अब मुक्त-जीव की गति बतलाते हैं
अविग्रहा जीवस्य ॥२७॥
अर्थ- मुक्त-जीव की गति मोड़े रहित होती है। अर्थात् मुक्त-जीव श्रेणी के अनुसार ऊपर गमन करके एक समय में ही सिद्धक्षेत्र में जाकर ठहर जाता है।
English - The movement of a liberated soul is straight upwards without a bend.
शंका - सूत्र में तो केवल 'जीव' कहा है, फिर उसका अर्थ मुक्तजीव कैसे ले लिया ?
समाधान - आगे के सूत्र में ‘संसारी’ का ग्रहण किया है, अतः इस सूत्र में जीव शब्द से मुक्त जीव लेना चाहिए।