प्रकृति के प्यार ने रंगीन राग ने अरूपी पुरुष को चिदम्बर को न केवल... ..... पापी पाखण्डी और रूपी बनाया है परन्तु पुरुष की परख करना भी कठिन हो गया है आज ! बहुरूपी बनाया है चितकबरा बेशक !...