28 जून को दिगंबर जैन समाज के सर्वोच्च संत शिरोमणि 108 श्री आचार्य विद्यासागर जी महाराज जो वर्तमान में डोंगरगढ़ (छत्तीसगढ)में विराजमान है। उनका 50 वां स्वर्ण संयम महोत्सव वर्ष ठाणे दिगंबर जैन समाज द्वारा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ।
गुरुदेव की पूजन और शोभायात्रा सोहम बैंड द्वारा निकाली गई।
आज ही के दिन 50 वर्ष पूर्व आचार्य श्री विद्यासागर जी को उनके गुरु श्री 108 आचार्य ज्ञानसागर जी महाराज ने दीक्षा दी थी,इस स्वर्ण संयम महोत्सव को पूरी दुनिया आज हर्षोल्लास के साथ मना रही है। ठाणे जैन समाज ने इस संयम महोत्सव पर प्रभात फेरी निकली । बच्चे बूढ़े और सभी लोग इस बरसते हुए पानी में प्रभात फेरी में शामिल हुए उसके बाद यह शोभायात्रा धर्म सभा में परिवर्तित हो गई जिसमें
प्रतीक जैन ने वर्ष भर चलने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा बताई एवं समाज के अध्यक्ष श्री दिलीप जी के बारे में आचार्य श्री के संयम तप और त्याग तप त्याग की स्मरण सुनाएं एवं युवा मंडल का नाम आचार्य 108 विद्यासागर युवामंडल पर रखा गया शाम को मंदिरों में 50 दीपकों के साथ आचार्यश्री की आरती होगी और भक्तामर पाठ किया गया।