आज्ञा विषय पर संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी के विचार आज्ञा देना आज्ञा पालने से भी कठिनतम कार्य है। गणधर परमेष्ठी भी आज्ञा सम्यक्त्वी होते हैं।