाल, रितेश परिवार *लांतव इंद्र* खेंदावत राजमल छगनलाल परिवार को प्राप्त हुआ।

  18. घाटोल 20/11/2023

     

    *लक्ष्य हमेशा बड़ा होना चाहिए*

     

    *जो मंदिर में झाड़ू लगाता है उसके कर्म झड़ जाते है* 

     

    *असाता कर्म भक्ति के माध्यम से समाप्त हो जाते हैं* 

     

    श्री दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर हेरो डेम घाटोल जिला बांसवाड़ा (राजस्थान) मे परम पूज्य सर्वश्रेष्ठ साधक

    आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

    मुनि श्री विमल सागर जमहाराज ,मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज, मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में 20 नवंबर 2023 को प्रातः काल की वेला में धर्मसभा का आयोजन हुआ इस अवसर पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि सभी सीए , डॉ ,एमबीए, इंजीनियर आदि की डिग्री ले रहें है लेकिन अपने कल्याण के बारे में नही सोच रहे है घर बनाते है, लेकिन अपने आत्मघर की नही सोचते है, जीवन बुलबुला है कब फूट जाएं कह नही सकते, प्रभु का मंदिर बनाना सिद्धों की यात्रा का निमित्त है, जो साथ में नही जाना है उसके लिए दिन रात मेहनत करते है, खाल मिली थी यही खाली हाथ जाता हूं, नंदीश्वरद्वीप में भक्ति, पूजा ,आराधना के माध्यम से अधिक मात्रा में द्रव्य चढ़ा कर पुण्य का संचय करते है, 8 दिन पाप का त्याग करके पूजन भक्ति की जाती है, दान ,त्याग के माध्यम से ऐसा मंदिर निर्माण हो जो निर्वाण के लिए कारण बने, लक्ष्य हमेशा बड़ा होना चाहिए, ऐसा कहना चाहिए बड़ा सा सुंदर सा मंदिर बनायेंगे ,मंदिर बनाने का पुण्य समाप्त नहीं होता है, खजुराहो में प्रशस्ति में लिखा है जो मंदिर की पूजन आदि की व्यवस्था करेगा में उसका दासानुदास रहूंगा, फिरोजाबाद में बड़े सेठ मंदिर में झाड़ू लगाते थे ,जो मंदिर में झाड़ू लगाता है उसके कर्म झड़ जाते है.

    मुनिश्री अनंत सागर जी महाराज ने कहा कि जिसने अपने जीवन को भक्ति से जोड़ लिया वह आगे बढ़ जाता है ,तप, दान ,पूजा ,साधना से भी व्यक्ति आगे बढ़ जाता है, प्रभु की उपासना से जीव प्रभु बन जाता है ,असाता कर्म भक्ति के माध्यम से समाप्त हो जाते हैं, इस पर्व में विशेष पुण्य इकट्ठा होता है, पहले प्रचार, प्रसार के साधन नही थे लेकिन भक्ति बहुत थी, पूजन आदि से अपने जीवन को अच्छा बनाए.

  19. घाटोल 19/11/2023

     

    * *शांतिधारा बहुत पावरफुल होती है* 

     

    *हजारों वर्षों तक मंदिर रहे ऐसा मंदिर बने* 

     

    श्री दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर हेरो डेम घाटोल जिला बांसवाड़ा (राजस्थान) में परम पूज्य सर्वश्रेष्ठ साधक

    आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

    मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ,मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज, मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में 19 नवंबर 2023 को प्रातः काल की वेला में मंदिर पहुंच कर मंदिर के दर्शन किए इसके बाद धर्मसभा का आयोजन हुआ इस अवसर पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि अष्टाहानिका का पर्व अनादि निधन है, नंदीश्वर में जाकर महापूजा की जाती है, हम यहीं रहकर सिद्धो की आराधना कर सकते हैं, आज तीन बार शांति धारा हुई, यह बहुत पावरफुल होती है, यह सौभाग्य है ,मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए समर्पित रहना है, हजारों वर्षों तक मंदिर रहे ऐसा मंदिर बने अष्टाहानिका के व्रत करने से एक ही भव शेष रहता है, भक्ति , पूजा,आराधना अच्छे से करें, पंचकल्याणक में प्रत्येक घर से इंद्र, इंद्राणी बने इसको महा सौभाग्य समझे

  20. घाटोल 18/11/2023

     

    *प्रभु वह दरवेश है जो सब की खबर रखते हैं* 

     

    *जोड़ो तो बेजोड़ जोड़ो*

     

    *धन जोड़ने से अपने ही खजाने में सर्प बन जाता है व्यक्ति* 

     

    *15 वर्षो बाद मानस्थंभ की 8 प्रतिमाओं का हुआ महामस्तकाभिषेक* 

     

    *पंचकल्याणक महा महोत्सव के महापात्रों का हुआ चयन*   

     

    श्री वासुपूज्य दिगंबर जैन मंदिर घाटोल जिला बांसवाड़ा राजस्थान मे परम पूज्य सर्वश्रेष्ठ साधक

    आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

    मुनि श्री विमल सागर जमहाराज ,मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज, मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में 18 नवंबर 2023 को प्रातः काल की वेला में 15 वर्षो बाद मानस्थंभ की 8 प्रतिमाओं का महामस्तकाभिषेक शांतिधारा हुई इसके पश्चात पंचकल्याणक महोत्सव जो 11 से 16 दिसंबर तक संपन्न होना हैं इसके महापात्रो का चयन हुआ इसमें पूरे भारत से लोग शामिल होंगे यह कार्यक्रम ब्रह्मचारी प्रदीप, " सुयश" अशोक नगर के निर्देशन में हुआ इसमें प्रमुख पात्र बनने का सौभाग्य अनेक परिवारों को प्राप्त हुआ

     

    *भगवान के माता-पिता बनने का अजित लालावात श्रीमती शांति देवी* 

     

    *900 वर्ष प्राचीन मूलनायक श्री वासुपूज्य भगवान के विराजमानकर्ता श्रीमती कैलाश देवी, प्रतीक मुगांणिया परिवार* 

     

    *सौधर्म इन्द्र लालावत धनपाल ,आशीष ,दीपेश परिवार* 

     

    *कुबेर धिरावत पवन कुमार, धर्मेंद्र परिवार* 

     

    *महायज्ञ नायक कोठारी सुमतिलाल ,अल्पेश कुमार परिवार को प्राप्त हुआ* 

     

    एक प्रतिमा के लिए बदामी लाल दिनेश कुमार जोदावत परिवार ने स्वीकृति दी

     

     इस अवसर पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि गुरुदेव की कृपा से यह अवसर देखने को मिल रहा है ,गुरुवर शीघ्र ही वागड़ पधारे यह भावना है, गुरुदेव का आशीर्वाद चातुर्मास के लिए आया था और कहा था की वागड़ जाना है, रात्रि में विवाह नहीं करने का संकल्प 35 गांव के लोगों ने लिया है ,250 से अधिक बालकों के उपनयन संस्कार हुए हैं , कई लोगों ने 10 एवं 16 उपवास किए हैं, दिव्य वेदी पर प्रभु को विराजमान करना महत्वपूर्ण कार्य है ,चार वेदी की प्रतिष्ठा होगी, मान स्तंभ का अभिषेक भी 16 वर्षों बाद हो रहा है, अपने धन का जो सदुपयोग करते हैं वो पुण्य आत्मा होते हैं, प्रभु वह दरवेश है जो सब की खबर रखते हैं, दान के 7 क्षेत्र बताए गए हैं इन पर जो खर्च करता है वह सप्त परम स्थान को प्राप्त होता है ,अपने जीवन में खोटे कार्यों को नहीं करना , जोड़ो तो बेजोड़ जोड़ो, जोड़ने से अपने ही खजाने में सर्प बन जाता है व्यक्ति, जब तक माता-पिता नहीं बनेंगे तो भगवान कैसे आएंगे आंगन में, यह बहुत दुर्लभ क्षण है, प्रत्येक पात्र महत्वपूर्ण होता है, अवसर कब निकल जाए कह नहीं सकते, हमारा रजत दीक्षा वर्ष चल रहा है ब्रह्मचारी प्रदीप भैया जी अशोक नगर ने कहा कि चार अनुयोग रूप चार मुनिराज मिले हैं अच्छे से कार्य संपन्न करना है , इस कार्यक्रम में कांग्रेस प्रत्याशी नानालाल निनामा ने मुनि संघ को श्रीफल अर्पण करके आशीर्वाद लिया और कहा कि जैसा जैन समाज नियम पालन करती है वैसे ही मैं भी शुद्ध शाकाहारी हूं प्रातः 4 बजे उठता हूं ,जो तीर्थ की रक्षा करेगा उसको आप चुने ,साधुओं के विश्राम के लिए विश्राम स्थल बने आगे यद कार्य करने की भावना रखता हूं निंबाहेड़ा जिला चित्तौड़गढ़ से आई कमेटी ने श्रीफल अर्पण करके पंच कल्याणक करवाने हेतु श्रीफल अर्पण किया

  21. घाटोल 16/11/2023

     

     *51000 किमी से ज्यादा पदयात्रा हो चुकी है*

     

    *संस्कारो से मानव महा मानव बन जाता है*

     

     *पवित्र आत्माओं के महोत्सव मनाए जाते है*

     

    श्री वासुपूज्य दिगंबर जैन मंदिर मे परम पूज्य सर्वश्रेष्ठ साधक

    आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य 

    मुनि श्री विमल सागर जमहाराज ,मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज, मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में धर्म सभा का आयोजन हुआ इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए,मुनि श्री भाव सागर जी महाराज ने कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की 51000 किमी से ज्यादा पदयात्रा हो चुकी है ,पंचकल्याणक महोत्सव में आत्मा से परमात्मा बनते है,संस्कारो से मानव महा मानव बन जाता है, पवित्र आत्माओं के महोत्सव मनाए जाते है,मानव जीवन के हितार्थ व आत्मिक शांति की प्राप्ति हेतु प्राणी मात्र के कल्याणार्थ यह किए जाते है,यह तीर्थंकर प्रभु के जीवन का जीवंत प्रस्तुति करण है,इसमें मंत्रो भक्तियो,अनुष्ठान के माध्यम से प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होती है, इसमें श्रद्धा,समर्पण,संयम एवं तप के द्वारा गुणों का आरोपण किया जाता है,भगवान का जन्म होते ही समस्त दिशाएं,आकाश निर्मल हो जाता है,शीतल सुगंधित हवा बहने लगती है, शंखनाद,भेरीनाद,सिंहनाद, घंटानाद होता है,

  22. *राजस्थान का प्रथम अवसर*

    भक्ति , पूजन,जाप का अपूर्व अवसर का महा सौभाग्य आपको बुला रहा है

    900 वर्ष प्राचीन मूलनायक श्री वासु पूज्य भगवान की रजत वेदी गर्भगृह की महाप्रतिष्ठा

    *रजतमय पंचकल्याणक महोत्सव*

    पात्र चयन समारोह 

     

    🌷🌺🌻🏵️💐

    1008 श्री मज्जिनेन्द्र जिनबिम्ब प्रतिष्ठा महोत्सव ,गजरथ परिक्रमा एवं विश्व शांति महायज्ञ 11 से 16 दिसंबर 2023 तक 

    🌻🌺🏵️💐🌹

    *कार्यक्रमस्थल* 

    तीर्थंकर वाटिका श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर के सामने प्रतापगढ़ रोड एन एच 113 घाटोल, जिला बांसवाड़ा, (राजस्थान)

    *🌺🏵️🌷🌻

    *अतिशयकारी आशीर्वाद प्रदाता*

    🌞💐 मूकमाटी रचयिता परम पूज्य आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महामुनिराज 💐🌞

    🌺☘️ *पुण्यवर्धन सानिध्य*☘️🌺

    मुनि श्री 108 विमल सागर जी महाराज

    मुनि श्री 108 अनंत सागर जी महाराज

    मुनि श्री 108 धर्म सागर जी महाराज

    मुनि श्री 108 भाव सागर जी महाराज 🏵️🌷🌺🌻   

     

    *प्रतिष्ठाचार्य*

     , बा. ब्र. प्रदीप "सुयश" भैया जी " अशोक नगर 

    **महापुण्यवर्धक कार्यक्रम*

    पात्र चयन समारोह

    18 नवंबर 2023 शनिवार 

    प्रातः 8:00 बजे

    श्री वासुपूज्य मंदिर घाटोल

    💐🌻🌷🌹🏵️🌺

     

    *विशेष निवेदन** 

    सभी आइये ,सभी को लाइये सभी को बताइये,आप सभी इस कार्यक्रम में सपरिवार इष्ट मित्रों सहित आमंत्रित हैं! सभी अतिथियों की आवास एवं भोजन की व्यवस्था रहेगी

    कार्यक्रम का प्रसारण* जैनधर्म वाणी यूट्यूब चैनल पर लाइव होगा एवं जिनवाणी चैनल पर भी प्रसारण होगा🌻🌺🌷🏵️

    *प्रचार सहयोगी* 

        *वेबसाईट* : *www.vidyasagar.guru www.jindharma.com *फेसबुक*: jindharma *ट्वीटर* : jindharma * *एप्प*: acharya shri vidyasagar *यू ट्यूब*: jaindharmvani जैनधर्म वाणी

     *इंस्टाग्राम* - jindharmavani

    🏵️🌷🌺🌻🌸-

    🌷🌺🌻🏵️💐

    *आयोजक /निवेदक* 

     पंचकल्याणक समिति, श्री 1008 वासुपूज्य दिगंबर जैन मंदिर कमेटी, श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर कमेटी 

     श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन अहिंसा मंदिर कमेटी

    सकल दिगंबर जैन समाज घाटोल 

     

    राजमल सेठ 9950424291 सकल दिगंबर जैन समाज

     

    धनपाल लालावत 9462473609

    (अध्यक्ष पंचकल्याणक समिति ) 

     

    अजित कुमार लालावत 9928180361 (अध्यक्ष मुनि त्यागी सेवा कमेटी ) 

     

    वैभव घाटलिया 9983383474 (अध्यक्ष)

×
×
  • Create New...