बालक और पालक
दो दर्शक हैं
हरित - भरित
मनहर परिसर है
सरवर तट है
श्वाँस - श्वाँस पर
तरंग का
प्रवास चल रहा है
अंतरंग गा रहा है
तरंग - रंग
भा रहा है
तभी तो
बालक का प्रतिपल
प्रयास चल रहा है
बहिरंग जा रहा है
तरंग पकड़ने,
और निस्संग तट में
फेन का बहाना है
हास चल रहा है
या उपहास चल रहा है
बालक पर क्या ? पालक पर
पता नहीं किस पर ?