मौन विषय पर संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी के विचार
- मौन वालों को वचन शुद्धि एवं वचन सिद्धि प्राप्त होती है।
- वचन शुद्धि करने से वचन सिद्धि होती है।
- मौन पूर्वक ही भोजन करें वरन् हाजमा में गड़बड़ी होगी।
- नहीं बोलते हुए भी जो मन से बोलते रहते हैं, वे अज्ञानी माने जाते हैं और जो बोलते हुए भी आत्मतत्व में स्थिर रहते हैं, वे ज्ञानी कहलाते हैं।
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