सारा का सारा यह संसार केवल है एक विशाल नाटक, तू इसमें भाँति - भाँति के भेष - धर भाग ले, तू इसे खेल कोई चिन्ता नहीं किन्तु इस बात का भी ध्यान रख इसमें तू .....कभी ....भूल कर भी... ..ना-अटक...!