धरती के देवता, हम सभी के भगवन् , अनियत विहारी, अध्यात्म सरोवर के राजहंस, परम पूज्य युग श्रेष्ठ, संत शिरोमणि आचार्यश्री १०८ विद्यासागर जी महामुनिराज जी के परम शिष्य
🌷प्रथम निर्यापक श्रमणश्री आचार्य समयसागरजी महाराज जी को नवधाभक्ति पूर्वक आज पड़गाहन कर आहार दान देने का सौभाग्य
धर्मानुरागी-धर्मप्रमी-,श्रीमान श्री राजा भाई सूरत परीवार (गुजरात)-इनको प्राप्त हुआ
परम पूज्य आचार्य श्री 108 समयसागरजी महाराज की पूजन
Samaysagar Ji Maharaj Folder new.pdf
स्थापना
ज्ञानोदय छेद
समयसार का सार बसा है, गुरु आपके चेतन में।
स्वानुभूति के निर्मल झरने, झरते रहते हैं मन में ।।
विद्या गुरु सम सौम्य छवि लख, लगता ऋद्धिधारी हो ।
परम दयालु करुणासागर, गणधर सम उपकारी हो ॥ 1 ॥
समयसागराचार्य गुरुवर, जिनशासन के गौरव हैं।
नगर- नगर में गुरु चर्या की, फैली अनुपम सौरभ है ॥
मेरे दर का कोना-कोना, गुरुवर तुम्हें पुकार रहा।
लगा आज तब दर पर आकर, स्वप्न मेरा साकार हुआ ॥2 ॥
विद्यासिन्धु में नयन मूंदकर, नित्य तैरते रहते हो ।
'ओम् शांति कहकर हे गुरुवर, निजातमा में रमते हो ॥
समयसागराचार्य आपकी छवि से समता रस बरसे।
श्रद्धा जल अर्पण करने को, भक्तजनों का मन तरसे ॥1 ॥
ॐ ह्रूं श्री 108 आचार्य समयसागरमुनीन्द्राय जन्मजरामृत्युविनाशनाय जल....।
अज्ञानी तन शीतल करने, चंदन लेप लगाता है।
भक्त आपके श्री चरणों में, शीतलता को पाता है ।।
समयसागराचार्य गुरु की, चन्दन-सी शीतल वाणी ।
भव भव का सन्ताप मिटाती, परम प्रमाणी कल्याणी ॥2 ॥
ॐ ह्रूं श्री 108 आचार्य समयसागरमुनीन्द्राय भवातापविनाशनाय चन्दन .... ।
अक्षय सुख पाने हे गुरुवर, विद्या गुरु का पथ भाया ।
दर्शन करके कहें भव्यजन, शिवपुर का यह रथ आया ॥
समयसागराचार्य गुरु के पद में अक्षत लाया हूँ ।
नश्वर में सुख कभी न मानूँ, यह वर पाने आया हूँ ॥3 ॥
ॐ ह्रूं श्री 108 आचार्य समयसागरमुनीन्द्राय अक्षयपदप्राप्तयेऽक्षतान् .... ।
स्वभाव की सामर्थ्य जानकर, स्वात्म ब्रह्म में लीन हुए।
गुरु सम्मुख आ कामदेव के, तीक्ष्ण बाण भी क्षीण हुए ||
समयसागराचार्य गुरु ने सब विकार पर वार किया।
शरणागत को एक नजर से, गुरु आपने तार दिया ॥ 4 ॥
ॐ ह्रूं श्री 108 आचार्य समयसागरमुनीन्द्राय कामबाणविध्वंसनाय पुष्पं .... ।
विद्या गुरु से ज्ञान दीप ले, निज आतम गृह उजियारा |
भेदज्ञान के प्रकाश द्वारा, मिटा रहे हैं अंधियारा ॥
समयसागराचार्य गुरु की आरति करने आया हूँ ।
रत्नत्रय का प्रकाश पाने, भाव हृदय में लाया हूँ ॥6॥
ॐ ह्रूं श्री 108 आचार्य समयसागरमुनीन्द्राय मोहान्धकारविनाशनाय दीप.....।
कर्मफलों में अनासक्त हे सच्चे योगी तुम्हें नमन ।
इक या दो भव में पा लेंगे, निश्चित गुरुवर मोक्ष गगन ||
समयसागराचार्य मुनीश्वर, छाँव मिले तव चरणन की।
तीन योग से महिमा गाऊँ, हे गुरुवर तव गुण गण की ॥7॥
ॐ ह्रूं श्री 108 आचार्य समयसागरमुनीन्द्राय अष्ट कर्मदहनाय धूप ..... ।
रत्नत्रय तरुवर पर बैठे, मुक्तीफल के प्रत्याशी ।
तुम सम बन जाने की गुरुवर, मेरी भी आतम प्यासी ॥
समयसागराचार्य गुरु मैं, आशा लेकर आया हूँ ।
नरभव सफल बनाने पावन, श्रद्धा का फल लाया हूँ ॥ 8 ॥
ॐ ह्रूं श्री 108 आचार्य समयसागरमुनीन्द्राय मोक्षफलप्राप्तये फल ..... ।
पद प्रसिद्धि की नहीं कामना, अनर्घ्य पद ही मैं चाहूँ ।
अष्ट द्रव्य का अर्घ्य चढ़ाकर, मोक्ष पथिक मैं बन जाऊँ ॥
समयसागराचार्य मुनीश्वर, धन्य आपकी समता है।
शिवपथगामी श्री चरणों में, श्रद्धा से सिर झुकता है ॥9॥
ॐ ह्रूं श्री 108 आचार्य समयसागरमुनीन्द्राय अनर्घ्यपदप्राप्तये अ.....
जयमाला
ज्ञानोदय छन्द
जयवन्तों आचार्यवर्य गुरु, जब तक रवि शशि नभ में है।
जिनशासन जयशील रहे नित, यही भावना मन में है ।
शरद पूर्णिमा की शुभ तिथि में, ग्राम सदलगा जन्म लिया।
बचपन से थे शान्त इसलिए, शान्तिनाथ शुभ नाम दिया ॥1 ॥
जैसा नाम रखा वैसा ही काम आपने दिखा दिया |
शान्त स्वरूपोऽहं का अद्भुत, सूत्र आपने सिखा दिया ||
द्रोणागिरी श्रीसिद्ध क्षेत्र पर 'विद्या' गुरु से दीक्षा ली।
सिद्ध शुद्ध पथ को पाने की, श्री यतिवर से शिक्षा ली ॥ 2 ॥
विद्या गुरु के ज्येष्ठ श्रेष्ठतम, शिष्य आप कहलाते हो ।
ज्ञान ध्यान रत निश्छल मूरत, भक्तों के मन भाते हो ।
तिलतुष मात्र परिग्रह ना है, सच्चे हैं निर्ग्रन्थ यति । ऐ
सा लगता सुन आये हैं, तीर्थङ्कर की दिव्यध्वनि ॥3॥
आत्मप्रशंसा कभी न सुनते, गुरु पर पूर्ण समर्पण है।
गुरु महिमा सुन प्रसन्न होते, गुरु आज्ञा ही धड़कन है ॥
वीरप्रभु औ गौतम जैसे, गुरु शिष्य द्वय धन्य हुए।
योग्य शिष्य को आचारज पद, दे गुरुवर अविकल्प हुए ॥ ॥
छत्तीस मूलगुणों के पालक, मेरु समान अकम्प रहें।
दृष्टि में सब समान चाहें, राजा हो या रंक रहे ।
तव वात्सल्य सरोवर तट आ, भव्य कमल खिलकर महके ।
पर प्रपञ्च से दूर रहें गुरु, दिव्यदृष्टि निज में धर के ॥5॥
अल्प बोलकर सैद्धान्तिक या आध्यात्मिक गुरू वाणी है।
चातक सम भविजन को लगती, अमृत सम कल्याणी है ॥
शब्द बूँद सम गुण समुद्र सम, कैसे पूर्ण करूँ वर्णन ।
अतः हृदय के भावों से ही, यह जयमाला है अर्पण ॥16॥
दोहा
शरण आपकी प्राप्त कर, भूल गया संसार।
ऐसे सच्चे सन्त को, प्रणयूँ बारम्बार ॥ 7 ॥
ॐ ह्रूं श्री १०८ आचार्य समयसागरमुनीन्द्राय जयमाला पूर्णा...।
घत्ता
श्री समयसिन्धु की गणनायक की, जो भवि पूजा नित्य करें ।
सब विघ्न नशावें, शिवसुख पावें, 'विद्यासागर पूर्ण' करें ॥ ॥
इत्याशीर्वादः ॥
रचयित्री : आर्यिका श्री 105 पूर्णमति माताजी
प्रतियोगियों के प्रमाण पत्र
निम्न लिंक से डाउनलोड करें : Google sheet ऐप्प का इस्टमाल कर सकते हैं
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https://docs.google.com/spreadsheets/d/18rwDzUFj_DqONTBs9ilf96kug9LaZjN0NuS0xDSvQD0/edit#gid=1942297306
प्रतियोगिता की उत्तर पुस्तिका ( Answer key)
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QA Nandishwar bhakti pratiyogita.pdf
सभी के अंक : pdf डाउनलोड करें
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अंक तालिका नंदीश्वर भक्ति प्रतियोगिता परिणाम.pdf
प्रतियोगिता परिणाम pdf ( ७ अप्रैल को होगा कुंडलपुर में पुरस्कार वितरण समारोह)
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नंदीश्वर भक्ति प्रतियोगिता परिणाम वेबसाईट.pdf
प्रतियोगिता में भाग लेने की 30 मार्च तक बढ़ा दी गई हैं
प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण समारोह कुंडलपुर में आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी संघ के सानिध्य में 7अप्रैल को होगा
प्रतियोगिता लिंक
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSeVv4hqRaPljvonK9oC9Mib2qdKy92IGkKc5SVym533OjeMSw/viewform?usp=sf_link
स्वाध्याय का लिंक गूगल फॉर्म पर दिया गया हैं
उत्तर प्राप्त सूची (प्ले स्टोर से गूगल शीट ऐप्प इंस्टॉल करें)
https://docs.google.com/spreadsheets/d/1-GEX6jLfZxEUO9ZjW0FkVP-oifTrvVoaKIZYaG90A24/edit?usp=sharing
*"नंदीश्वरभक्ति" के माध्यम से अध्ययन और भक्ति का अनूठा अवसर*
आचार्य श्री विद्यासागर जी द्वारा अनुवादित "नंदीश्वरभक्ति" के गाथाओं पर आधारित प्रतियोगिता में आपका स्वागत है। 108 विशेष प्रश्नों के साथ इस के अध्ययन की यात्रा पर चलें।
*कैसे भाग लें*:
*गाथा 1 से शुरू करें:* "नंदीश्वरभक्ति" की पहली गाथा का अध्ययन करें।
*प्रश्न का उत्तर दें:* प्रत्येक गाथा पर चिंतन करते हुए उससे संबंधित प्रश्न का उत्तर दें।
*क्रमशः आगे बढ़ें:* इसी प्रकार, सभी गाथाओं और प्रश्नों को क्रमानुसार हल करें।
*अष्टान्हिका पर्व विशेष:*
अष्टान्हिका पर्व के दौरान "नंदीश्वरभक्ति" के अध्ययन की अनुशंसा की जाती है। यह पहल आपको पर्व को अर्थपूर्ण तरीके से मनाने का मौका देती है।
*गुरुवर के प्रति विनयांजलि:*
इस प्रतियोगिता में भाग लेना गुरुवर के द्वारा रचित इस भक्ति को पढ़ने की दिशा में एक विनयांजलि है।
*प्रतियोगिता विवरण:*
शुरुआती तिथि: 21 मार्च २०२४
समाप्ति तिथि: 30 मार्च २०२४
अपने स्वाध्याय और भक्ति के माध्यम से आप न केवल अध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं बल्कि हमारे द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में विजेता बनकर उपहार भी प्राप्त कर सकते है
प्रतियोगिता लिंक
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSeVv4hqRaPljvonK9oC9Mib2qdKy92IGkKc5SVym533OjeMSw/viewform?usp=sf_link
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दिनांक :- २६ फरवरी २०२४
परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य पूज्य निर्यापक श्रमण ज्येष्ठ श्रेष्ठ मुनि श्री समय सागर जी महाराज ससंघ डोंगरगढ़ में विराजमान है ।
उनके अलावा लगभग सभी निर्यापक संघ एवं पूज्य मुनि संघ का मंगल विहार चंद्रगिरी तीर्थ डोंगरगढ़ से डोंगरगढ़ सिटी की ओर हुआ।
आज आहारचर्या :- डोंगरगढ़ नगर में ।।
संभावित मुनि संघ एवं विहार दिशा
संत शिरोमणि आचार्य भगवन श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज के परम प्रभावक शिष्य
★ निर्यापक श्रमण मुनिवरश्री १०८ योगसागरजी महाराज
★ निर्यापक श्रमण मुनिवरश्री १०८ समतासागरजी महाराज
★मुनिवरश्री १०८ पूज्यसागरजी महाराज
★ मुनिवरश्री १०८ महासागरजी महाराज
★मुनिवरश्री १०८ निष्कंपसागर जी महाराज
★मुनिवरश्री १०८ निस्सीमसागर जी महाराज
★ऐलकश्री १०५ निश्चय सागरजी महाराज
★ऐलकश्री १०५ धैर्य सागरजी महाराज
ससंघ का मंगल विहार अभी अभी चंदगिरी तीर्थ डोंगरगढ़ से हुआ
◆आज आहारचर्या :- डोंगरगढ़ नगर में ।।
◆विहार दिशा :- राजेन्द्र नगर/ अमरकंटक की ओर
संत शिरोमणि आचार्य भगवन श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज के परम प्रभावक शिष्य
★ निर्यापक श्रमण मुनिवरश्री १०८ प्रसादसागरजी महाराज
★मुनिवरश्री १०८ अजितसागरजी महाराज
★ मुनिवरश्री १०८ चंद्रप्रभसागरजी महाराज
★मुनिवरश्री १०८ निरामयसागर जी महाराज
★ऐलकश्री १०५ विवेकानंद सागरजी महाराज
ससंघ का मंगल विहार अभी अभी चंदगिरी तीर्थ डोंगरगढ़ से हुआ
◆आज आहारचर्या :- डोंगरगढ़ नगर में ।।
◆विहार दिशा :- बालाघाट की ओर
🙏🏻श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र चन्द्रगिरि डोंगरगढ़ में विराजमान मुनि संघ में निर्यापक श्रमणों से प्राप्त निर्देशानुसार अधिकृत सूचना यह है कि दिनांक 25 फरवरी रविवार के निर्धारित कार्यक्रम के बाद मुनि संघों के विहार कुंडलपुर सिद्ध क्षेत्र की ओर होने की संभावना है।
वहां पर आचार्य श्री के द्वारा दीक्षित श्रमण संघ एवं आर्यिका संघों की उपस्थिति में होने वाले आचार्य पद प्रतिष्ठापना की सूचना सभी निर्यापक श्रमणों एवं वरिष्ठ मुनिराजों की सहमति से दिनांक सहित यथा समय समस्त समाज बंधुओं को सूचित कर दी जाएगी।
अतएव अनधिकृत सूचनाओं पर ध्यान न दें।?>
अध्यक्ष किशोर जैन 9425563160
कार्याध्यक्ष विनोद बड़जात्या 9425252525
महामंत्री चंद्रकांत जैन 9407909950
जन्म का उत्सव तो सभी मानते हैं, किंतु जो मरण का उत्सव मनाते हैं वह मौत को भी जीत जाते है। जैन परम्परा में मरण को जीतने की इसी कला को समाधिमरण कहते है।
छत्तीसगढ़ की धर्मनगरी डोगरगढ़ चंद्रगिरी दिगंबर तीर्थक्षेत्र पर समाधि साधनारत दिगंबर जैनाचार्य 108 श्री विद्यासागर जी महाराज ने दिनांक 18 फरवरी 2024 के ब्रम्हमुहूर्त में जीवन की इसी श्रेष्ठतम समाधि अवस्था को प्राप्त किया। मानों एक क्षण के लिए समय का चक्र थम गया। भाजपा के केंद्रीय अधिवेशन दिल्ली में आज कार्यवाही प्रारंभ होने के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमान जेपी नड्डा जी ने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री, आदि उपस्थित सभी विशिष्ट महानुभावों को यह दुखद सूचना देकर गुरुदेव के प्रति मौन श्रद्धांजलि अर्पित कराई। इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र जी मोदी ने कहा की समाधि की सूचना मिलने के बाद उनके भक्त और हम सभी शोक में है और हम सब भी शोक में हैं और मेरे लिए तो यह व्यक्ति गत बहुत बड़ी क्षति है। इस समय वह गुरुदेव अपना अपना छोटा सा संघ लिए आत्मा साधना में लिए लीन रहते थे। जबकि उनके द्वारा दीक्षित हजारों शिष्य, शिष्याएं समूचे देश विहार कर रहे है। समाचार फैलते ही समूचे देश के श्रद्धालुओं, भक्तों की भीड़ गुरुदेव के अंतिम दर्शन करने उमड़ पड़ी। मध्यान्ह काल 1 बजे गुरुदेव की विमान यात्रा प्रारंभ होते ही लाखों नयन अश्रुपूरित हो उठे।
मुख्य मंत्री मोहन यादव के निर्देशन से आए चेतन कश्यप :केबिनेट मंत्री सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय ने किए अंतिम दर्शन
"जैनम जयति शासनम, वंदे विद्यासागरम" के उद्घोषों के साथ ही मुनिसंघ के साथ विमान यात्रा अंतिम संस्कारस्थली पर पहुंची। मुनीसंघ के द्वारा किए गए अंतिम धार्मिक अनुष्ठान, भक्तिपाठ संपन्न होते ही प्रतिष्ठाचार्य बाल ब्रह्मचारी विनय भैया जी द्वारा दाह संस्कार की विधि संपन्न की गई। देश के प्रसिद्ध श्रावक श्रेष्ठि श्रीमान अशोक जी पाटनी(R.K.मार्बल) किशनगढ़, प्रभात जी मुंबई, राजा भैया सूरत, अतुल सराफ पूना, विनोद बड़जात्या रायपुर, प्रमोद कोयला दिल्ली, पंकज जी पारस चैनल दिल्ली, दिलीप घेवारे ठाणे, किरीट भाई मुंबई, चंद्रगिरी तीर्थक्षेत्र कमेटी से किशोर जी जैन, चंद्रकांत जैन, सुधीर जैन छुईखदान आदि सभी ट्रष्टिगण उपस्थित थे।हम सबके प्राणदाता, जीवन निर्माता गुरुदेव ने विधिवत सल्लेखना बुद्धिपूर्वक धारण कर ली थी और जागरूक अवस्था में उन्होंने आचार्य पद का त्याग करते हुवे 3 दिन का निर्जल उपवास करते हुवे प्रत्याख्यान किया था। अखंड मौन धारण करके उन्होंने अपनी यह समाधि साधना संपन्न की।
इस अवसर पर प्रतिभामंडल की समस्त ब्रह्मचारिणी बहने चंद्रगिरी क्षेत्र रामटेक, तिलवारा जबलपुर, ललितपुर एवम इंदौर की विशेष उपस्तिथि के साथ विभिन्न प्रदेशों से भी श्रद्धालुजन आए। ब्रम्हचारी भैया, ब्रम्हचारी बहनें, समस्त गौशलाओ के कार्यकर्तगण, पुर्नायु, शांतिधारा, हथकरघा, भाग्योदय के कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। ब्राम्ही विद्या आश्रम की बहने, श्राधिका आश्रम, उदासीन आश्रम इंदौर की बहने, ब्रम्हचारी समस्त ब्रम्हचारी भैया आदि इस अवसर पर विशेष रूप से विभिन्न प्रदेशों की समाज एवम कार्यकर्ता के संगठन उपस्थित रहे। गुरुदेव के संघ जहां जहां विराजमान थे आर्यिका संघ जहां जहां विराजमान थे, के द्वारा गुरुदेव के श्रीचरणों में अपनी विनयांजलि अर्पण की।
जन जन के संत विश्ववंदनिय
गुरुवर हमारे सब के भगवान
परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की रात्री 2: 30 बजे चंद्रागिरी तीर्थ डोंगरगढ़ (छ. ग.) में समाधि हुई |
Whatsapp Channel को फॉलो करें : आगे की जानकारी उपलब्ध रहेगी
https://whatsapp.com/channel/0029Va9OGVc8aKvSmHkROF20
17 फरवरी 2024 शाम 5 बजे
संत शिरोमणि आचार्य भगवान श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ का मंगल विहार मुरमुंदा फार्म हाउस से चंद्रगिरी डोंगरगढ के लिए अभी-अभी हुआ!
आचार्य श्री ससंध का प्रवेश चंद्रगिरी डोंगरगढ़ में कुछ ही देर में
15 फरवरी लगभग दोपहर 2 : 30 बजे
आचार्य गुरुवर विद्यासागर जी महाराज का डोंगरगढ़ से विहार हो गया🙏
मुरमूँदा रात्रि विश्राम
डोगरगढ़ (छ.ग.) राष्ट्र'हित, चिंतक आचार्य श्री विद्यासागर महाराण के आशीर्वाद व प्रेरणा से गणतंत्र दिवस पर आयोजित प्रतियोगिता वतन की कमान का पुरस्कार वितरण समारोह ससंघ सान्निध्य में चन्द्रगिरि तीर्थ क्षेत्र में 11 फरवरी को सानंद संपन्न हुआ
दिल्ली मंत्रालय के कमिश्नर श्री राहुल IAS मुख्य अतिथि ने सभी विजेताओं को लेपटॉप LED स्मार्ट टी.वी. 40 इंच, हथकरणा 'साड़ी डबल वेड शीट प्रमाँ पत्र आदि पुरस्कार प्रदान किये (पुर्व्याजक प्रदीप गोधा गुवाहटी व आशीष माकर रायपुर ने भी सहयोग प्रदान किया।
ऑन लाइन www.VidyaSagar.Guru द्वारा पुस्तक "भारतीय शिक्षा के मूल तत्त्व पर 5500 शिक्षक चिकित्सक प्रोफेसर, इंजीनियर विद्यार्थी प्रोफेसर व गृहणीयों ने गहन अध्ययन कर 175 प्रश्नों को हल किया। शिक्षक श्री सुखमय सराक माजी गंगाजल घाटी (पश्चिम बंगाल)ने प्रथम स्थान तथा ड्रीप्ति हटा, प्रियंका सराफ ललितपुर व डा. प्रोफेसर निशा अंबाला पंजाव नै द्वितीय स्थान प्राप्त किया। तृतीय स्थान में शिक्षिका रश्मि सागर, सुषमा बग़त, रुचि पूना ने प्राप्त किया मनीष सीकर व लीलाजी मंडल अध्यक्ष चांदखेडी राजस्थान ने प्राप्त किया । शेष 50 हथकरघा साठी व 100 पेन व प्रोत्साहन स्वाप दिए गये अन्य विजेताओं को ।
भारत की वर्तमान शिक्षा पद्धति में परिवर्तन भारतीय परिप्रेक्ष्य में कैसे संभव हो, इस विषय पर देश के हजारों चितक लेखकों विद्यार्थीयों ने एवं प्रबुद्ध वर्ग ने अध्ययन कर विचार विमर्श किया। मुनि संघ ने अपने उदबोधन में कहा कि यह कदम देश के विकास में अहम भूमिका निभायेगा। आस्था श्रद्धा यदि करेन्ट है, पेन ड्राइव ज्ञान के समान तो विद्यार्थी का चारित्र टी.वी के समान है जिसमें वह शिक्षा के माध्यम से अपना, समाज का देश का उज्जवल भविष्य निर्माण करता है। आचार्य श्री के विचार अहित का विसर्जन व हित का पूजन शिक्षा का उद्देश्य होना चाहिए" पर जोर देते हुए मुनि श्री संघ ने सभी आयोजक संयोजक व सभी प्रतियोगियों को आशीर्वाद देते हुए ज्ञान के इस यज्ञ को सानंद संपन्न होने पर बधाईयाँ शुभकामनाऐ दी । उपस्थिति विशाल जन समुदाय व प्रतिभास्थली की 500 छात्राएँ 50 ब्र. शिक्षिकाओं ने इस कार्यक्रम की प्रेरणा से आचार्य श्री के स्वप्नों को साकार करने हेतु संकल्पित हुए। तीर्थ क्षेत्र द्वारा कमेटी ने आभार प्रदर्शन किया व महामंत्री चंद्रकान्त नादगांव का सफल संचालन रहा।
"प्रिय सदस्यों,
आपसे अनुरोध है कि 'वतन की कमान' प्रतियोगिता के पोस्टर को मंदिरों में लगाकर इस महत्वपूर्ण अभियान में अपना सहयोग दें। आपका यह कदम इस प्रतियोगिता के प्रचार में बहुत मदद करेगा और और अधिक लोगों को इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित करेगा। आइए, मिलकर हम भारतीय शिक्षा की दिशा में एक सार्थक योगदान दें और अपने देश को ज्ञान के प्रकाश से आलोकित करें।
आपके प्रयास से यह प्रतियोगिता और भी व्यापक हो सकेगी, और हम सभी मिलकर गुरुजी की इस भावना को साकार कर पाएंगे।"
याद रखें, जितना बड़ा पोस्टर, उतनी अधिक दृश्यता।
इस कार्य को करने वाले दस भाग्यशाली लोगों को एक विशेष उपहार दिया जाएगा। हम एक लकी ड्रॉ के माध्यम से इन दस विजेताओं का चयन करेंगे। पोस्टर लगाने के बाद, उसके साथ अपनी फोटो खींचें और इस पोस्ट के जवाब में अपलोड करें। फोटोग्राफ साझा करने की अंतिम तिथि 18 जनवरी 2024 है। विजेताओं के नाम 20 जनवरी 2024 को घोषित किए जाएंगे।
आचार्य श्री जी का कहना है कि हर भारतीय इस अमूल्य पुस्तक का अध्ययन करे। आपकी सहायता से यह ज्ञान अनेकों तक पहुंचेगा, और आपका प्रयास ही हमें सबसे बड़ा उपहार है। साथ ही, हम आपके उत्साहवर्धन के लिए विशेष उपहार भी प्रदान कर रहे हैं।"
"जो पहले पांच लोग इस अभियान में सक्रिय रूप से कदम बढ़ाएंगे, उन्हें निश्चित रूप से विशेष उपहार प्रदान किया जाएगा। आपकी प्रेरणा और सहयोग से प्रत्येक मंदिर में 'वतन की कमान' प्रतियोगिता की जानकारी पहुंचाई जा सकेगी।"
सभी 15 लोगों को हतकरघा / हस्तशिल्प के उत्पाद प्रदान किए जाएंगे
पोस्टर के साथ फोटो निम्न लिंक पर अपलोड करें
https://vidyasagar.guru/gallery/category/89-1
Subject: Illuminate Minds Everywhere - Let's Extend the Reach to Every Institution!
Jai Jinendra!
As we embark on the noble journey of enlightening minds through the "Vatan Ki Kamaan" quiz, we seek your valuable assistance in ensuring that the light of knowledge reaches every corner.
We encourage you to take a simple yet impactful step – print multiple copies of the specially crafted letter for schools and colleges, available on our website. Share these letters with your family members and friends, urging them to deliver these letters to the Principals of schools and colleges in their vicinity.
Additionally, convey the message that every individual, whether a teacher or not, must actively participate in this initiative. Request them to personally hand-deliver the letters or even send them via registered post for added impact.
Your effort in extending the invitation for the quiz to educational institutions will not only contribute to the success of the campaign but will also help create awareness about the importance of education rooted in our rich cultural heritage.
Let's join hands to make this educational initiative a grand success and spread the light of knowledge far and wide.
With gratitude,
Team Vatan Ki Kamaan
Download copy of letter pdf
विद्यालय एवं कॉलेज के लिए पत्र.pdf
"When you deliver these letters to the Principals of your schools and colleges, please fill out the form below to inform us. This form will help us ensure how many schools and colleges have received the message effectively."
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSfmB1KHFnfGtRN9QzQtF8j6JGo_UMaEhK0MnKl8gWLJR-tjHw/viewform?usp=sf_link
विषय: मिलके करें प्रयास - हर विद्यालय में पहुचें भारतीय शिक्षा पद्धति की बात
जय जिनेन्द्र!
"वतन की कमान" क्विज़ के उद्दीपना कार्य में हम सभी मिलकर एक नोबल यात्रा पर निकले हैं, और हम आपसे यहाँ पर आपकी मूल्यवान सहायता की आवश्यकता है, ताकि ज्ञान की रोशनी हर कोने तक पहुँच सके।
हम आपसे एक सरल लेकिन प्रभावी कदम उठाने की प्रेरित करते हैं - हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध स्कूलों और कॉलेजों के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए पत्र के कई प्रति प्रिंट करें। इन पत्रों को अपने परिवार के सदस्यों और दोस्तों के साथ साझा करें, और उन्हें प्रेरित करें कि वे इन पत्रों को अपने आस-पास के स्कूल और कॉलेजों के प्रमुखों को पहुँचाएं।
इसके अलावा, संदेश पहुँचाएं कि प्रत्येक व्यक्ति, चाहे वह शिक्षक हो या न हो, इस पहल में सक्रिय रूप से भाग लेना आवश्यक है। उनसे निवेदन करें कि वे इन पत्रों को व्यक्तिगत रूप से हस्ताक्षर करके या उन्हें पोस्ट के माध्यम से भी भेजें, ताकि इसे और प्रभावशाली बनाया जा सके।
आपका प्रयास शिक्षात्मक संस्कृति की धरोहर में आधारित शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने में सहारा प्रदान करने के लिए होगा, और इस अभियान की सफलता में योगदान करेगा।
आइए हाथ मिलाकर इस शिक्षात्मक पहल को एक महान सफलता बनाएं और ज्ञान की रोशनी को दूर-दूर तक फैलाएं।
कृतज्ञता के साथ,
टीम वतन की कमान
विद्यालय स्कूल का पत्र का pdf डाउनलोड करें
विद्यालय एवं कॉलेज के लिए पत्र.pdf
जब आप इस पत्र को अपने स्कूल और कॉलेजों के प्रमुखों को पहुंचा दें, तो निम्नलिखित फॉर्म को भरकर हमें अवगत करें। यह फॉर्म हमें यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि कितने स्कूल और कॉलेजों तक संदेश पहुंचा है
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSfmB1KHFnfGtRN9QzQtF8j6JGo_UMaEhK0MnKl8gWLJR-tjHw/viewform?usp=sf_link
राजनांदगांव। सोमवार को आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महा मुनिराज की सानिध्य में जैन प्रतिष्ठाचार्य ब्रह्मचारी दीपक भैया द्वारा गंज लाईन, राजनांदगांव में स्थित दिगंबर जैन मंदिर नेमिनाथ भगवान के नए भव्य जिनालय हेतु भूमि शुद्ध एवं भूमिपूजन का मंगल कार्य विधि-विधान से मांगलिक मंत्रोचार्य के साथ संपन्न हुआ। दिगंबर जैन समाज के सूर्यकांत जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 25 दिसंबर को प्रातः 7.30 बजे आचार्य श्री विद्यासागर महा मुनिराज के आशीर्वाद से भूमिपूजन कार्य के लिए चयनित श्रावक श्रेष्ठी सौधर्म इंद्र बनकर रविकांत जैन, अशोक झांझरी, पीसी जैन, सुदेश जैन, अमित जैन, नरेश जैन, सूर्यकांत जैन, अनिल बड़कुल, शिरीष जैन द्वारा मांगलिक क्रियाएं करते हुए प्रतिष्ठाचार्य जी के निर्देशन एवं आचार्य भगवान के सानिध्य अनुकंपा से मंगल कार्य का भूमिपूजन संपन्न हुआ।
श्री जैन ने बताया कि उक्त अवसर पर श्वेतांबर जैन समाज के साधु श्रेष्ठ मनीष सागर जी महाराज का आगमन आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के दर्शन एवं मंगल देशना सुनने दिगंबर जैन मंदिर प्रांगण में हुआ। उन्होंने आचार्य श्री के दर्शन करते हुए आचार्य श्री जी को एवं उनके व्यक्तित्व को अपनी प्रेरणा बताते हुए आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी से मार्गदर्शन एवं मंगल आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके पश्चात उपस्थित जन समुदाय के आग्रह पर आचार्य श्री की मंगल देशना सभी को सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आचार्य श्री ने अपने प्रवचन में कहा कि परोक्ष से प्रत्यक्ष की ओर जाने का पुरुषार्थ कमजोर नहीं होना चाहिए। एक बार पुरुषार्थ भले ही कमजोर हो कोई बाधा नहीं, लेकिन वह सही दिशा की ओर हो यह महत्वपूर्ण है। आचार्य श्री ने दूध का उदाहरण देते हुए कहा कि जब आप दूध को देखते हो तो क्या इसमें घी है विश्वास करते हो, लेकिन दूध में घी छिपा हुआ है लेकिन उसका दर्शन नहीं हो पाता, जब हम पुरुषार्थ करते हैं तो 12 घंटे नहीं निकल पाते की दूध के रूप में परिवर्तन दही के रूप में हो जाता है और नवनीत की उपलब्धि हो जाती है। अभी भी आपको घी के दर्शन नहीं हुए, लेकिन जब उस नवनीत को तपाया जाता है, तो उसमें जो विकार है, वह दूर होते चले जाते हैं, फिर आंख बंद भी कर लो तो उसकी गंध से ही सुगंधी दूर से ही महसूस हो जाती है।
आचार्य श्री ने कहा कि यह जो एक श्रमण संस्कृति की परंपरा है वह नीचे से ऊपर की ओर जाने की है, जैसे दूध कहता है कि मेरा स्वभाव दबने का नहीं है। 12 घंटे में उसके स्वभाव में परिवर्तन हो जाता है। इस प्रकार आत्मा का स्वभाव उर्ध्वगामी है, हम लोग उसके स्वभाव से वंचित हैं, वंचित ही रहे, ऐसा कोई नियम नहीं है, पुरुषार्थ की परंपरा है यदि आप करोगे तो उस पुरुषार्थ की सुगंधी आपको निश्चित रूप से मिलेगी। आचार्य श्री ने कहा कि जब तक आपके अंदर के विकार दूर नहीं होंगे, तब तक आप कितने ही भगवान के चरणों में बैठ ही जाए, वह आपको भगवान बनाने वाले नहीं है। देव शास्त्र और गुरु का जो उपदेश आपको प्राप्त हुआ है, उस उपदेश को स्वीकार करना चाहिए, जैसे एक मां अपने बालक को काला टीका इसलिए लगाती है, जिससे उसकी खुद की ही नजर ना लग जाए, अपने अंदर के विकारों को हटाने के लिए हमें अपने अंदर काला टीका लगाना पड़ेगा, जिससे व्रत को दोष न लगे विकृति को हटाए बिना प्रकृति को प्राप्त नहीं कर सकते। यह ध्यान रखना अपने सिद्धांत को सुरक्षित रखना है। अहिंसा धर्म को बाहर से और भीतर से वीतराग धर्म यदि सुरक्षित रहेगा, तो आपका पैसा भी वह बहुत दिनों तक जीवित रहेगा और बोलता रहेगा, हां आप तो बोलते हो आपका धन भी बोल सकता है, यदि बुलवाना है तो देख लो।
यह उद्गार आचार्य श्री ने भूमिपूजन के मंगल कार्य को पूर्ण करने उपरांत सभी उपस्थित श्रावकजनों के से कहा।
आचार्य श्री की मंगल देशना उपरांत आचार्य श्री की आहारचार्य संपन्न हुई, जिसमें नवधा भक्ति से पडगाहन कर आहार देने का सौभाग्य सुदेश जैन महावीर फर्नीचर संयम जैन शशांक जैन परिवार को यह सौभाग्य प्राप्त हुआ। राजनांदगांव की सकल जैन समाज उनके इस पुण्य की बहुत-बहुत अनुमोदना करती है। आज के कार्यक्रम का प्रभावी संचालन चंद्रकांत जैन ने किया एवं भूमिपूजन के मांगलिक कार्य में प्रभात जैन और ताराचंद शास्त्री जी ने महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया। आहारचर्या के उपरांत आचार्य श्री प्रतिक्रमण एवं अन्य मांगलिक चर्या करने के उपरांत दोपहर 2 बजे आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का ससंघ विहार डोंगरगढ़ चंद्रगिरी के लिए हुआ, जिसमें रात्रि विश्राम कोपेडीह स्थित रथ मंदिर में हुआ।
25 December 2023
आज दोपहर में
*💫सामयिक उपरांत💫*
👣मंगल विहार👣
*🔻राजनांदगाव🔻*
से हुआ।
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*🍄आज रात्री विश्राम🍄*
*🍄कोपेडीह रथ मंदिर🍄*
जि.राजनांदगाव(छ.ग.)
https://maps.app.goo.gl/QkQwURhnz5o46L447
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*🍁कल की आहार चर्या 🍁*
*🍁रेंगाकठोरा🍁*
(शासकिय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय)
जि. राजनांदगाव(छ.ग.)
(संभावित)
https://maps.app.goo.gl/AKwwRiZAtiwaKqb96
➡️संभावित दीशा-- चंद्रगिरी डोंगरगढ
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23 December 2023
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*🍄आज रात्री विश्राम🍄*
*🍄ठाकुर टोला🍄*
(कृषि फार्म हाउस)
जि.राजनांदगाव(छ.ग.)
https://maps.app.goo.gl/F6sni1gP1K4yXD7EA
➖➖➖➖➖➖➖➖➖
*🍁कल की आहार चर्या 🍁*
*🍁राजनांदगाव🍁*
(श्री नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर)
राजनांदगाव(छ.ग.)
(संभावित)
https://maps.app.goo.gl/Y1w47CH7sTpBQsha8
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21 दिसम्बर २०२३
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🍄आज रात्री विश्राम🍄
🍄प्रीस्म पब्लीक स्कुल🍄
(महकाखुर्द, उटई गनियारी रोड)
जि.रायपूर(छ.ग.)
https://maps.app.goo.gl/oecMtSLz57XFJbxX7
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🍁कल की आहार चर्या 🍁
🍁भंडारपुरई🍁
(प्रिंस नवीन जैन बीज)
जि.रायपूर
(संभावित)
https://maps.app.goo.gl/kQykfqc2TpG3hKk48
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20 दिसम्बर २०२३
🪷युग श्रेष्ठ, संत शिरोमणि
आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महामुनिराज
🪷निर्यापक श्रमण मुनिश्री १०८ प्रसादसागर जी महाराज
🪷मुनि श्री १०८ चंद्रप्रभसागर जी महाराज
🪷मुनि श्री १०८ निरामयसागर जी महाराज
ससंघ विहार रायपुर से हुआ है
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🍄आज रात्री विश्राम🍄
🍄सांकरा🍄
(शासकिय प्राथमिक शाला )
जि.रायपूर(छ.ग.)
https://maps.app.goo.gl/hBW8B8GB8qUDrXjD8
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🍁कल की आहार चर्या 🍁
🍁जामगांव-M🍁
(जैन भवन,दौलत लॉन के पास)
जि.रायपूर
(संभावित)
https://maps.app.goo.gl/56i5TtpxN5TsAobT8
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संभावित विहार - दीशा- भिलाई- दुर्ग-
19 december
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🍄आज रात्री विश्राम🍄
🍄 रायपूर🍄
(बडा मंदिर मालवीय रोड )
रायपूर(छ.ग.)
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🍁कल की आहार चर्या 🍁
🍁रायपूर🍁
(बडा मंदिर मालवीय रोड)
रायपूर
(संभावित)
https://maps.app.goo.gl/2dLgyWVc2ycg3qAGA
18 दिसंबर 2023
संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ का छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज 18 दिसंबर मंगल प्रवेश
*स्थान*
मालवीय रोड रायपुर 4 बजे मंगल प्रवेश
सभी को यह सूचना शीघ्र प्रेषित करें
https://vidyasagar.guru/current-location
17 दिसम्बर 2023
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🍄आज रात्री विश्राम🍄
🍄 बरबंदा🍄
(स्वामी आत्मनंद स्कुल )
जि.रायपूर(छ.ग.)
https://maps.app.goo.gl/RptRwvpir4VgJQGK9
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🍁कल की आहार चर्या 🍁
🍁बरौदा🍁
(शासकिय प्राथमिक शाला)
जि.रायपूर
(संभावित)
https://maps.app.goo.gl/xDyyJkyXzdQcJeDA9
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16 दिसम्बर 2023
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🍄आज रात्री विश्राम🍄
🍄कोनारी🍄
(शासकिय पूर्व माध्यमिक विद्यालय )
खरोरा तिल मार्ग
जि.रायपूर (छ.ग.)
https://maps.app.goo.gl/z9sbunx33jJXTZ9B8
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🍁कल की आहार चर्या 🍁
🍁कोदवा🍁
(प्रायमरी स्कुल)
जि.रायपुर(छ.ग.)
(संभावित)
https://maps.app.goo.gl/f82TvoUettZxcAfh6
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आचार्य श्री विद्यासागर जी ससंघ का तिलदा नेवरा से हुआ विहार
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के ससंघ सानिध्य में "तिल्डा-नेवरा" (छत्तीसगढ़) में नव निर्मित पत्थर के जिनालय का पंचकल्याणक गजरथ महामहोत्सव संपन्न करने के बाद "गुरूदेव" का ससंघ मंगल विहार तिल्दा नेवरा से हुआ
༺✿श्री. मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक जिनबिम्ब प्रतिष्ठा महामहोत्सव, तिल्दा नेवरा ✿༻
👑 प्रमुख पात्रों का चयन👑
🪷 तिल्दा नेवरा, जिला रायपुर (छत्तीसगढ़) 🪷
५ दिसंबर २०२३, दिन- मंगलवार
समय- दोपहर :- ०१ बजे से
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📯💫 युग श्रेष्ठ, संत शिरोमणि आचार्य गुरुवर श्री १०८ विद्यासागर जी महामुनिराज एवं ससंघ के मंगल सानिध्य में
प्रतिष्ठासम्राट बा.ब्र. विनय भैय्याजी के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में तिल्दा नेवरा जिला रायपुर (छत्तीसगढ़) में 🌈श्री. मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक जिनबिम्ब प्रतिष्ठा महामहोत्सव🌈 दिनांक ०९ दिसंबर से १५ दिसंबर २०२३ तक होने वाला है।
👑प्रमुख पात्रों का चयन👑
🗓️०५ दिसंबर २३ को🗓️
🕐दोपहर ०१ बजे से🕐
➡️ कार्यक्रम स्थल:-तिल्दा नेवरा ( छत्तीसगढ़)
पात्र चयन स्विकृती के लिए एवं बाकी स्विकृती के लिए संपर्क करे
📲संपर्क सूत्र📲
मनीष जैन
📲9425531401
मनोज जैन
📲9300033375
📲9425514411
शैलेश जैन
📲9300855266
गौरव जैन
📲9329966666
कैसे देखे अपने अंक ? कैसे डाउनलोड करें प्रमाण पत्र ? आचार्य ज्ञान सागर प्रतियोगिता
प्रतियोगिता का लक्की ड्रॉ 44 नाम इस वीडिओ में देखें
44 नाम की pdf डाउनलोड करें
1 प्रथम Sonal Abhishek Jain Dindori 41 महिला 9424-XXX-118
2 प्रथम श्रीमती प्रज्ञा नवीन जैन रहली पटनागंज जिला सागर 43 महिला 6261-XXX-571
3 प्रथम Alka jain w/o Arinjay jain Muzaffarnagar 50 महिला 9897-XXX-521
4 प्रथम श्रीमती ज्योति जैन कुंभराज जिला गुना 41 महिला 6265-XXX-345
5 प्रथम सुनीता जैन विदिशा 60 महिला 9179-XXX-609
6 प्रथम मनोज जैन गया बिहार 48 पुरुष 8271-XXX-659
7 प्रथम Sudesh Kumar jain Tilda neora distt.raipur 56 पुरुष 9300-XXX-756
8 प्रथम nisha jain guwahati 51 महिला 7002-XXX-896
9 प्रथम Vishal Jain Greater Noida 40 पुरुष 7838-XXX-841
10 प्रथम deepali kareli 40 महिला 9131-XXX-497
11 द्वितीय Priyanshi jain Sanganer jaipur 19 महिला 7073-XXX-361
12 द्वितीय Meenal jain Jabalpur 23 महिला 8982-XXX-211
13 द्वितीय Tarun jain Damoh, madiyado 15 पुरुष 7489-XXX-544
14 द्वितीय Priyanka Jain Kareli 36 महिला 7974-XXX-377
15 द्वितीय Shalini Jain Hisar 40 महिला Hisa-XXX-sar
16 द्वितीय Rahul jain Bhilai 31 पुरुष 8806-XXX-691
17 द्वितीय Dr. Aayushi Jain Hyderabad 31 महिला 9424-XXX-112
18 द्वितीय Arunlal udelal jain Dhule dhule 62 पुरुष 9403-XXX-902
19 द्वितीय Sarika Vijay Patil Hasur tal-Shirol. Dis- Kolhapur. 43 महिला 9861-XXX-008
20 द्वितीय Swayam Bukharia Hyderabad 23 पुरुष 6264-XXX-940
21 तृतीय Jinanshi jain Balaghat 18 महिला 9685-XXX-165
22 तृतीय Aniket Jain Indore 23 पुरुष 9074-XXX-270
23 तृतीय Monika Jain Chhaprauli Baghpat Uttarpradesh 37 महिला 7078-XXX-029
24 तृतीय Varsha Kalashiya Ashok Nagar 41 महिला 8815-XXX-130
25 तृतीय टीना जैन कोटा महावीर नगर २ कोटा 39 महिला 9351-XXX-754
26 तृतीय अर्पिता सिंघई सागर 42 महिला 9753-XXX-971
27 तृतीय तनु जैन मेरठ 36 महिला 9634-XXX-312
28 तृतीय Megha Virendra Jain Ajaigarh district Panna Madhya Pradesh 40 महिला 9893-XXX-388
29 तृतीय निधी जैन छतरपुर (म.प्र) 40 महिला 8349-XXX-162
30 तृतीय नेनसी जैन खुरई जिला सागर 22 महिला 6267-XXX-990
31 सांत्वना Anand Jain Tiruvallur 36 पुरुष 9677-XXX-666
32 सांत्वना जितेंद्र जैन जयपुर 55 पुरुष 9414-XXX-351
33 सांत्वना अंकित जैन बरगी जबलपुर 30 पुरुष 9302-XXX-750
34 सांत्वना Pravinkumar Prabhulal Benada (Jain) Khandwa 62 पुरुष 8989-XXX-120
35 सांत्वना सिम्पल जैन उदयपुर 32 महिला 7597-XXX-233
36 सांत्वना खुशी जैन गुना ( मध्यप्रदेश) 18 महिला 7509-XXX-827
37 सांत्वना Chitra jain Nasirabad, ajmer 36 महिला 9799-XXX-514
38 सांत्वना Rekha Jain Ramganj mandi. Kota 51 महिला 9166-XXX-417
39 सांत्वना aashi jain (nayak) bina (dist.sagar), m.p 24 महिला 8085-XXX-626
40 सांत्वना Ku. Richa Jain Vidisha 38 महिला 7987-XXX-677
41 प्रथम रूपाली जैन Atlanta, USA 37 महिला +1-4-XXX-232
42 द्वितीय Shubha jain Amsterdam (Netherlands) 38 महिला +316-XXX-866
43 तृतीय अंकित जैन दोहा कतर 35 पुरुष +974-XXX-281
44 सांत्वना Nalini Jain New York USA 67 महिला 9176-XXX-574
Result Acharya Gyansagar pratiyogita for website.pdf
ज्ञानसागर प्रतियोगिता अंक सूची एवं प्रमाणपत्र लिंक
https://docs.google.com/spreadsheets/d/1F3SBB7agSiCOiP3V0sZkXPGzbymJcYFzQVZ1yyiq6RM/edit?usp=sharing
खैरागढ़ – आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज इन दिनों अपनी अहिंसा यात्रा में विहार कर रहे है, इस दौरान वे मनोहर गौशाला मे पधारकर कामधेनू माता सौम्या को णमोकर सुनाया एवम गौशाला के मेनेजिंग ट्रस्टी अखिल जैन पदम डाकलिया ने आपको कामधेनू माता के सभी लक्षणों के बारे में बताया आचार्य श्री ने कामधेनू माता को बहुत दुर्लभ बताया एवम कहा की यह अमृत प्रदान करने वाली गौ माता है।
इस दौरान उन्होंने मनोहर गौशाला में नेत्र विहीन गौ माता की सेवा को देखकर बोले की यह अद्भुत सेवा प्रशंसनीय है, ट्रस्ट के सभी सदस्यों की सराहना करते हुए गौशाला प्रबंधन की अनुमोदना किए साफ सफाई देखकर बोले इस प्रकार की सेवा मन को भाव विभोर कर देती है, गौशाला बन रहे गौ मुत्र से निर्मित फसल अमृत की सराहना करते हुए आपने कहा की गौ मूत्र सबसे उत्कृष्ट तरल पदार्थ है, जिसका उपयोग धरती एवम मानव स्वास्थ दोनो को बैलेंस करता है यह आत्म निर्भर गौशाला हेतु अच्छा विकल्प है।
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अपने अंक एवं गलत उत्तर
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प्रतियोगिता लिंक
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSdavmnGhIgU64crXo5xLkHZ7ee7LygosMenbVtGZlvbUoniAA/viewform?usp=sf_link
उत्तर प्राप्त सूची
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वतन की कमान whatsapp चैनल
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पुस्तक पीडीएफ़ PDF डाउनलोड करें
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पुस्तक Online Order करें
भारतीय शिक्षा के मूल तत्व (4 पुस्तकें)
https://store.vidyasagar.guru/products/2-bhartiya-shiksha-mool-tatva-4-books
भारतीय शिक्षा के मूल तत्व (2 पुस्तकें)
https://store.vidyasagar.guru/products/2-bhartiya-shiksha-mool-tatva-2-books
भारतीय शिक्षा के मूल तत्व (1 पुस्तक)
https://store.vidyasagar.guru/products/1-bhartiya-shiksha-mool-tatava-1-book
10 पुस्तक मँगवाए
https://store.vidyasagar.guru/collections/vatan-ki-kamaan
सभी जानकारी के लिए यह लिंक खोलें
https://vidyasagar.guru/vatan-ki-kamaan/
🍄आज रात्री विश्राम🍄
🍄ढारा🍄
(नितीन किराना ढारा)
https://maps.app.goo.gl/iCijkstpdVCBavVH7
➖➖➖➖➖➖➖➖➖
🍁कल की आहार चर्या 🍁
🍁भंडारपूर🍁
(व्यायाम शाला एवं प्राथमिक शाला परिसर)
(संभावित)
https://maps.app.goo.gl/FbAAAKuQ3CrvbvdPA
15 नवंबर 2023
🪷युग श्रेष्ठ, संत शिरोमणि आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महामुनिराज
🪷निर्यापक श्रमण मुनिश्री १०८ प्रसादसागर जी महाराज
🪷मुनि श्री १०८ चंद्रप्रभसागर जी महाराज
🪷मुनि श्री १०८ निरामयसागर जी महाराज
ससंघ का
आज दोपहर में
💫सामयिक उपरांत💫
👣मंगल विहार👣
🔻तीर्थ क्षेत्र चंद्रगिरी डोंगरगढ🔻
से हुआ।
चन्द्रगिरी डोंगरगढ क्षेत्र के मंत्री हमारे मार्गदर्शक श्री चंद्रकांत जी जैन को आज आचार्य गुरुदेव को नई पिंच्छिका देने और पुरानी पिंच्छिका प्राप्त करने का महान सौभाग्य प्राप्त हुआ
🚩 *पिच्छिका परिवर्तन समारोह 2023* 🚩
🛕 *डोंगरगढ़ छत्तीसगढ़*🛕
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धर्मानुरागी बन्धुवर,
*सादर जय-जिनेन्द्र जी।*
*आचार्य भगवन 108 श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ का*
*दिनांक 15 नवम्बर 2023 दिन बुधवार प्रातः 08•00 बजे को भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह डोंगरगढ़ छत्तीसगढ़*
www.Vidyasagar.guru
प्रतियोगिता लिंक
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSdEaDr1e8IIkUpU9Jwf1yw_paFnSVGfOTX31uZORd7I8nNTQA/viewform?usp=sf_link
प्रतियोगिता के प्रश्नों के माध्यम से गौतम स्वामी को जानने का सुनहरा अवसार
आपके परिवार के सभी सदस्यों को पूजन के बाद इस प्रतियोगिता मे भाग लेने की प्रेरणा दें
*स्वाध्याय लिंक*
1. श्री गौतम गणधर (गणपति) पूजा
https://jainsamaj.vidyasagar.guru/jinvani.html/puja/gautam-gandhar-diwali-poojan/
2. पाठ्यक्रम 11स - जैन पर्व तथा त्यौहार
*प्रतियोगिता मे 13 नवंबर रात्री 10 बजे तक भाग ले सकते हैं*