गुरुवर के चरणों मे नमोस्तु
गुरु तो वह बाती है जो अंधेरे में भी रोशनी भर देते हैं, उन्ही में से गुरुवर आचार्य श्री विद्या सागर जी महाराज जी हैं।
उनके व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में जितना जानना चाहो शब्द या किताब भी कम पढ़ जाते है।
ऐसे में गुरुवर पर प्रतियोगिता आयोजित हुई वह अपने आप मे अद्भुत रही।
जिससे हमें बहुत कुछ जानने मिला,
इस प्रतियोगिता को आयोजित करने वाले आयोजक की दिल से सराहना करते है और चाहते हैं कि आगे भी ऐसी ही प्रतियोगिता आयोजित करते रहे आप लोग।
आप लोगो को बहुत बहुत धन्यवाद