वैशाली जैन Posted March 24, 2018 Report Share Posted March 24, 2018 (edited) आप सभी को यह जानकर अत्यंत हर्ष होगा कि आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज की प्रेरणा व आशीर्वाद ? से जैन रसोई की शुरुआत हुई और आज जैन रसोई केवल भारतवर्ष मे ही नही विदेशो तक मे अपनी सुगंध महका चुकी है आचार्य भगवंत की प्रेरणा से आपकी जैन रसोई की पुस्तक भी आ चुकी है आचार्य भगवंत ने जैन रसोई को भारतीय रसोई नाम कर दिया है क्योकि उनका मानना है कि यह रैसिपी केवल जैन समाज के लिये ही नही है अपितु जन जन के लिये है सम्पूर्ण भारत के लिये है और इसलिये इस पुस्तक पर भारतीय रसोई करवा दिया है और फास्ट फूड जिसे हम कहते है वह वास्तव मे फास्ट मृत्यु की और ले जाने वाला है इसलिये उन्होने फास्ट फूड को भी पास्ट फूड नाम दिया | पास्ट फूड मतलब क्या ???? आप सोच ?♀ रहे होगे प्राचीन कालीन भोजन , जो शाकाहारी भोजन होता था वही पास्ट फूड है इसलिये इस पुस्तक का नाम पास्ट फूड भारतीय रसोई किया है अभी तक यह जैन रसोई की यह सबसे पहली पुस्तक आप सभी के बीच आ रही है जिसमे 153 रैसिपी है बच्चो की पसंद को इसमे लिया गया है इसका विमोचन भी शीघ्र होने की संभावना है जिस भी दिन विमोचन होगा जिस शहर मे होगा , आप सभी को ग्रुप पर ही बता दिया जायेगा आप सभी अपनी इस पुस्तक के विमोचन के लिये गुरु चरणो मे जरुर पहुचे ? Edited March 24, 2018 by वैशाली जैन Link to comment Share on other sites More sharing options...
Amee Posted April 10, 2020 Report Share Posted April 10, 2020 Ye book aa gai? Link to comment Share on other sites More sharing options...
Recommended Posts