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नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

ARUN k jain

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Posts posted by ARUN k jain

  1. आचार्य श्री अभी ललितपुर में प्रतिभा स्थली का निर्माण प्रारंभ करके शीत ऋतु की वाचना का लाभ भी ललितपुर को प्रदान करेंगे 

  2. 8 minutes ago, Uma Jain said:

    आचार्य श्री के लिए सारे अनुमान फेल हैं। लेकिन यह तो तय है कि जिन भविकों का तीव्रतम पुण्य होगा वर्तमान के तीर्थंकर का समवशरण वहीं लगेगा।

    बुन्देली भू पर ही होगा।

    ललितपुर में

    • Like 1
  3. कितने नमन करूँ मैं गुरुवर इन पावन चरणों में।

    श्रद्धा व्यक्त करूँ मैं गुरुवर इन पावन चरणों में।

    वेष दिगम्बर नमन है मेरा शीत, ग्रीष्म भीषणहो।

    आहार चर्या नमन करूँ, रस विहीन उत्तम है।

    मीठा, नमक,न मेवा फल हैं, फिर भी ऊर्जा पाते।

    केशलोंच करते मुस्का कर,देख अश्रु भर आते।

    कभी नहीं स्नान किया, काया कंचन सी न्यारी।

    रज चरणों की दुर्लभ इतनी, दुनिया पीछे आती।

    नहीं बताते कब आओगे, जग फिर भी दीवाना।

    बिना बताए चल देते न निश्चित कोई ठिकाना।

    सतयुग का अहसास कराते, तुमसे होते होंगे।

    नयनामृत से देते सब कुछ, ऐसे ही होते होंगे।

    कर आशीष भी जो मिलता तृप्ति मन आ जाती।

    इन चरणों की छांव तले, हर निधि ही मिल जाती।

    युगों युगों तक साथ रहे इन पावन चरणों का।

    मेरे मन में सदा विराजे, आचार्य श्री

  4. गुरु के गुरुवर कोटि नमन है।

    महागुरुवर कोटि नमन है।

    भाग्य विधाता कोटि नमन है।

    शांति प्रदाता कोटि नमन है

    युग परिवर्तक कोटि नमन है।

    हर्ष प्रदाता शत वंदन है।

    आचार्य श्री को विद्या देकर,

    युग संत बनाया कोटि नमन है।

    अखिल विश्व में जन जन के मन,

    संस्कार जगाया शत वंदन है।

     

     

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