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नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
This song has no lyric.

6 Comments

On 7/9/2018 at 3:47 PM, Ruchicalifornia said:

bahut sunder lyrics and awaaj...Thanks Monikaji!!

 

तेरा शुक्रिया है बहुत शुक्रिया है.

मैं आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ तेरे दर पे आने की काबिल नहीं हूँ
मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है
तेरी मेहेरबानी का है बोझ इतना, उसे मैं निभाने के काबिल नहीं हूँ  
मैं आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ तेरे  दर पे आने की काबिल नहीं हूँ

 

तुमने अदा  की मुझे जिंदगानी मगर तेरी महिमा नहीं मैंने मानी - २ 
करजदार तेरी दया का हूँ इतना, मैं कर्जा चुकाने के काबिल नहीं हूँ  
मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है 

 

ये माना की दाता हो तुम दो जहाँ के, मगर कैसे आऊं मैं झोली फैला के -२ 
जो पहले दिया वही कम नहीं है, उसे मैं उतने के काबिल नहीं हूँ  
मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है बहुत शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है 

 

चाहता हूँ चरणों मे सर को झुका कर  गुनाह जो किये हैं वो माफ़ करा लूँ  -२ 
सिवा ह्रदय के टुकड़े के ओ  मेरे गुरुवर मैं कुछ भी चढ़ाने के काबिल नहीं हूँ 
मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है
 

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Guest Nikita Bhivate

Posted

On 10/18/2018 at 11:17 AM, Ruchicalifornia said:

तेरा शुक्रिया है बहुत शुक्रिया है.

मैं आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ तेरे दर पे आने की काबिल नहीं हूँ
मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है
तेरी मेहेरबानी का है बोझ इतना, उसे मैं निभाने के काबिल नहीं हूँ  
मैं आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ तेरे  दर पे आने की काबिल नहीं हूँ

 

तुमने अदा  की मुझे जिंदगानी मगर तेरी महिमा नहीं मैंने मानी - २ 
करजदार तेरी दया का हूँ इतना, मैं कर्जा चुकाने के काबिल नहीं हूँ  
मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है 

 

ये माना की दाता हो तुम दो जहाँ के, मगर कैसे आऊं मैं झोली फैला के -२ 
जो पहले दिया वही कम नहीं है, उसे मैं उतने के काबिल नहीं हूँ  
मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है बहुत शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है 

 

चाहता हूँ चरणों मे सर को झुका कर  गुनाह जो किये हैं वो माफ़ करा लूँ  -२ 
सिवा ह्रदय के टुकड़े के ओ  मेरे गुरुवर मैं कुछ भी चढ़ाने के काबिल नहीं हूँ 
मुझे तुम गुरुवर बहुत कुछ दिया है तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है
 

Thank you Monika ji for the bhajan and Ruchi ji for the lyrics.

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