Vidyasagar.Guru Posted January 24, 2019 Report Share Posted January 24, 2019 आचार्य श्री 16 को करेंगे जेल में बने हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ केंद्रीय जेल सागर में जैन समाज के एक करोड़ रुपए की दान की राशि से हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र बनकर तैयार हो गया है। शुभारंभ 16 फरवरी को आचार्यश्री विद्यासागर महाराज करेंगे। इस गरिमामय कार्यक्रम में पांडिचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, तीन राज्यों के जेल मंत्री, 10 डीजीपी सहित देश के प्रखर विद्वान शामिल होंगे। सौ साल पुराने सागर जेल में बंदियों के उत्थान की एक और कड़ी 16 फरवरी को जुड़ जाएगी। प्रशिक्षण केंद्र जेल परिसर में 10 हजार 260 वर्ग फीट एरिया में बनाया गया है। हॉल में 108 हथकरघा लगाए जाना है 54 हथकरघा लग चुके हैं। प्रत्येक हथकरघा पर एक साथ चार से पांच बंदी साड़ी, कालीन, व खादी का कपड़ा बुनने का प्रशिक्षण ले सकेंगे। उद्घाटन होने से पहले आचार्य विद्यासागर महाराज एक बार प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण करेंगे। हॉल की मुख्य दीवार पर रायसेन के कलाकार ने आचार्य श्री की आदमकद छायाचित्र बनाया है। प्रशिक्षण केंद्र का नामकरण दिगंबराचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र रखा गया है। एक पारी में 250 से 300 बंदी प्रशिक्षण ले सकेंगे। ट्रस्ट करेगा केंद्र का संचालन जेल अधीक्षक राकेश बांगरे ने बताया कि आचार्य श्री ने उद्धाटन की तिथि तय कर दी है। 16 एवं 17 फरवरी को दो दिन कार्यक्रम चलेगा। उन्होंने बताया कार्यक्रम में पांडिचेरी की उप राज्यपाल किरण बेदीं, म.प्र. के मुख्यमंत्री कमलनाथ, जेल एवं परिवहन मंत्री बाला बच्चन, दिल्ली के जेल मंत्री सतेंद्र जैन और छत्तीसगढ़ के जेल मंत्री की कार्यक्रम में आने की स्वीकृति मिल चुकी है। प्रशिक्षण केंद्र का संचालन सक्रिय सम्यक दर्शन सहकारी संघ ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा। संस्था की ओर से पूर्व डीएसपी डॉ. रेखा जैन, डॉ. नीलम जैन और डॉ. अमित जैन को संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। खजुराहो में हुई थी पहल बंदियों के लिए हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र खोले जाने की पहल 6 माह पहले खजुराहो में की गई थी। वहां आचार्य श्री चातुर्मास के लिए संसघ विराजमान थे। उन्होंने जेल में रहने वाले बंदियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की पहल की थी। जेल अधीक्षक बागरे ने सागर जेल में हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र शुरू करने की जानकारी दी थी। आचार्य श्री ने यह काम वृहद रूप से करने की पहल की, लेकिन जेल अधीक्षक ने बजट की कमी का हवाला दिया और बताया शासन स्तर पर इनती राशि मिलना संभव नहीं है। खजुराहो में आचार्य श्री की प्ररेणा से देखते-देखते दान देने वालों में होड़ लग गई। प्रशिक्षण केंद्र तीन माह में बनकर चिन्हित बंदियों को प्रशिक्षण साड़ी, कालीन और खादी का कपड़ा बनाने का प्रशिक्षण देने बंदियों को चिन्हत किया जाएगा। ऐसे बंदी जो हत्या व गंभीर किस्म के अपराधों में सजा काट रहे है। उनकी सजा दो से तीन साल रह गई है। ऐसे बंदियों को चिनहित कर प्रशिक्षण दिया जाएगा। सागर संभाग के अलावा प्रदेश की अन्य जेलों से बंदियों को प्रशिक्षण लेने बुलाया जाएगा। 1 Link to comment Share on other sites More sharing options...
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