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मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

बांदरी जिला सागर 23-01-2019 *108 गाय दान दी गई* बांदरी जिला सागर मध्यप्रदेश में सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि धर्मसागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी ससंघ एव


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बांदरी जिला सागर 23-01-2019 
*108 गाय दान दी गई*
बांदरी जिला सागर मध्यप्रदेश में 
सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि धर्मसागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी ससंघ एवं  आर्यिका श्री अनंत मति माताजी  ससंघ एवं आर्यिका श्री भावना मति माता जी आदि 22 आर्यिकाओं के सानिध्य मे एबं प्रतिष्टाचार्य बाल ब्रह्मचारी विनय भैया बंडा के  निर्देशन में चल रहे
 *श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर बांदरी* के पंच कल्याणक  महोत्सव में पुलिस थाना ग्राउंड में पंच कल्याणक स्थल मैं जन्म कल्याणक में प्रातः अभिषेक शांतिधारा पूजन विधान की क्रिया संपन्न हुई । बालक आदी कुमार का जन्म हुआ और सब ने बहुत खुशियां मनाई और नृत्य किया। आचार्य श्री की महा पूजन हुई । जो आर्यिका श्री शुक्ल मति माताजी ने करवाई । नेहा नगर मकरोनिया,बाहुबली कालोनी सागर गौरझामर से श्रद्धालु पूजन की द्रव्य अर्पण करने आए। इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी ने कहा कि आज आप लोग बड़े प्रसन्न नजर आ रहें हैं, जब खुशी बढ़ जाती है तो सब कुछ भूल जाते हैं।जब तीन लोक के नाथ का जन्म होता है तो  तीनों लोकों में खुशी होती हैं। जिनका जन्म होता हैं उनका मरण निश्चित है। सूर्य का उगना जन्म का प्रतीक हैं और सूर्य डूबना मरण का प्रतीक हैं। आज के दिन एक ऐसे व्यक्तित्व ने जन्म लिया जिसके जन्म लेते ही सौधर्म इंद्र का आसन कम्पायमान हो गया।मनुष्य जन्म दुर्लभता से मिलता हैं।यह जन्म पाकर आत्म तत्व का अवलोकन करें।आज आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ के सानिध्य में ईश्वरवारा में भगवान श्री शान्तिनाथ जी का महामस्तकाभिषेक हो रहा है। जिनेंद्र भगवान का जो प्रथम दर्शन करता है,वह अग्रिम पंक्ति में  आता हैं।सुमेरु पर्वत पर आज जन्मे तीर्थंकर का 1008 कलशों से अभिषेक होता हैं। कलश स्वर्ण रत्न जड़ित होते हैं।
प्रभु तो अतुल बल धारी होते हैं।जो हम कलिकाल में कलशों से अभिषेक करता है ,उसका सुमेरु पर अभिषेक होता हैं।आने वाले समय मे ऐसा नही हो कि अभिषेक भी डिस्पोजल से करने लग जाये।भगवान का अभिषेक शांतिधारा अच्छी धातु के पात्रों से करोगे तो आप का पुण्य भी बढ़ेगा।अभिषेक के लिये जो भी स्नान करता हैं वही से उसका पुण्य प्रारंभ हो जाता हैं ।अपने जन्मदिवस पर यह भावना भाओ  की एक बरस निकल गया हैं वर्ष गाँठ का।  उस दिन हमें दीपक से आरती करना चाहिए और जितने वर्ष के हो गए हैं उतने श्रीफल भगवान के सामने चढ़ाना चाहिए और उतने ही कलशो से अभिषेक करना चाहिए। कांटों नहीं बाटों। जिन्होंने मोक्ष मार्ग में सीना ताना  है पसीना बहाया हैं  उन्हें अगले भव  में पसीना नहीं आता हैं। पूर्व में तपस्या और देव शास्त्र गुरु की आराधना की थीं उसका परिणाम है अच्छा शरीर  मिलता है आप सबकी पहले से भावना थी कि बांदरी  में  भी एक गौशाला खुले। चारों ओर हिंसा का तांडव हो रहा हैं ।आपके लिए यह जिम्मा सौंपा है आप गायों का यदि पालन नहीं करोगे तो आपको अभिशाप लगेगा । आज  लोगों ने 108 गायो के दान की घोषणा की हैं, ओर आगे 1008 गायो के दान की घोषणा हो ।एक तरफ सारी क्रियाएं और यह तरफ एक जीव के लिए अभयदान  दे दो  यह महत्वपूर्ण हैं।
हमें जीवन में एक गाय का दान जरूर करना चाहिए । मोक्ष की यात्रा दया से प्रारंभ होती है।अशुद्ध क्रीम लगाने से सुंदरता नहीं बढ़ती है ।जो भगवान की भक्ति करता है उसको सुंदर रुप मिलता है।प्रतिदिन रात्रि में आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं।कार्यक्रम में बिभिन्न नगरों से लोग शामिल हुये।
नीरज वैद्यराज पत्रकार
07582888100

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