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नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

प्रवचन 22/08/2018 गौरझामर


srajal jain

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*रक्षाबंधन वात्सल्य के साथ मनाएं*
गौरझामर 
दिनांक 22 अगस्त 2018

आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री 108 विमल सागर जी 
मुनि श्री अनंत सागर जी
 मुनि श्री धर्म सागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री अतुल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी गौरझामर जिला सागर में विराजमान हैं

मुनि श्री भाव सागर जी ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए श्री पारसनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर गौरझामर में कहां कि रक्षाबंधन आने वाला है हम यह पर्व वात्सल्य के साथ मनाएं देश समाज परिवार में वात्सल्य बड़े पति-पत्नी ,सास बहू ,देवर देवरानी ,औरपड़ोसी आदि  के साथ वात्सल्य हो आज जो कार्य ज्यादा करता है तो भी उसको सम्मान नहीं दिया जाता है जबकि आचार्य श्री जी कहते हैं कि पत्थर के नीचे जो चीप लगती है वह चीप नहीं चीफ है जो मंदिर की द्रव्य, अभिषेक के जल की व्यवस्था करता है वह पुण्य का छठवा हिस्सा प्राप्त करता है देव शास्त्र गुरु पंच परमेष्ठी के कार्य जो भी करता है पुण्य का संचय करता है जो मां तीर्थंकर को जन्म देती है वह अनंत पुण्य शाली  होती है जो आचार्य को जन्म देती है वह असंख्यात पुण्यशाली होती है वह मां जो उपाध्याय को जन्म देती है वह मां संख्यात पुण्यशाली होती है जो मुनि को जन्म देती है वह महा  पुण्यशाली होती है जो मां आर्यिका ,ऐलक ,क्षुल्लक को  जन्म देती है वह सर्वाधिक पुण्यशाली होती है। वृती, ब्रह्मचारी, ब्रह्मचारिणी को जन्म देती है वह  मां सह सहस्राधिक पुण्यशाली होती है जो पूजा ,अभिषेक, शांतिधारा ,स्वाध्याय, आहार दान ,जाप, स्त्रोत पाठ करती है संतान उसको जन्म देने वाली मां भी शताधिक पुण्यशाली होती है मां जिसकी संतान मंदिर की द्रव्य ,अभिषेक के जल आदि की व्यवस्था करती है संतान उस को जन्म देने वाली पुण्यशाली होती है
 मोबाइल में रिंगटोन में मंत्र नहीं  डालें यह दुर्गति का कारण होता है मंत्र की जाप करें ,शांतिधारा करे, स्त्रोत पाठ करें यह पॉजिटिव एनर्जी देते हैं देश के सैनिक के लिए भी हम शांति धारा के माध्यम से सद्भावना भेजें क्योंकि जब वह देश की रक्षा करेंगे तब हम भी अच्छे से धर्म क्रियाएं कर सकेंगे 

मुनि श्री अचल सागर जी महाराज ने कहा कि एक मन बैरागी होता है जब शमशान जाते हैं तो सोचते हैं यही सभी की स्थिति होना है तो  यह श्मशान बैराग्य  होता है  चातुर्मास के 4 माह जागने के लिए हैं आपको सोना नहीं है 
मंच संचालक दीपक चौधरी ने बताया कि 24,25, 26 अगस्त को रक्षाबंधन पर्व पर 700 श्रीफल 10 परिवार से ज्यादा परिवारो के द्वारा चढ़ाए जाएंगे
राखी सजाओ प्रतियोगिता भी होगी सागर जेल के कैदियों द्वारा हथकरघा के धाग से  तैयार सद्भावना राखी भारत के लोग उपयोग करें जिनसे कैदी सप्त व्यसन छोड़कर अच्छे व्यक्ति बन सके ।

आज के कार्यक्रम में चित्र अनावरण सुधीर देवरी ने किया शास्त्र अर्पण प्रदीप पाटनी जयपुर ने किया |
 

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