Pavan Jain 4 Posted June 22, 2018 Report Share बहुत सुंदर Link to comment Share on other sites More sharing options...
Durga jain 3 Posted July 7, 2018 Report Share बहुत अच्छा मग्गलाचरण Link to comment Share on other sites More sharing options...
Ruchicalifornia 9 Posted July 9, 2018 Report Share bahut sunder lyrics and awaaj...Thanks Monikaji!! Link to comment Share on other sites More sharing options...
Ruchicalifornia 9 Posted October 18, 2018 Report Share On 7/9/2018 at 3:47 PM, Ruchicalifornia said: bahut sunder lyrics and awaaj...Thanks Monikaji!! तेरा शुक्रिया है बहुत शुक्रिया है. मैं आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ तेरे दर पे आने की काबिल नहीं हूँ मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है तेरी मेहेरबानी का है बोझ इतना, उसे मैं निभाने के काबिल नहीं हूँ मैं आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ तेरे दर पे आने की काबिल नहीं हूँ तुमने अदा की मुझे जिंदगानी मगर तेरी महिमा नहीं मैंने मानी - २ करजदार तेरी दया का हूँ इतना, मैं कर्जा चुकाने के काबिल नहीं हूँ मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है ये माना की दाता हो तुम दो जहाँ के, मगर कैसे आऊं मैं झोली फैला के -२ जो पहले दिया वही कम नहीं है, उसे मैं उतने के काबिल नहीं हूँ मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है बहुत शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है चाहता हूँ चरणों मे सर को झुका कर गुनाह जो किये हैं वो माफ़ करा लूँ -२ सिवा ह्रदय के टुकड़े के ओ मेरे गुरुवर मैं कुछ भी चढ़ाने के काबिल नहीं हूँ मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है Link to comment Share on other sites More sharing options...
Prakash shah 0 Posted December 19, 2018 Report Share बहुत सुंदर आवाज़ और धुन । आभार मोनिकाजी । Link to comment Share on other sites More sharing options...
Guest Nikita Bhivate Posted April 20, 2020 Report Share On 10/18/2018 at 11:17 AM, Ruchicalifornia said: तेरा शुक्रिया है बहुत शुक्रिया है. मैं आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ तेरे दर पे आने की काबिल नहीं हूँ मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है तेरी मेहेरबानी का है बोझ इतना, उसे मैं निभाने के काबिल नहीं हूँ मैं आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ तेरे दर पे आने की काबिल नहीं हूँ तुमने अदा की मुझे जिंदगानी मगर तेरी महिमा नहीं मैंने मानी - २ करजदार तेरी दया का हूँ इतना, मैं कर्जा चुकाने के काबिल नहीं हूँ मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है ये माना की दाता हो तुम दो जहाँ के, मगर कैसे आऊं मैं झोली फैला के -२ जो पहले दिया वही कम नहीं है, उसे मैं उतने के काबिल नहीं हूँ मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है बहुत शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है चाहता हूँ चरणों मे सर को झुका कर गुनाह जो किये हैं वो माफ़ करा लूँ -२ सिवा ह्रदय के टुकड़े के ओ मेरे गुरुवर मैं कुछ भी चढ़ाने के काबिल नहीं हूँ मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है Thank you Monika ji for the bhajan and Ruchi ji for the lyrics. Link to comment Share on other sites More sharing options...
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