20 जुलाई 18
खजुराहो । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री जहां प्रदेश में चौथी बार सरकार बनाने के लिए जन आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से मप्र की जनता का आशीर्वाद लेने में इन दिनों लगे हुए है। वहीं उन्हें अब एक नई जिम्मेदारी मिल गई है। लेकिन, वह जनता के आशीर्वाद से नहीं बल्कि गुरू के आशीर्वाद है। जी हां, गुरू की शरण में पहुंचे शिवराज को जो जिम्मेदारी मिली है, उससे शिवराज भी खुश है। दरअसल, सतना दौरे से लौटे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ रात में खजुराहो पहुंचे। जहां रात्रि विश्राम भी उन्होंने किया।
इसके बाद शुक्रवार की सुबह वह यहां विराजमान जैन संत आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के दर्शन करने पहुंचे थे। जहां आचार्यश्री के चरणों में जाकर जब शिवराज ने पुन: मध्यप्रदेश की जनता की सेवा करने का आशीर्वाद मांगा तो आचार्यश्री मुस्कराने लगते है। भरे कार्यक्रम के बीच आचार्य कहते है कि शिवराज अब आप सिर्फ मध्यप्रदेश नहीं, बल्कि भारत की १२१ करोड़ जनता के बारे में सोचना शुरू कर दीजिए।
*कार्यक्रम के दौरान पहुंचे थे मुख्यमंत्री*
खजुराहो से मिली जानकारी के अनुसार खजुराहो में जैन समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शुक्रवार को सुबह मुख्यमंत्री पहुंचे थे। जहां उन्होंने आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के चरणों का प्रच्छालन किया। साथ ही मध्यप्रदेश की उन्नति और खुशहाली का आशीर्वाद मांगा। शिवराज सिंह को खजुराहो प्रबंध समिति ने मंच पर स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर मप्र शासन की राज्यमंत्री ललिता यादव भी मुख्यमंत्री के साथ थी। मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल पर 30 मिनट तक रुकने के बाद सीधे खजुराहो विमानतल के लिए रवाना हो गए। यहां से वे भोपाल के चले गए।
आज प्रातः पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज को मप्र के मुखिया श्री शिवराजसिंह चौहान सहित अतिशय क्षेत्र खजुराहो सम्पूर्ण कमेटी ने श्रीफल समर्पित कर खजुराहो में वर्षायोग हेतु आशीर्वाद माँगा, पूज्य आचार्य भगवन ने आशीर्वाद प्रदान किया। एक तरह से अब आचार्यश्री ससंघ का चातुर्मास खजुराहो में होना निश्चित हो गया है। इससे देश भर की समाज में उत्साह और हर्ष की लहर छा गई।
संघस्थ बाल ब्र. सुनील भैया ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने आज पूज्य आचार्यश्री जी के समक्ष मंच से घोषणा भी की, कि मप्र शासन द्वारा दिया जाने जीव दया सम्मान, आगामी अगस्त माह में ही आचार्यश्री जी के पावन सान्निध्य में खजुराहो में ही प्रदान किया जाएगा । ज्ञातव्य है कि पूज्य आचार्यश्री जी की प्रेरणा एवम् आशीर्वाद से ही जीव दया के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु यह पुरस्कार मप्र शासन द्वारा घोषित किया गया है।
अब 29 जुलाई को आयोजित होने बाले कलश स्थापना की तैयारियों की गति तेज़ हो गई है।
समाचार एजेंसियां एवं अनिल जैन बड़कुल, ए बी जैन न्यूज़