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Posts posted by ARUN k jain
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8 minutes ago, Uma Jain said:
आचार्य श्री के लिए सारे अनुमान फेल हैं। लेकिन यह तो तय है कि जिन भविकों का तीव्रतम पुण्य होगा वर्तमान के तीर्थंकर का समवशरण वहीं लगेगा।
बुन्देली भू पर ही होगा।
ललितपुर में
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कितने नमन करूँ मैं गुरुवर इन पावन चरणों में।
श्रद्धा व्यक्त करूँ मैं गुरुवर इन पावन चरणों में।
वेष दिगम्बर नमन है मेरा शीत, ग्रीष्म भीषणहो।
आहार चर्या नमन करूँ, रस विहीन उत्तम है।
मीठा, नमक,न मेवा फल हैं, फिर भी ऊर्जा पाते।
केशलोंच करते मुस्का कर,देख अश्रु भर आते।
कभी नहीं स्नान किया, काया कंचन सी न्यारी।
रज चरणों की दुर्लभ इतनी, दुनिया पीछे आती।
नहीं बताते कब आओगे, जग फिर भी दीवाना।
बिना बताए चल देते न निश्चित कोई ठिकाना।
सतयुग का अहसास कराते, तुमसे होते होंगे।
नयनामृत से देते सब कुछ, ऐसे ही होते होंगे।
कर आशीष भी जो मिलता तृप्ति मन आ जाती।
इन चरणों की छांव तले, हर निधि ही मिल जाती।
युगों युगों तक साथ रहे इन पावन चरणों का।
मेरे मन में सदा विराजे, आचार्य श्री
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Na
नमोस्तु पूज्य गुरुदेव।
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गुरु के गुरुवर कोटि नमन है।
महागुरुवर कोटि नमन है।
भाग्य विधाता कोटि नमन है।
शांति प्रदाता कोटि नमन है
युग परिवर्तक कोटि नमन है।
हर्ष प्रदाता शत वंदन है।
आचार्य श्री को विद्या देकर,
युग संत बनाया कोटि नमन है।
अखिल विश्व में जन जन के मन,
संस्कार जगाया शत वंदन है।
किस ओर होगा आचार्य श्री का विहार - क्या कहता हैं आपका अनुमान
In नमोस्तु गुरुवर
Posted
आचार्य श्री अभी ललितपुर में प्रतिभा स्थली का निर्माण प्रारंभ करके शीत ऋतु की वाचना का लाभ भी ललितपुर को प्रदान करेंगे