आगे इसका विशेष चित्रण करते हैं
तन्मध्ये योजनं पुष्करम् ॥१७॥
अर्थ - उस पद्म हृद में एक योजन लम्बा चौड़ा कमल है।
English - In the middle of this first lake, there is a lotus of the size of one yojana.
विशेषार्थ - यह कमल वनस्पति काय नहीं है, किन्तु कमल के आकार की पृथ्वी है। उस कमलाकार पृथ्वी के बीच में दो कोस की कर्णिका है और उस कर्णिका के चारों ओर एक एक कोस की पंखुरियाँ इससे उसकी लम्बाई चौड़ाई एक योजन है।