srajal jain Posted August 6, 2018 Report Share Posted August 6, 2018 6 अगस्त 2018 *वेदी का शिलान्यास हुआ गौरझामर जिला सागर (मध्य प्रदेश ) 6 अगस्त 2018 दिन सोमवार को* गौरझामर के इतिहास में प्रथम बार मुनि संघ के सानिध्य में श्री 1008 दिगंबर जैन पारसनाथ बड़ा मंदिर गौरझामर जिला सागर (मध्यप्रदेश ) मे यह कार्यक्रम संपन्न हुआ इसके लिए आशीर्वाद*:- मूकमाटी रचयिता आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज का मिला सानिध्य रहा मुनि श्री विमल सागर जी मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि श्री धर्म सागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री अतुल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री भाव सागर जी महाराज ने कहा कि जो प्रभु और गुरु के लिए कोई भी वस्तु दान करता है वह महान बन जाता है प्रभु की प्रतिमा बेदी मंदिर सर्वश्रेष्ठ एवं सुंदर बनाना चाहिए यहां की पारसनाथ भगवान की प्रतिमा बहुत प्राचीन है यह प्रतिमा पॉजिटिव एनर्जी प्रदान करती है प्रतिमा का गंधोदक घर ले जाना चाहिए एक महिला जो बहुत दिनों से बीमार थी वह कभी कभी मंदिर जाती थी और मुनि श्री ने कहा कि प्रतिदिन मंदिर जाया करो और शांति धारा का गंधोदक लगाया करो वह प्रतिदिन प्रभु के दर्शन करने जाने लगी और कुछ दिन बाद ठीक हो गई दान दे सकते हो तो देना नहीं नहीं दे सकते तो अनुमोदना जरूर करना जिस प्रकार भगवान की वैराग्य की प्रशंसा करने लोकांतिक देव आते हैं उसी प्रकार से दान की अनुमोदना जरूर करना इस अवसर पर मुनि श्री विमल सागर जी ने कहा कि हमारे पास आयु पूर्ण होने के पूर्व पत्र आते हैं जो हमें सावधान करते हैं लेकिन हम सतर्क नहीं होते हैं माता-पिता अपने बच्चों के बारे में नहीं सोचते हैं अच्छा नहीं माना जाता है आज लड़कियां नौकरी (सर्विस) कर रही है ठीक नहीं है जो प्रभु के लिए दरवाजा बनाता है उसके लिए हमेशा दरवाजे पर स्वागत होता है अपनी शक्ति को छुपाना नहीं जिस मंदिर बेदी में सभी की भावनाएं जुड़ जाती है तो अतिशय होते हैं आज के शिलान्यास कार्यक्रम में सभी का योगदान रहा इस कार्यक्रम का संचालन ब्रहमचारी मनोज भैया जबलपुर एवं दीपक चौधरी गौरझामर ने किया Link to comment Share on other sites More sharing options...
Recommended Posts