सदुपयोग विषय पर संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी के विचार साधन सामग्री मिलने पर भी उसका सदुपयोग करना बहुत कठिन है। धार्मिक क्षेत्र में इस शरीर का जितना चाहो उतना उपयोग करो यही इसका सदुपयोग है।