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नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

सागर समाचार

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  1. *🌈 अद्भुतपंचकल्याणक महोत्सव पात्र चयन 🌈* _२८ जनवरी २०१९, सोमवार_ 🤴🤴🤴🤴🤴🤴🤴🤴 _⛳ माता-पिता_ *श्रीमान खुशाल चंद जी - नीता जैन सी ए तीर्थ क्षेत्र कमेटी राष्ट्रीय महामंत्री (बरोदिया वाले) मुंबई निवासी सौधर्मइंद्र अनिल कुमार जैन चौधरी (बांदरी वाले) 🌈🌈🌈🌈🌈🌈🌈🌈 *🙏 मंगल आशीर्वाद* _श्रमणकुलतिलक चारित्र चूडामणि चर्या चक्रवर्ती पूज्यपाद दिगंबराचार्य *श्री विद्यासागर जी महाराज *🙏 मंगल सानिध्य* _सौम्यमूर्ति महातपस्वी *पूज्य मुनिश्री विमलसागर जी मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि श्री धर्मसागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी महाराज ससंघ*_ _🙏 प्रतिष्ठाचार्य जी_ *प्रतिष्ठा सम्राट प्रतिष्ठा रत्न आदरणीय* *बाल ब्रह्मचारी विनय भैया जी बंडा* _🙏 निवेदक & आयोजक 🙏_ *सकल दिगंबर जैन समाज बरोदिया कलां* *तह- मालथौन जिला- सागर (म.प्र.)* *विशेष* कार्यक्रम का प्रसारण जिनवाणी चैनल पर होगा *आगामी कार्यक्रम* 29 जनवरी दोपहर 1:00 बजे घटयात्रा 30 जनवरी प्रातः 8:00 बजे ध्वजारोहण मंडप शुद्धि गर्भ कल्याणक पूर्व रूप प्रेषक :-नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100 संयम जैन बरोदिया कला 9171909419
  2. *🌈 अद्भुतपंचकल्याणक महोत्सव पात्र चयन 🌈* _२८ जनवरी २०१९, सोमवार_ 🤴🤴🤴🤴🤴🤴🤴🤴 _⛳ माता-पिता_ *श्रीमान खुशाल चंद जी - नीता जैन सी ए तीर्थ क्षेत्र कमेटी राष्ट्रीय महामंत्री (बरोदिया वाले) मुंबई निवासी सौधर्मइंद्र अनिल कुमार जैन चौधरी (बांदरी वाले) 🌈🌈🌈🌈🌈🌈🌈🌈 *🙏 मंगल आशीर्वाद* _श्रमणकुलतिलक चारित्र चूडामणि चर्या चक्रवर्ती पूज्यपाद दिगंबराचार्य *श्री विद्यासागर जी महाराज *🙏 मंगल सानिध्य* _सौम्यमूर्ति महातपस्वी *पूज्य मुनिश्री विमलसागर जी मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि श्री धर्मसागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी महाराज ससंघ*_ _🙏 प्रतिष्ठाचार्य जी_ *प्रतिष्ठा सम्राट प्रतिष्ठा रत्न आदरणीय* *बाल ब्रह्मचारी विनय भैया जी बंडा* _🙏 निवेदक & आयोजक 🙏_ *सकल दिगंबर जैन समाज बरोदिया कलां* *तह- मालथौन जिला- सागर (म.प्र.)* *विशेष* कार्यक्रम का प्रसारण जिनवाणी चैनल पर होगा *आगामी कार्यक्रम* 29 जनवरी दोपहर 1:00 बजे घटयात्रा 30 जनवरी प्रातः 8:00 बजे ध्वजारोहण मंडप शुद्धि गर्भ कल्याणक पूर्व रूप प्रेषक :-नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100 संयम जैन बरोदिया कला 9171909419
  3. _*🦋*_ _*🎊*महादान की बधाई हो *🎊बधाई हो🎊*_ _*☀*आचार्य श्री विद्यासागर जी मुनिराज*☀* के आहारदान के *उपलक्ष्य* में_ _*💁🏻‍♂श्री प्रेमचन्द जी,सौरभ जी, गौरव जी,नीरज जी,दिव्यांश,शुभांकर(उपकार परिवार)* ने आज *एशिया का सबसे बड़ा बनने वाला भाग्योदय में🚩 सहस्त्रकूट जिनालय🚩* के *नींव से लेकर शिखर तक* बनवाने की घोषणा की हैं..जी हां जिसकी अनुमानित *लागत 1100 कलश (11 महाकलश )* से अधिक बताई जा रही हैं..!!_ _*😄गुरु के प्रति अद्दभुत समर्पण..!!😄*_ _◆ श्री प्रेमचन्द जी एंव धर्मपत्नी दोनों लोग 2 प्रतिमाधारी हैं..!!_ _◆आपका परिवार पुज्य मुनिश्री प्रमाणसागर जी के अनन्य भक्त हैं_ _◆श्री प्रेमचन्द जी गुणायतन संस्थापक सदस्य, ट्रस्टी,कार्यकारणी उपाध्यक्ष हैं.!!_ _◆आपके परिवार की तरफ से गुणायतन में 4 मूल वेदियों में से 1 वेदी आपके परिवार की तरफ से बनवाने की घोषणा हैं_ _◆आप भाग्योदय के ट्रस्टी एंव सहस्त्रकूट की 12 मूल प्रतिमाओं में 1 प्रतिमा आपके परिवार की ऒर से प्रदान की गयी हैं..!!_ *■आपकी शुरू से एक जिनालय बनवाने की भावना थी पर आहारचर्या उपरान्त गुरु की मुस्कान औऱ आर्शीवाद पाकर श्री प्रेमचन्द जी ने अपने भाव प्रकट किए■* _★तुममे कोई सम्मोहन हैं , हैं या कोई जादू टोना.....ऐसे निर्ग्रन्थ,निर्मोही, *बुन्देलखण्ड के तीर्थंकर सम देवता* के चरणों में बारम्बार- नमोस्तु,नमोस्तु,नमोस्तु...🙏🏻_ _*प्रेम चंद्र जी संध्या सौरभ भाई एवं इस महादानी परिवार के महादान की अनुमोदना*_ *नीरज वैद्यराज पत्रकार* 07582888100
  4. *🌈 बरोदिया पंचकल्याणक पात्र चयन 🌈* _२८ जनवरी २०१९, सोमवार_ 🤴🤴🤴🤴🤴🤴🤴🤴 _⛳ माता-पिता_ *श्रीमान खुशाल चंद जी - नीता जैन मुंबई* (बरोदिया वाले) 🌈🌈🌈🌈🌈🌈🌈🌈 *🙏 मंगल आशीर्वाद* _श्रमणकुलतिलक चारित्र चूडामणि चर्या चक्रवर्ती पूज्यपाद दिगंबराचार्य *श्री विद्यासागराचार्य ऋषिराज*_ *🙏 मंगल सानिध्य* _सौम्यमूर्ति महातपस्वी *पूज्य मुनिश्री विमलसागर जी महाराज ससंघ*_ _🙏 प्रतिष्ठाचार्य जी_ *प्रतिष्ठा सम्राट प्रतिष्ठा रत्न आदरणीय* *बाल ब्रह्मचारी विनय भैया जी बंडा* _🙏 निवेदक & आयोजक 🙏_ *सकल दिगंबर जैन समाज बरोदिया कलां* *तह- मालथौन जिला- सागर (म.प्र.)* _🙏🙏 प्रेषक 🙏🙏_ * नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100
  5. 🏳‍🌈 *मंगल विहार*🏳‍🌈 *संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी महाराज संसंघ का मंगल विहार पंचकल्याणक महोत्सव के बाद बांदरी से हुआ* विहार दिशा -बरोदिया जिला सागर *🌈आगामी ऐतिहासिक पंचकल्याणक 🌈* *बरोदिया* *30जनवरी से 4 फरवरी* *🙏 मंगल आशीर्वाद🙏* _श्रमणकुलतिलक चारित्र चूडामणि_ चर्या चक्रवर्ती पूज्यपाद _दिगंबराचार्य_ *श्री विद्यासागराचार्य ऋषिराज* *🙏 मंगल सानिध्य 🙏* _आचार्य भगवान के परम प्रभावक ज्येष्ठ शिष्य सौम्यमूर्ति महातस्वी *_नगर गौरव पूज्य मुनिश्री विमलसागर जी महाराज_* _पूज्य मुनिश्री अनंतसागर जी महाराज_ _पूज्य मुनिश्री धर्मसागर जी महाराज_ पूज्य मुनिश्री अचलसागर जी महाराज _पूज्य मुनिश्री भावसागर जी महाराज_ 🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈 _आर्यिका माँ अनंतमति माताजी ससंघ (19)_ _आर्यिका माँ भावनामति माताजी ससंघ (3) प्रतिष्ठाचार्य जी_ आदरणीय बा.ब्र. विनय भैया✍🏻✍🏻 *नीरज वैद्यराज पत्रकार*07582888100
  6. बांदरी जिला सागर 26-01-2019 *पंचकल्याणक गजरथ फेरी सानंद संपन्न हुई*- मुनि श्री *बांदरी जिला सागर मध्यप्रदेश* में *सर्वश्रेष्ठ *साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज**के *शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि धर्मसागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी ससंघ* एवं* आर्यिका श्री अनंत मति माताजी ससंघ एवं आर्यिका श्री भावना मति माता जी आदि 22 आर्यिकाओं के सानिध्य मे एवं प्रतिष्ठाचार्य बाल ब्रह्मचारी विनय भैया बंडा के निर्देशन में चल रहे श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर बांदरी के पंच कल्याणक महोत्सव में पुलिस थाना ग्राउंड में पंच कल्याणक स्थल पर आचार्य श्री जी की पूजन आर्यिकाश्री अंनत मति माताजी आर्यिका श्री शुक्ल मति माताजी जी ने पढ़ी एवं पूजन करवाई।और पूजन की द्रव्य अनेक जगह के श्रद्धालुओं के द्वारा लाई गई।प्रातःकाल मोक्ष कल्याणक संपन्न हुआ।श्री आदिनाथ भगवान को मोक्ष की प्राप्ति हुई और निर्वाण कल्याणक मनाया गया। मंदिर जी में मूलनायक पारसनाथ भगवान का भी मोक्ष कल्याणक संपन्न हुआ।मुनि संघ के द्वारा क्रियाऐ संपन्न करवाई गयी।इस अवसर पर मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि भगवान को स्वतंत्रता की प्राप्ति हो गई है। आज गणतंत्र दिवस है दोपहर में गजरथ फेरी हुई ,जिसमें आगे हाथी फिर मुनि संघ एवं आर्यिका संघ ब्रह्मचारी भैया ,ब्रह्मचारिणी दीदी ,तीन रथ पर श्री जी, ऐरावत हाथी ,अनेक रथ ,आचार्य श्री विद्यासागर दिव्य घोष गौरझामर , टीकमगढ़ घोष ,बंडा एवं खुरई का ध्वनि विस्तारक यंत्र, और इंद्र इंद्राणी चल रहे थे।और अष्ट कुमारी भी रथ पर सवार थी। इस कार्यक्रम में लगभग बीस हजार से ज्यादा की जनता अनेक गांवों एवं शहरों से आई थी। मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि गुरु की महिमा को बता नहीं सकते। गजरथ की फेरी में हमारे आगे गुरुदेव चल रहे थे भावनात्मक रूप से।श्रद्धा के माध्यम से बड़े-बड़े कार्य हो जाते हैं।जब तक गजरथ महोत्सव में फेरी नहीं होती है , तो अधूरा लगता है। जब तक गुरुदेव धरती पर विचरण करते रहेंगे।जिनालय में वृद्धि होती रहेगी।आचार्य श्री जगह-जगह चित्रकूट जिनालय के लिए आशीर्वाद प्रेरणा सानिध्य दे रहे हैं। सांसारिक कार्य में लाखों करोड़ों खर्च कर देते हैं ।संसार के सारे फेरों को बंद करके सप्त परम् स्थान को प्राप्त कराता है, गजरथ महोत्सव। ऐसे कार्यकर्ताओं को विशेष आशीर्वाद जो दूर रहकर कार्य करते रहे। हम सभी को आचार्य श्री के दर्शन अति शीघ्र हो ऐसी हमारी भावनाएं है। आर्यिका श्री अनंत मति माताजी ने कहा कि मुनि श्री की साधना और तप के प्रभाव से गजरथ महोत्सव निर्विघ्न संपन्न हुआ जैसे ही प्रभु बाहर निकले सुनहरी धूप निकली जबकि मौसम बहुत गड़बड़ था। गुरुजी की छाया ही यहां मौजूद थी। गुरु की भक्ति और आशीष का चमत्कार है ,जो यह कार्य अच्छे से संपन्न हो गया। पंच ऋषिराजो के सानिध्य में यह जो पंचकल्याणक हुआ हमें लाभ मिला।हमें गुरुदेव के दर्शन अति शीघ्र मिले। पूज्य मुनि श्री की जन्मस्थली बरोदिया में पंच कल्याणक होना है। मुनि श्री का वात्सल्य हमेशा बना रहे पंचकल्याणक के महापात्र भगवान के माता -पिता ऋषभ गोयल (बांदरी) सागर और सौधर्म इंद्र सुदीप गोयल ,कुबेर अशोक कुमार दीप कमल मेडिकल आदि पात्रों का सम्मान किया गया । रात्रि में आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।कार्यक्रम में बिभिन्न नगरों से लोग शामिल हुये। प्रेषक :- नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100
  7. बांदरी जिला सागर 24-01-2019 *भारत की व्यवस्था अच्छी बने - मुनि श्री* बांदरी जिला सागर मध्यप्रदेश में सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि धर्मसागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी ससंघ एवं आर्यिका श्री अनंत मति माताजी ससंघ एवं आर्यिका श्री भावना मति माता जी आदि 22 आर्यिकाओं के सानिध्य मे एबं प्रतिष्टाचार्य बाल ब्रह्मचारी विनय भैया बंडा के निर्देशन में चल रहे *श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर बांदरी* के पंच कल्याणक महोत्सव में पुलिस थाना ग्राउंड में पंच कल्याणक स्थल पर आचार्य श्री जी की पूजन मुनि श्री भाव सागर जी ने करवाई यह पूजन आर्यिका श्री गुण मति माता जी द्वारा रचित है। और पूजन की द्रव्य चन्द्रप्रभु जिनालय एवं पंच परमेष्ठी ग्रुप बंडा के द्वारा लाई गई । धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि भाग्य का अतिशय आप देख रहे हैं। कल्याणक मनाने के लिए सभी एकत्रित हो जाते हैं ना महापुरुष होते हैं वह महान पुरुषार्थ करने वाले होते हैं। तीर्थंकरों के पूर्व अवस्था में अर्थ पुरुषार्थ सिखलाया। विवाह इसलिए किया जाता है कि जिससे धर्म का प्रवाह चलता रहे। वासना की पूर्ति के लिए विवाह नहीं होता है। असि, मसि, कृषि, विद्या, वाणिज्य और शिल्प का उपदेश दिया। भाग्य के भरोसे नहीं बैठे पुरुषार्थ करें। राजाओं को रक्षा करने के लिए कहा जिससे भारत की व्यवस्था अच्छी बनी रहे। आज वर्षो हो जाते है न्याय नहीं मिलता है। एक गाय की कहानी के माध्यम से मुनि श्री ने बताया कि न्याय किस प्रकार किया राजा ने। अपराध को छुपाना भी बड़ा अपराध है। भारतीय संस्कृति कहती है कि विश्व एक परिवार है। आचार्य श्री ने सात सूत्र दिए हैं स्वस्थ बचन, स्वस्थ तन, स्वस्थ मन, स्वस्थ वन, स्वस्थ वतन, आदि वास्तविक शिक्षा वही मानी जाती है जिसमें कुछ अच्छा हो। पहले के लोग बीजो को जगह-जगह डालकर वृक्षों को उगाते थे। धन स्वस्थ नहीं होगा। तो मन भी स्वस्थ नहीं होगा किसान की भाव हिंसा बहुत कम होती है वह बहुत संतोषी होता है। खेती-बाड़ी है मर्यादा शिक्षा साड़ी है। उस गृहस्थ को लौकिक सुख है जिसके घर में खेती है जिसके घर मे साग फलों का बगीचा है जिनके यहां गायों का समूह है जिनके घर में मीठे जल का कुआं है पहले कुए का पानी और संतों की वाणी चलती थी। हमारा भारत सोने की चिड़िया कहलाता था आज भारत के लोग पिछलग्गू बन रहे हैं *इंडिया हटाओ भारत लाओ* यह गुरुदेव का कहना है। हथकरघा के वस्त्रों में अहिंसा का प्रयोग होता है और आप के वस्त्रों में *मटनटेलो* नामक चर्बी का प्रयोग होता है। इसलिए *चल चरखा जांचा परखा हथकरघा* आप अशुद्ध खाओगे तो साधुओं को कैसे शुद्ध भोजन खिलाओगे जब मूलाचार का पालन नहीं होगा तो समयसार का पालन कैसे होगा। बफर सिस्टम नहीं होना चाहिए। मुनिराज के जब तक पैरों में दम रहता है तब तक खड़े होकर ही आहार करते है महिला संगीत में जो विकृतिया आ गई है। दोपहर में मुनि श्री के द्वारा प्रतिमाओं पर दीक्षा के संस्कार किये और भगवान को नवीन पिच्छिका आर्यिका श्री ऋजुमति माता जी ने भिजबाई एवं आर्यिका श्री अनंत मति माता जी ससंघ एवं आर्यिका श्री भावना मति माता जी ससंघ ने प्रदान की। कमंडल भगवान के माता पिता श्री ऋसभ जैन बांदरी और सभी ब्रम्हचारी भैया एवं ब्रम्हचारिणी दीदियों ने प्रदान किया। मुनि श्री विमल सागर जी ने दीक्षा की महिमा बताई। प्रतिदिन रात्रि में आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं।कार्यक्रम में बिभिन्न नगरों से लोग शामिल हुये। 25 जनवरी शुक्रवार को प्रात 7 बजे अभिषेक, पूजन, विधान की क्रिया सम्पन्न होगी। दोपहर 1 बजे मंत्र आराधना मुनि संघ के द्वारा मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की क्रियाएं होगी। शाम 4 बजे केवल ज्ञान एवं समवशरण में मुनि श्री की दिव्य वाणी से उद्बोधन केवल ज्ञान पूजा रात्रि में आरती 7 बजे, 8 बजे से शास्त्र प्रवचन सांस्कृतिक कार्यक्रम 9 बजे से होंगे। 26 जनवरी शनिवार को मोक्ष कल्याणक के दिन प्रातः 7 बजे से मोक्ष गमन मुनि श्री के प्रवचन दोपहर 1 बजे विशाल गजरथ परिक्रमा एवं मेला होगा। 108 गांव एवं भारत के विभिन्न नगरो से श्रद्धालु आएंगे। बरोदिया में भी 30 जनवरी से 4 फरवरी 2019 तक पंचकल्याणक महोत्सव मुनि श्री विमल सागर जी ससंघ के सानिध्य में होगा पात्र चयन 28 जनवरी को होने की संभावना है मुनि श्री के बरोदिया में 27 जनवरी को पहुंचने की संभावना है 30 जनवरी 2019 बुधवार को घटयात्रा, ध्वजारोहण, गर्भ कल्याणक, पूर्व रूप 31 जनवरी गुरुवार को गर्भ कल्याणक(उत्तर रूप), 1 फरवरी शुक्रवार को जन्म कल्याणक, 2 फरवरी शनिवार को तप कल्याणक, 3 फरवरी रविवार को ज्ञान कल्याणक, 4 फरवरी सोमवार को मोक्ष कल्याणक एवं विशाल गजरथ फेरी एवं मेला होगा इस कार्य में पूरे देश के लोग आएंगे। नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100
  8. बांदरी जिला सागर 25-01-2019 *ज्ञान कल्याणक* *करोड़ो में एक दाता होता है - मुनि श्री* बांदरी जिला सागर मध्यप्रदेश में सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि धर्मसागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी ससंघ एवं आर्यिका श्री अनंत मति माताजी ससंघ एवं आर्यिका श्री भावना मति माता जी आदि 22 आर्यिकाओं के सानिध्य मे एबं प्रतिष्टाचार्य बाल ब्रह्मचारी विनय भैया बंडा के निर्देशन में चल रहे *श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर बांदरी* के पंच कल्याणक महोत्सव में पुलिस थाना ग्राउंड में पंच कल्याणक स्थल पर आचार्य श्री जी के अर्घ मुनि श्री विमल सागर जी ने पढ़े एवं पूजन करवाई । और पूजन की द्रव्य सागर के श्रद्धालुओं के द्वारा लाई गई । आर्यिका श्री निर्वेग मति माता जी , आर्यिका श्री संवेग मति माता जी का रजत दीक्षा दिवस मनाया गया। एवं मुनिराज वृषभ सागर जी की आहार चर्या हुई। भगवान की धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि मुनिराज कब आहार के लिए उठे और हम कब पड़गाहन करें। 6 माह धर्म ध्यान के साथ उन्होंने निकाले। आहार ऐसी प्रक्रिया है। समय के साधना में सहायक है। जैन धर्म की रीढ़ दान है। दान नहीं होता तो यह धर्म एकता नहीं। पंचम काल के अंत तक मुनिराजों के दर्शन होंगे। जो श्रावक मनुष्य जन्म लेकर दान नहीं करता ऐसा व्यक्ति दुर्गति का पात्र बनता है दानपूजा के माध्यम से पाप धुलता है। यथा विधि दान देना चाहिए। मुनिराज का पड़गाहन गदगद भावों से करें। तीर्थंकर सर्वश्रेष्ठ पात्र होते हैं जो इनको दान देता है उसी भाव से मुक्ति का पात्र बनता है। हाथ जोड़कर नम्र होकर पड़गाहन करना चाहिए। अपने लिए जो शुद्ध भोजन बनाता है उसका दान करते हैं गृहस्थ। पाद प्रक्षालन इसलिए करते हैं जिससे गृहस्थ के अंदर जो कर्म धूली लगी है वह दूर हो जाए। जिस गृहस्थ के यहां साधु के चरण नहीं पड़ते हैं उस गृहस्थ का घर पवित्र नहीं हो पाता है। आपके घर में चिंतामणि रत्न आते हैं। लाखों में एक वक्ता और करोड़ों में एक दान होता है प्रतिदिन रात्रि में आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं।कार्यक्रम में बिभिन्न नगरों से लोग शामिल हुये। नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100
  9. बांदरी जिला सागर 23-01-2019 *108 गाय दान दी गई* बांदरी जिला सागर मध्यप्रदेश में सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि धर्मसागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी ससंघ एवं आर्यिका श्री अनंत मति माताजी ससंघ एवं आर्यिका श्री भावना मति माता जी आदि 22 आर्यिकाओं के सानिध्य मे एबं प्रतिष्टाचार्य बाल ब्रह्मचारी विनय भैया बंडा के निर्देशन में चल रहे *श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर बांदरी* के पंच कल्याणक महोत्सव में पुलिस थाना ग्राउंड में पंच कल्याणक स्थल मैं जन्म कल्याणक में प्रातः अभिषेक शांतिधारा पूजन विधान की क्रिया संपन्न हुई । बालक आदी कुमार का जन्म हुआ और सब ने बहुत खुशियां मनाई और नृत्य किया। आचार्य श्री की महा पूजन हुई । जो आर्यिका श्री शुक्ल मति माताजी ने करवाई । नेहा नगर मकरोनिया,बाहुबली कालोनी सागर गौरझामर से श्रद्धालु पूजन की द्रव्य अर्पण करने आए। इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी ने कहा कि आज आप लोग बड़े प्रसन्न नजर आ रहें हैं, जब खुशी बढ़ जाती है तो सब कुछ भूल जाते हैं।जब तीन लोक के नाथ का जन्म होता है तो तीनों लोकों में खुशी होती हैं। जिनका जन्म होता हैं उनका मरण निश्चित है। सूर्य का उगना जन्म का प्रतीक हैं और सूर्य डूबना मरण का प्रतीक हैं। आज के दिन एक ऐसे व्यक्तित्व ने जन्म लिया जिसके जन्म लेते ही सौधर्म इंद्र का आसन कम्पायमान हो गया।मनुष्य जन्म दुर्लभता से मिलता हैं।यह जन्म पाकर आत्म तत्व का अवलोकन करें।आज आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ के सानिध्य में ईश्वरवारा में भगवान श्री शान्तिनाथ जी का महामस्तकाभिषेक हो रहा है। जिनेंद्र भगवान का जो प्रथम दर्शन करता है,वह अग्रिम पंक्ति में आता हैं।सुमेरु पर्वत पर आज जन्मे तीर्थंकर का 1008 कलशों से अभिषेक होता हैं। कलश स्वर्ण रत्न जड़ित होते हैं। प्रभु तो अतुल बल धारी होते हैं।जो हम कलिकाल में कलशों से अभिषेक करता है ,उसका सुमेरु पर अभिषेक होता हैं।आने वाले समय मे ऐसा नही हो कि अभिषेक भी डिस्पोजल से करने लग जाये।भगवान का अभिषेक शांतिधारा अच्छी धातु के पात्रों से करोगे तो आप का पुण्य भी बढ़ेगा।अभिषेक के लिये जो भी स्नान करता हैं वही से उसका पुण्य प्रारंभ हो जाता हैं ।अपने जन्मदिवस पर यह भावना भाओ की एक बरस निकल गया हैं वर्ष गाँठ का। उस दिन हमें दीपक से आरती करना चाहिए और जितने वर्ष के हो गए हैं उतने श्रीफल भगवान के सामने चढ़ाना चाहिए और उतने ही कलशो से अभिषेक करना चाहिए। कांटों नहीं बाटों। जिन्होंने मोक्ष मार्ग में सीना ताना है पसीना बहाया हैं उन्हें अगले भव में पसीना नहीं आता हैं। पूर्व में तपस्या और देव शास्त्र गुरु की आराधना की थीं उसका परिणाम है अच्छा शरीर मिलता है आप सबकी पहले से भावना थी कि बांदरी में भी एक गौशाला खुले। चारों ओर हिंसा का तांडव हो रहा हैं ।आपके लिए यह जिम्मा सौंपा है आप गायों का यदि पालन नहीं करोगे तो आपको अभिशाप लगेगा । आज लोगों ने 108 गायो के दान की घोषणा की हैं, ओर आगे 1008 गायो के दान की घोषणा हो ।एक तरफ सारी क्रियाएं और यह तरफ एक जीव के लिए अभयदान दे दो यह महत्वपूर्ण हैं। हमें जीवन में एक गाय का दान जरूर करना चाहिए । मोक्ष की यात्रा दया से प्रारंभ होती है।अशुद्ध क्रीम लगाने से सुंदरता नहीं बढ़ती है ।जो भगवान की भक्ति करता है उसको सुंदर रुप मिलता है।प्रतिदिन रात्रि में आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं।कार्यक्रम में बिभिन्न नगरों से लोग शामिल हुये। नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100
  10. बालक कांपलेक्स सागर मध्य प्रदेश 12/01/2019 *महान होते हैं गुरु-मुनि श्री* सर्वश्रेष्ट साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आज्ञानुवर्त प्रभावक शिष्य पाठशाला प्रेरक मुनि श्री निर्णय सागरजी महराज एवम मुनि श्री पदम सागर जी महाराज के सानिध्य में संस्कारो को प्राप्त करने के लिये पुरुष और महिलाओ की पाठशाला का प्रारंभ किया गया। मुनि श्री पदम सागर जी महाराज ने आज आचार्य भक्ति का अर्थ बताते हुये आचार्य के गुणों पर प्रकाश डाला ।उन्होंने बताया कि आचार्यो में अनेक गुण होते हैं, जैसे सम्पूर्ण शास्त्रों के जानकार ,स्व और पर को जानने में कुशल,छत्तीस गुणों से सहित,बारह तप ,दश धर्म, पांच आचार्य, छह आवश्यक गुण, तीन गुप्ति ऐसे छत्तीस गुणों से सहित आचार्य की भक्ति करने और संयम को धारण करने से संसार भव सागर से पार हो सकते हैं तथा अपने अष्ट कर्मो को नाश कर सकते हैं।जन्म मरण के दुखों से भी छूट सकते हैं। आज संसार मे सच्चे गुरुओ का मिलना कठिन व दुर्लभ हैं ।वर्तमान में आगम के अनुसार चर्या पालन करने वाले गुरु बड़े पूण्य के योग्य से मिलते हैं। हमें ऐसे गुरुओ का सानिध्य पाकर अपनी आत्मा का कल्याण करना चाहिए।13/01/2019 दिन रविवार को मुनि द्वय के प्रवचन होंगे ,साथ ही पाठशाला के बच्चों द्वारा अभषेक पुजन भी होगा। उसके बाद बच्चों को मिष्टान वितरण होगा।यह भी ज्ञात हो की आज से 15 वर्ष पहले 2005 में मुनि श्री निर्णय सागर जी के सानिध्य में बालक कॉम्प्लेक्स में बच्चों की पाठशाला प्रारम्भ की गई थी,जो कि आज दिनांक तक अनवरत जारी हैं। जैनेतर लोग भी आकर धर्म लाभ ले रहे हैं। आज की धर्मसभा में बंडा, विदिशा, जैसीनगर,आदि नगरों के साथ ही सागर के विभिन्न कालोनी अंकुर कालोनी, नेहा नगर आदि जगहों के लोगो ने श्री फल भेट किया और आशीर्वाद प्राप्त किया। मुनि संघ बालक कांपलेक्स में विराजमान है।कल की आहारचर्या बालक काम्प्लेक्स में ही होगी। नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100
  11. *अनूठा पंचकल्याणक महोत्सव*20 से 26 जनवरी 2019 *स्थान* श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर बांदरी जिला सागर (मध्य प्रदेश) *कार्यक्रम स्थल* पुलिस थाना ग्राउंड बांदरी *संभावित सानिध्य* * बाल ब्रह्मचारी संघनायक आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज ससंघ * *मार्गदर्शन* मुनि श्री 108 विमल सागर जी मुनि श्री 108 अनंत सागर जी मुनि श्री 108 धर्म सागर जी मुनि श्री 108 अचल सागर जी मुनि श्री 108 भाव सागर जी महाराज ससंघ एवं आर्यिका श्री 105 अनंत मति माताजी ससंघ आर्यिका श्री 105 भावना मति माताजी सहित 22 आर्यिका *मांगलिक महोत्सव कार्यक्रम* 20 जनवरी 2019-रविवार घट यात्रा ,ध्वजारोहण 21 जनवरी 2019 सोमवारगर्भ कल्याणक पूर्वरूप 22 जनवरी 2019 मंगलवार गर्भ कल्याणक उत्तररूप। 23 जनवरी 2019बुधवार जन्मकल्याणक। 24 जनवरी 2019 गुरुवार तप/दीक्षा कल्याणक 25 जनवरी2019 शुक्रवार ज्ञान कल्याणक 26 जनवरी2018 शनिवार मोक्ष कल्याणक/गजरथ फेरी *प्रतिष्ठाचार्य* प्रतिष्ठा सम्राट प्रतिष्ठा रत्न बाल ब्रह्मचारी विनय भैया जी बंडा *आयोजक* सकल दिगंबर जैन समाज बांदरी जिला सागर (मध्य प्रदेश)कार्यक्रम का प्रसारण जिनवाणी चैनल पर होगा नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100
  12. *अनूठा पंचकल्याणक महोत्सव* 20 से 26 जनवरी 2019 *स्थान* श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर बांदरी जिला सागर (मध्य प्रदेश) *कार्यक्रम स्थल* पुलिस थाना ग्राउंड बांदरी *संभावित सानिध्य* बाल ब्रह्मचारी संघनायक आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज ससंघ *मार्गदर्शन* मुनि श्री 108 विमल सागर जी मुनि श्री 108 अनंत सागर जी मुनि श्री 108 धर्म सागर जी मुनि श्री 108 अचल सागर जी मुनि श्री 108 भाव सागर जी महाराज ससंघ एवं आर्यिका श्री 105 अनंत मति माताजी ससंघ आर्यिका श्री 105 भावना मति माताजी सहित 22 आर्यिका *मांगलिक महोत्सव कार्यक्रम* 20 जनवरी 2019-रविवार घट यात्रा ,ध्वजारोहण 21 जनवरी 2019 सोमवारगर्भ कल्याणक पूर्वरूप। 22 जनवरी 2019 मंगलवार गर्भ कल्याणक उत्तररूप। 23 जनवरी 2019बुधवार जन्मकल्याणक। 24 जनवरी 2019 गुरुवार तप/दीक्षा कल्याणक। 25 जनवरी2019 शुक्रवार ज्ञान कल्याणक 26 जनवरी2018 शनिवार मोक्ष कल्याणक/गजरथ फेरी *प्रतिष्ठाचार्य* प्रतिष्ठा सम्राट प्रतिष्ठा रत्न बाल ब्रह्मचारी विनय भैया जी बंडा *आयोजक* सकल दिगंबर जैन समाज बांदरी जिला सागर (मध्य प्रदेश)कार्यक्रम का प्रसारण जिनवाणी चैनल पर होगा नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100
  13. बांदरी 11-1-2019 *धार्मिक कार्यों में सहयोग करें* *मुनिश्री* बांदरी जिला सागर( मध्यप्रदेश) मे सर्व श्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य *मुनि श्री विमल सागर जी मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि धर्मसागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी ससंघ एवम आर्यिका श्री अनंत मति माताजी ससंघ एवं आर्यिका श्री भावना मति माता जी आदि 22 आर्यिकाओं के सानिध्य मे आचार्य श्री की पूजन हुई । आर्यिका श्री संवेग मति माताजी ने अपने उद्बोधन में अपने गुरु का गुणगान किया और उन्होंने बताया कि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की चर्या हमेशा उत्कृष्ट रही है मुनि श्री भावसागर जी ने कहा कि यहां पर पंचकल्याणक होने वाले हैं आप लोगों को तन मन धन से जुट जाना है । यह किसी एक व्यक्ति का कार्य नहीं है पूरी समाज को मिलकर यह कार्य करना है आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का भी आगमन होगा, हमें पूर्ण विश्वास है ।मंदिर में छत्र, चमर ,भामंडल एवं मंदिर के पूजन के पात्र अच्छी धातु के होना चाहिए। मंदिर के कार्यों में सभी को सहयोग करना चाहिए। यह पंचकल्याणक ऐतिहासिक होगा।जो धार्मिक कार्यों में विघ्न डालता है उसको बहुत सारी परेशानियां होती हैं। 10 जनवरी को खुरई में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के दर्शनार्थ पंचकल्याणक के सभी पात्र पहुंचे आचार्य श्री ने प्रसन्नता पूर्वक आशीर्वाद दिया और बांदरी बालों की सराहना की । नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100
  14. बांदरी 9-1-2019 *पंचकल्याणक के पात्रों का चयन हुआ* बांदरी जिला सागर( मध्यप्रदेश) मे सर्व श्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य *मुनि श्री विमल सागर जी मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि धर्मसागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी ससंघ एवम आर्यिका श्री अनंत मति माताजी ससंघ के सानिध्य मे आचार्य श्री की पूजन हुई आर्यिका श्री निर्मल मति माताजी ने अपने उद्बोधन में अपने गुरु का गुणगान किया एवं एवं मुनि श्री अचल सागर जी महाराज ने संस्कारों के बारे में विशेष रूप से बताया और दोपहर में पात्रों का चयन श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर बांदरी में संपन्न हुआ संगीत की प्रस्तुति नीलेश जैन बांदरी ने😊 दी भगवान के माता पिता बनने का सौभाग्य श्रीमती ममता जैन ऋषभ जैन बांदरी सौधर्में इंद्र सुदीप जैन बांदरी कुबेर अशोक जैन अध्यक्ष पंचकल्याणक एवं जैन समाज महायज्ञ नायक डॉ. सनत जैन राजा श्रेयांस निर्मल चंद चौधरी राजा सोम अनिल चौधरी बाहुबली अनिल जैन आकाश जैन को प्राप्त हुआ ध्वजारोहण करने अशोक जैन दीप कमल मेडिकल को प्राप्त हुआ यह कार्यक्रम पुलिस थाना ग्राउंड बांदरी में होगा मुनि श्री विमल सागर जी ने कहा कि बांदरी के पारस नाथजी के दर्शन किए ह्रदय गदगद हो गया!अब विशाल प्रतिमा विराजमान होगी जब तक कीर्ति फैलेगी जब तक यह मंदिर रहेगा कीर्ति समाप्त नहीं होती है यहां आप लोगों ने कीर्तिमान बनाया है सारे पात्र महत्वपूर्ण होते हैं अवसर दवे पाव आते हैं और पंख लगा कर उड़ जाते हैं विश्व कल्याण की भावना को लेकर यह पञ्च कल्याणक होना है बांदरी से 108 गांव जुड़े हैं | इस कार्यक्रम में महेश बिलहरा मुकेश जैन ढाना देवेंद्र जैना स्टील अनिल नैंनधरा राजेश रोडलाइंस सागर से आए लोगों ने सहभागिता दी 20 से 26 जनवरी 2019 तक बांदरी में ऐतिहासिक पंचकल्याणक महोत्सव होने जा रहा है यह पंच कल्याणक पुलिस थाना ग्राउंड में आयोजित होगा यह कार्यक्रम प्रतिष्ठाचार्य ब्रहमचारी विनय भैया बंडा के निर्देशन में होगा।** नीरज वैद्यराज पत्रकार * 07582888190
  15. बांदरी 9-1-2019 *पंचकल्याणक के पात्रों का चयन हुआ* बांदरी जिला सागर( मध्यप्रदेश) मे सर्व श्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य *मुनि श्री विमल सागर जी मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि धर्मसागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी ससंघ एवम आर्यिका श्री अनंत मति माताजी ससंघ के सानिध्य मे आचार्य श्री की पूजन हुई आर्यिका श्री निर्मल मति माताजी ने अपने उद्बोधन में अपने गुरु का गुणगान किया एवं एवं मुनि श्री अचल सागर जी महाराज ने संस्कारों के बारे में विशेष रूप से बताया और दोपहर में पात्रों का चयन श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर बांदरी में संपन्न हुआ संगीत की प्रस्तुति नीलेश जैन बांदरी ने😊 दी भगवान के माता पिता बनने का सौभाग्य श्रीमती ममता जैन ऋषभ जैन बांदरी सौधर्में इंद्र सुदीप जैन बांदरी कुबेर अशोक जैन अध्यक्ष पंचकल्याणक एवं जैन समाज महायज्ञ नायक डॉ. सनत जैन राजा श्रेयांस निर्मल चंद चौधरी राजा सोम अनिल चौधरी बाहुबली अनिल जैन आकाश जैन को प्राप्त हुआ ध्वजारोहण करने अशोक जैन दीप कमल मेडिकल को प्राप्त हुआ यह कार्यक्रम पुलिस थाना ग्राउंड बांदरी में होगा मुनि श्री विमल सागर जी ने कहा कि बांदरी के पारस नाथजी के दर्शन किए ह्रदय गदगद हो गया!अब विशाल प्रतिमा विराजमान होगी जब तक कीर्ति फैलेगी जब तक यह मंदिर रहेगा कीर्ति समाप्त नहीं होती है यहां आप लोगों ने कीर्तिमान बनाया है सारे पात्र महत्वपूर्ण होते हैं अवसर दवे पाव आते हैं और पंख लगा कर उड़ जाते हैं विश्व कल्याण की भावना को लेकर यह पञ्च कल्याणक होना है बांदरी से 108 गांव जुड़े हैं | इस कार्यक्रम में महेश बिलहरा मुकेश जैन ढाना देवेंद्र जैना स्टील अनिल नैंनधरा राजेश रोडलाइंस सागर से आए लोगों ने सहभागिता दी 20 से 26 जनवरी 2019 तक बांदरी में ऐतिहासिक पंचकल्याणक महोत्सव होने जा रहा है यह पंच कल्याणक पुलिस थाना ग्राउंड में आयोजित होगा यह कार्यक्रम प्रतिष्ठाचार्य ब्रहमचारी विनय भैया बंडा के निर्देशन में होगा।** नीरज वैद्यराज पत्रकार * 07582888190
  16. बालक कांपलेक्स सागर मध्य प्रदेश 10/01/2019 *देश धर्म की रक्षा संस्कारो से -मुनि श्री* सर्वश्रेष्ट साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आज्ञानुवर्त प्रभावक शिष्य पाठशाला प्रेरक मुनि श्री निर्णय सागरजी महराज एवम मुनि श्री पदम सागर जी महाराज के सानिध्य में संस्कारो को प्राप्त करने के लिये पुरुष और महिला की पाठशाला का प्रारंभ किया गया। मुनि श्री निर्णय सागर जी महाराज ने कहा कि किसी भी देश किस सफल संचालन के लिए तीन संसाधन की नितांत आवश्यकता होती है। अनाज सैनिक और संस्कार इनमें से कोई एक कम करना पड़े तो सैनिक के बिना भी काम चल सकता है अनाज जो संस्कार में से भी एक कम करना पड़े तो अनाज के बिना काम चल सकता हैं।जीवन मे संस्कार के बिना कोई भी कम असम्भव हैं।यह भी ज्ञात हो की आज से 15 वर्ष पहले 2005 में मुनि श्री निर्णय सागर जी के सानिध्य में बालक कॉम्प्लेक्स में बच्चों की पाठशाला प्रारम्भ की गई थी,जो कि आज दिनांक तक अनवरत जारी हैं। विगत 20-25 दिनों से बालक कॉम्लेक्स मंदिर में मुनि श्री के सानिध्य में दिनभर संस्कारों की गूंज कालोनी में बनी हुई हैं।केवल सागर नगर के ही नहीं अन्य जगहों में लोग भी आकर धर्म लाभ ले रहे हैं। परम आनंद का विषय है कि कालोनी के जैन लोग ही नही अन्य धर्मों के लोग भी इसका लाभ ले रहे हैं। आज की धर्मसभा में दलपतपुर, शाहपुर आदि नगरों के साथ ही सागर के विभिन्न कालोनी अंकुर कालोनी, नेहा नगर आदि जगहों के लोगो ने श्री फल भेट किया और आशीर्वाद प्राप्त किया। मुनि श्री के मंगल सानिध्य में बालक काम्प्लेक्स में 13 जनवरी 2019 दिन रविवार को भव्य वेदी शिलान्यास का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। मुनि संघ बालक कांपलेक्स में विराजमान है नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100
  17. मिश्री 19 निर्णय सागर जी महाराज मुनि श्री पदम सागर जी महाराज बालक कांपलेक्स सागर मध्य प्रदेश में विराजमान है आज की आहार चर्या बालक कंपलेक्स में होगी एवं रविवारी प्रवचन बालक कांप्लेक्स में ही होंगे नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582 888 81 0 0
  18. बाहुबली कॉलोनी में विराजमान है मुनि श्री 108 पवित्र सागर जी महाराज एवं मुनि श्री 108 प्रयोग सागर जी महाराज नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100
  19. पथरिया 04/01/2019 *दया-अहिंसा, परोपकार को जन्म देती है, योगियों की योग्यता का मापदंड ही दया -मुनि श्री* सर्वश्रेष्ट साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आज्ञानुवर्ती शिष्य* *ज्येष्ठ* *मुनि श्री योग सागर जी*मुनि श्री संभव सागर जी,मुनि श्री पूज्य सागर जी,मुनि शैल सागर जी ,मुनि श्री अनंत सागर जी,मुनि श्री निस्सीम सागर जी,मुनि श्री शाश्वत सागर जी महाराज जी महाराज ससंघ मुनिश्री योगसागर जी महाराज ने शुक्रवार की सुबह मंगल प्रवचन दिए। उन्होंने कहा कि विद्याधर की शुद्ध दया ही अहिंसा महाव्रत में परिणत हुई। जिस प्रकार दूध में घी तैरता है वैसे ही भव्य पुरुष के हृदय में दया स्वाभाविक रूप से तैरती हुई नजर आती है। दया, अहिंसा, परोपकार को जन्म देती है। योगियों की योग्यता का मापदंड दया है। उन्हाेंने कहा बचपन की दया ने विद्याधर को दया का सागर विद्यासागर बना दिया। बचपन में एक बार विद्याधर ने घर के एक कोने में चूहे का एक बड़ा बिल देखा, उसमें नवजात चूहे का बच्चा तड़प रहा था। उसके शरीर पर लाल चीटियां काट रहीं थीं। देखते ही विद्याधर ने शिशु चूहे को अपने हाथों में उठा लिया और एक-एक करके चीटियों को फूंक से उड़ा दिया। वह शिशु चूहा बच गया। उसी समय मां ने देखा और पूछा-क्या कर रहे हो। विद्याधर ने बताया तब मां बोली यह तिर्यंच गति दुख की गति है, इस प्रकार से तिर्यंच जीव संसार में सदा दुःख उठाते हैं। दुखी जीवों पर दया करना अच्छी बात है, किंतु शिक्षा भी लेना चाहिए ऐसी गति में जाने से बचना चाहिए। विद्याधर ने मां को कहा मैं सदा दुखी जीवों को बचाऊंगा और ऐसे कोई कार्य नहीं करूंगा जिससे तिर्यंच गति में जाना पड़े। और शिशु चूहे को ऊंचे स्थान पर रख दिया जिससे अन्य जीव उसे पीड़ा न पहुंचा पाए। उन्होंेने कहा इस प्रकार आज आपके दिव्य शिष्य की प्रेरणा से सैकड़ों गौशालाएं संचालित हो गई हैं। जहां पर कल्त खानों से गौवंश को बचाया गया है। बचपन की दया आज दया का सागर बन गई है। ऐसे अहिंसा के पुजारी गुरूदेव को उन्होंने प्रणाम किया। प्रवचनों के बाद मुनिश्री की पथरिया नगर में आहारचर्या हुइ। इसके बाद दोपहर में दमोह की ओर बिहार हुआ।05/01/2019 को मुनि श्री का मगंल प्रवेश दमोह में होगी नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888109
  20. दया-अहिंसा, परोपकार को जन्म देती है, योगियों की योग्यता का मापदंड ही दया योग सागर जी महाराज पथरिया मुनिश्री योगसागर जी महाराज ने शुक्रवार की सुबह मंगल प्रवचन दिए। उन्होंने कहा कि विद्याधर की शुद्ध दया ही अहिंसा महाव्रत में परिणत हुई। जिस प्रकार दूध में घी तैरता है वैसे ही भव्य पुरुष के हृदय में दया स्वाभाविक रूप से तैरती हुई नजर आती है। दया, अहिंसा, परोपकार को जन्म देती है। योगियों की योग्यता का मापदंड दया है। उन्हाेंने कहा बचपन की दया ने विद्याधर को दया का सागर विद्यासागर बना दिया। बचपन में एक बार विद्याधर ने घर के एक कोने में चूहे का एक बड़ा बिल देखा, उसमें नवजात चूहे का बच्चा तड़प रहा था। उसके शरीर पर लाल चीटियां काट रहीं थीं। देखते ही विद्याधर ने शिशु चूहे को अपने हाथों में उठा लिया और एक-एक करके चीटियों को फूंक से उड़ा दिया। वह शिशु चूहा बच गया। उसी समय मां ने देखा और पूछा-क्या कर रहे हो। विद्याधर ने बताया तब मां बोली यह तिर्यंच गति दुख की गति है, इस प्रकार से तिर्यंच जीव संसार में सदा दुःख उठाते हैं। दुखी जीवों पर दया करना अच्छी बात है, किंतु शिक्षा भी लेना चाहिए ऐसी गति में जाने से बचना चाहिए। विद्याधर ने मां को कहा मैं सदा दुखी जीवों को बचाऊंगा और ऐसे कोई कार्य नहीं करूंगा जिससे तिर्यंच गति में जाना पड़े। और शिशु चूहे को ऊंचे स्थान पर रख दिया जिससे अन्य जीव उसे पीड़ा न पहुंचा पाए। उन्होंेने कहा इस प्रकार आज आपके दिव्य शिष्य की प्रेरणा से सैकड़ों गौशालाएं संचालित हो गई हैं। जहां पर कल्त खानों से गौवंश को बचाया गया है। बचपन की दया आज दया का सागर बन गई है। ऐसे अहिंसा के पुजारी गुरूदेव को उन्होंने प्रणाम किया। प्रवचनों के बाद मुनिश्री की पथरिया नगर में आहारचर्या हुइ। इसके बाद दोपहर में दमोह की ओर बिहार हुआ। संकलन अभिषेक जैन लुहाडीया रामगंजमंडी
  21. बांदरी* *4-1-2019* *चिकित्सा के लिए अध्यात्म है* बांदरी जिला सागर( मध्यप्रदेश) मे *सर्व श्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज* के शिष्य *मुनि श्री विमल सागर जी मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि श्री धर्म सागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी ससंघ एवम आर्यिका श्री अनंत मति माताजी ससंघ के सानिध्य मे आचार्य श्री की पूजन हुई और 20 से 26 जनवरी 2019 तक बांदरी में ऐतिहासिक पंचकल्याणक महोत्सव संपन्न होने जा रहा है जिसमें मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ससंघ एवं आर्यिका श्री अनंत मति माताजी ससंघ 22 माताजी का सानिध्य प्राप्त होगा एवं आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के सानिध्य के लिए प्रयास जारी है धर्म सभा को संबोधित करते हुए आर्यिका श्री अनंत मति माताजी ने कहा कि पंचकल्याणक होने वाला है मुनि श्री विमल सागर जी मे आचार्य श्री जी की ऊर्जा प्रत्येक आत्म प्रदेश में समाहित है पंच बालयति मुनि राजो में वही ऊर्जा सांचारित हो रही है महान महोत्सव संपन्न होना है तैयारियां चल रही है। अपनी भक्ति और श्रद्धा को बढ़ा रहे हैं। हमारा जीवन धन्य हो जाए। गुरुदेव के चरण हमारे नगर में पड़े ऐसी भक्ति हम बढ़ाएं। ऐसी विशुद्धि और भक्ति बढ़ाते जा रहे हैं कि गुरुदेव के दर्शन अति शीघ्र हों। गुरुदेव के चरणों मे हमारी भक्ति पहुंच जाए।आचार्य श्री का समवसरण आ जाए।आचार्य श्री चाहे गर्मी हो ठंड हो या बरसात हो एक समान रहते है। हम गुरुदेव के छोटे से सेवक हैं । मुनि श्री विमल सागर जी ने कहा कि आचार्य भगवन की हमारे ऊपर महती कृपा हुई है । मन की चिकित्सा के लिए अध्यात्म ग्रंथों की रचना हुई। कुछ लोग जीवन से ज्यादा धन को महत्व देते हैं। जिसको जो मिला है उससे संतुष्टि नहीं होती है। पड़ोसी का मकान वैभव देखकर आपको ज्यादा तकलीफ होती है। एक दृश्टान्त देते हुए बताया कि व्यक्ति की इच्छाएं ज्यादा रहती है लेकिन मिलता नहीं है। लोभ कषाय ऐसी बैठी रहती है कि व्यक्ति जानता है कि सब कुछ छोड़ना है लेकिन फिर भी जोड़ता रहता है। धन की तीन गति होती हैं दान भोग और नाश जो अपने साथ पुण्य रूपी धन ले जाये वही सही माना जाता है। प्रतिष्ठाचार्य ब्रहमचारी विनय भैया बंडा के निर्देशन मे पंच कल्याणक समिति का गठन किया गया। जिसमें अध्यक्ष अशोक जैन को बनाया गया और भी पदाधिकारियों को पद दिए गए। चौबीसी त्रिमूर्ति श्री आदिनाथ जी श्री भरत जी बाहुबली जी आदि प्रतिमाओं को विराजमान करने की स्वीकृति बहुत से लोगो ने दी मध्य प्रदेश के ग्रामोद्योग कैबिनेट मंत्री श्री हर्ष यादव जी ने मुनि श्री के दर्शन किये और उन्होंने कहा की मुनि श्री के आशीर्वाद से मुझे जीत हासिल हुई हैं। पहली बार विधायक बने तो मुनि श्री का चातुर्मास देवरी मे था और इस बार गौरझामर मैं चातुर्मास था मुनि श्री के आशीर्वाद से ही ये जीत हाशिल हुई है पंचकल्याणक महोत्सव में एवं गौशाला में सहयोग करेंगे यह उन्होंने कहा *प्रेषक* नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100
  22. भाग्योदय तीर्थ सागर 1 जनवरी 2019 *सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आज्ञानुवर्ती शिष्य* *ज्येष्ठ* *मुनि श्री योग सागर जी*, मुनि श्री संभव सागर जी,मुनि श्री पूज्य सागर जी, मुनि श्री शैल सागर जी, मुनि श्री अतुल सागर जी , मुनि श्री निस्सीम सागर जी, मुनि श्री शाश्वत सागर जी महाराज का बिहार भाग्योदय तीर्थ सागर से दमोह की ओर हुआ *आज का रात्रि विश्राम* चनाटोरिया में होगा। ................ *आर्यिका* श्री अकंप मति माताजी आर्यिका श्री उपशांत मति माताजी का बिहार *भाग्योदय* तीर्थ से हुआ *रात्रि विश्राम* गोपालगंज *आगामी प्रवास* सुर्खी, गौरझामर, देवरी। ......................... *मुनि श्री विमल सागर जी,* मुनि श्री अनंत सागर जी, मुनि श्री धर्म सागर जी, मुनि श्री अचल सागर जी, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज अभी भाग्योदय तीर्थ सागर में विराजमान है कल प्रातः काल मुनि श्री ससंघ का कल प्रातः काल बिहार होने की *संभावना* है। आहार चर्या 14 किलोमीटर दूर होगी। *मंगल प्रवेश* कल दिनांक 2 जनवरी 2019 को बांदरी में होगा ( *संभावित* ) बांदरी में 20से 26 जनवरी 2019 को *पंचकल्याणक महोत्सव* होना है मुनि श्री के सानिध्य में (संभावित) .............. *मुनि श्री पवित्र सागर जी* मुनि श्री प्रयोग सागर जी महाराज भाग्योदय तीर्थ सागर में विराजमान है। ............. *प्रेषक* -: नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582236392 97582888100
  23. सागर 28/12/2018 *नेगेटिव विचारों से रोग बढ़ता है - मुनि श्री* सागर (मध्यप्रदेश )में र *सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आज्ञानुवर्ती शिष्य* *ज्येष्ठ* *मुनि श्री योग सागर जी*, मुनि श्री पवित्र सागर जी, मुनि श्री प्रयोग सागर जी, मुनि श्री संभव सागर जी,मुनि श्री पूज्य सागर जी, मुनि श्री विमल सागर जी ,मुनि श्री अनंत सागर जी, मुनि श्री धर्म सागर जी , मुनि श्री शैल सागर जी, मुनि श्री अचल सागर जी , मुनि श्री अतुल सागर जी , मुनि श्री भाव सागर जी , मुनि श्री निस्सीम सागर जी, मुनि श्री शाश्वत सागर जी एवं आर्यिका श्री ऋजुमति माता जी ससंघ आर्यिका श्री गुण मति माताजी ससंघ आर्यिका श्री अनंत मति माताजी ससंघ, आर्यिका श्रीउपशांत मति माताजी ससंघ आर्यिका श्री अकंप मति माताजी ससंघ आर्यिका भावना मति माताजी ससंघ 14 मुनिराज एवं 49 आर्यिकाओ के सानिध्य में आचार्य श्री की पूजन हुई एवं धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री शैल सागर जी ने कहा कि मोह रूपी मल्ल को जिन्होंने मार दिया है । ऐसे प्रभु के चरणों में नमस्कार करते हैं । चरणों का उपयोग किए बिना शिखर का स्पर्शन संभव नहीं है । धर्म आस्था का विषय है । एक बार भोजन करते हैं मुनिराज गर्मी ठंड सहन करते हैं धर्म के ऊपर आस्था है तभी तो यह तप करते है । व्यक्ति यदि सोच ले कि मुझे कोई रोग नहीं है तो डॉक्टरों को भी मानना पड़ेगा । नेगेटिव विचारों से भी रोग बढ़ता है और गलत प्रभाव पड़ता है । एक कैंसर का रोगी था डॉक्टर ने मना कर दिया लेकिन वह 15 वर्ष जिया उसने कहा मैंने मन को बस में कर लिया था । आज भगवान की भक्ति के लिए ही समय नहीं मिलता है । मुनि श्री योग सागर जी ने कहा कि आस्था के अभाव में आत्मा का कल्याण नहीं धर्म के लक्षणों को समझेंगे तभी सही मार्ग पर चल सकेगे । हमारा तुम्हारा जहां होता है वहां राग देश होते हैं । भगवान का नाम हमेशा लेते रहना चाहिए चाहे सुख हो या दुख । जिस सुख के बाद दुख प्राप्त ना हो ऐसा सुख प्राप्त करें । जैसे अमेरिका नहीं देखा है लेकिन आस्था तो है। हर किसी की बातों में नहीं आना चाहिए । अच्छे कार्य करने वालों की प्रशंसा करें धर्म के क्षेत्र में कंपटीशन नहीं करें। कृत कारित अनुमोदना करना चाहिए । भोजन से पूर्व भावना भाये सभी के भोजन अच्छे से हो । नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582236392 07582888100
  24. सागर 26/12/2018 *पाजीटिव एनर्जी हो जाती है* - मुनि श्री* सागर (मध्यप्रदेश )में *सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आज्ञानुवर्ती शिष्य* *ज्येष्ठ* *मुनि श्री योग सागर जी*, मुनि श्री पवित्र सागर जी, मुनि श्री प्रयोग सागर जी, मुनि श्री संभव सागर जी,मुनि श्री पूज्य सागर जी, मुनि श्री विमल सागर जी ,मुनि श्री अनंत सागर जी, मुनि श्री धर्म सागर जी , मुनि श्री शैल सागर जी, मुनि श्री अचल सागर जी , मुनि श्री अतुल सागर जी , मुनि श्री भाव सागर जी , मुनि श्री निस्सीम सागर जी, मुनि श्री शाश्वत सागर जी एवं आर्यिका श्री ऋजुमति माता जी ससंघ आर्यिका श्री गुण मति माताजी ससंघ आर्यिका श्री अनंत मति माताजी ससंघ, आर्यिका श्रीउपशांत मति माताजी ससंघ आर्यिका श्री अकंप मति माताजी ससंघ आर्यिका भावना मति माताजी ससंघ 14 मुनिराज एवं 49 आर्यिकाओ के सानिध्य में आचार्य श्री की पूजन हुई एवं धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री संभव सागर जी ने कहा कि साधर्मी यदि विपत्ति मे है तो हम उसका संकट दूर करे । जो प्रतिदिन अभिषेक पूजन आदि करता है और वह डिग रहा है तो उसकी मदद करें । आर्थिक या स्वास्थ संबंधी संकट भी आता है तो हम एक दूसरे की परेशानियों में सहयोग करेंगे तो वह संभल सकता है । कई लोग मिलकर बड़े से बड़े वजन को उठा लेते हैं ऐसे ही मिलकर मदद करें । द्रव्य पूजन के साथ भाव पूजा भी होना चाहिए । आजीविका के साधन नहीं है किसी के पास उसमें भी मदद करना यह भी महत्वपूर्ण है। हम सुख और दुख दोनों में साथ रहे । मंदिर के बाहर भी हम कैसे धर्म करें यह आचार्यश्री विद्यासागर जी ने बताया था । आचार्य श्री को किसानों की चिंता भी रहती है। प्राणी मात्र का कल्याण कैसे हो उनको चिंता रहती है । आचार्य श्री ने शांति धारा दुग्ध योजना के लिए प्रेरणा दी जिससे लोगों को शुद्ध दूध घी आदि मिलें किसानों को गाय दान देकर उनको आजीविका मिले और हथकरघा योजना के लिए प्रेरणा मार्ग दर्शन दिया । जिससे बेरोजगारी दूर हो और अहिंसक वस्त्र मिले हैं । सरकार आर्थिक विभागों पर ध्यान तो देती है लेकिन जेल पर ध्यान नहीं देती हैं । लेकिन आचार्य श्री विद्यासागर जी जेल पर ध्यान दे रहे हैं यह महत्वपूर्ण है हथकरघा इको फ्रेंडली है फैमिली फ्रेंडली है यूजर फ्रेंडली है हथकरघा में उपयोग अच्छा लगता है प्रार्थना करते समय कैदी इतनी एकाग्रता में लीन थे। मैंने खुद जाकर देखा हे। उनकी नेगेटिव एनर्जी पॉजिटिव में बदल जाती है । प्राचीन काल में पुरुषों की 72 कलाएं होती थी। आज जॉब में कॉलर तो साफ सुथरी रहती है लेकिन मेहनत नहीं होती है । आज जो भी हथकरघा के अलावा बाजार में वस्त्र आ रहे हैं उसमें *मटनटेलो* नाम का चर्बी युक्त पदार्थ है जो अहिंसक नहीं है । आचार्य श्री विद्यासागर जी ने बचपन मे तीसरी कक्षा में स्कूल में रूई और कतली के माध्यम से टोपी बनाई थी । एक व्यक्ति जिसका 20 लाख का पैकेज था उसने विदेशी नौकरी छोड़ दी आचार्य श्री के प्रवचन सुनकर उसने हथकरघा शुरू किया है। *प्रेषक* नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100
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