जय जिनेन्द्र
हम तो चाहते है की आचार्य श्री जी अब तो राजस्थान की धरा को अपने पावन चरणों से पवित्र कर हम सभी राजस्थान वासियों को भी अपने आशीर्वाद से फलीभूत करे और आगे के चातुर्मास राजस्थान की धरा पर करे ,पर हमारे चाहने से क्या होगा,हम तो भावना भा सकते है और अपने पुण्य को प्रबल बना सकते है की वो दिन भी जल्दी ही देखने को मिले🙏🏻 आगे आचार्य श्री जी की लीला वे ही जाने🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙂..
अभी संभवतः आचार्य श्री जी का चातुर्मास रामटेक या अमरकंटक मे होने का अनुमान है|
आगे जैसी आचार्य श्री जी की मर्जी...🙏🏻🙂
आचार्य भगवन के चरणों मे कोटिशः नमोस्तु 🙏🏻🙇🏻