Jump to content
नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
  • विज्ञापन से बचो और आदर्शों के आदर्श अपनाओ

       (1 review)

    गुणवत्ता वाली वस्तु को सभी पसंद करते हैं और प्राथमिकता उसे ही देते हैं परन्तु कभी-कभी विज्ञापन के प्रभाव में गुणवत्ता का अभाव हो जाता है और कम गुण वाली वस्तु से संतुष्ट होना पड़ता है। आज विज्ञापन का इतना जोर है कि समाचार पत्रों में विज्ञापन की अधिकता के कारण खबरों की गुणवत्ता कम हो जाती है। कोई भी निष्कर्ष तभी निकलता है जब हम गुणवत्ता को अच्छे से परख लेते हैं। कुशल तैराक भी बाढ़ में बह जाता है। उसी प्रकार आप लोग भी विज्ञापन की बाढ़ में बह रहे हो।

    -१ सितम्बर २०१६, भोपाल


    User Feedback

    Create an account or sign in to leave a review

    You need to be a member in order to leave a review

    Create an account

    Sign up for a new account in our community. It's easy!

    Register a new account

    Sign in

    Already have an account? Sign in here.

    Sign In Now

    कोई भी निष्कर्ष तभी निकलता है जब हम गुणवत्ता को अच्छे से परख लेते हैं। कुशल तैराक भी बाढ़ में बह जाता है। उसी प्रकार आप लोग भी विज्ञापन की बाढ़ में बह रहे हो।

    • Like 1
    Link to review
    Share on other sites


×
×
  • Create New...