शंका - गुरुवर के चरणों में नमोऽस्तु! गुरुवर! सन् 2001 में कुण्डलपुर में यह हुआ था, सन् 1987 में द्रोणगिरि में यह गुरुवर! आप हमेशा बिना सोचे एकदम जैसे आपको याद हो कि इस सन् में यह हुआ उस सन् में यह हुआ यह कैसे ? यह विशेष कृपा आचार्यश्री ने सिर्फ आपको ही दी है क्या ?
- श्री मनीष जैन, किशनगढ़
समाधान - (हंसते हुए) यह तो उन्हीं से जाकर पूछना पड़ेगा।