अब वैमानिक देवों की लेश्या बतलाते हैं-
पीतपद्मशुक्ललेश्या द्वित्रिशेषेषु ॥२२॥
अर्थ - सौधर्म और ऐशान स्वर्ग के देवों में पीत लेश्या है। सानत्कुमार और माहेन्द्र स्वर्ग के देवों में पीत और पद्म लेश्या है। ब्रह्म, ब्रह्मोत्तर, लान्तव और कापिष्ठ स्वर्ग में पद्म लेश्या है। शुक्र, महाशुक्र, शतार और सहस्रार में पद्म और शुक्ल लेश्या है। शेष आनत आदि कल्पों में शुक्ल लेश्या है। उनमें भी अनुदिश और अनुत्तरों में परम शुक्ल लेश्या है।
English - The thought coloration (leshya) of the Heavenly beings in the first four heavens is yellow; five to ten Heavens is grey, eleven to sixteen Heavens is white and in Graiveyaka, Anudish and Anuttar is super white.