अपवाद विषय पर संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी के विचार
- अपवाद से जो व्यक्ति नहीं बचता वह कुछ काम नहीं कर सकता, भले ही उसमें सारी की सारी योग्यता हो।
- अपवाद होने के बाद अनुभव होते हैं तो वे अनुभव अच्छे नहीं माने जाते। औचित्य गुण मैंने इसलिए पकड़ रखा है कि कोई भी निर्णय जल्दी-जल्दी मत लो, सोच समझ कर विचार कर कोई कार्य करो।