Sanyog Jagati Posted November 14, 2019 Report Share Posted November 14, 2019 करकबेल 14-11-2019 *भक्ति करते समय दुनिया को भूल जाना चाहिए: मुनिश्री* (पंचकल्याणक का ध्वजारोहण हुआ) करकबेल जिला नरसिंहपुर( मध्यप्रदेश) मे सर्व श्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी महाराज मुनि श्री अनंत सागर जी मुनि श्री धर्म सागर जी मुनि श्री अचल सागर जी मुनि श्री भाव सागर जी महाराज,आर्यिका मृदुमती माताजी ,आर्यिका निर्णय मति माताजी के ससंघ सानिध्य एवं प्रतिष्ठाचार्य वाणी भूषण विनय भैया जी बंडा के निर्देशन में पंचकल्याणक महोत्सव चल रहा है यह कार्यक्रम सरकारी अस्पताल ग्राउंड करकबेल तह. गोटेगांव जिला नरसिंहपुर (म.प्र) में चल रहा है यह महोत्सव 19 नवंबर तक चलेगा इसमें 14 नवंबर को प्रातः अभिषेक शांतिधारा पूजन पात्र शुद्धि ध्वजारोहण हुआ ध्वजारोहण करने का सौभाग्य विभास चौधरी गोटेगांव परिवार को प्राप्त हुआ। दोपहर में सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहे है। रात्रि में नाटिका एवं आरती के कार्यक्रम चल रहे हैं इस कार्यक्रम में देशभर से श्रद्धालु आ रहे हैं। शासन, प्रशासन के अतिथि भी आ रहे हैं। इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी ने बताया की ध्वजारोहण क्या होता है। पंचकल्याणक के माध्यम से प्रतिमा में गर्भ, जन्म ,तप ,ज्ञान ,मोक्ष के संस्कार डाले जाएंगे । भक्ति करते समय दुनिया को भूल जाना चाहिए । ध्वजारोहण करने वाला यश कीर्ति को प्राप्त होता है ।पंचकल्याणक का ध्वजारोहण कार्य है आज का दिन महत्वपूर्ण है आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का 48 वा आचार्य पदारोहण दिवस है ।यह पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है। हम धन्य है जो उनकी कृपा से सभी कार्य कर रहे हैं। उन्हीं की कृपा है जो सब कार्य हो रहे हैं । वह स्वयं भी साधना करते हैं और शिष्य को भी करवाते हैं ।आचार्य श्री खड़े होकर गर्मी में 2 घंटे 24 मिनट की सामायिक करते थे। ऐसे महान आचार्य महाराज है। धर्म धर्मात्माओं के बिना नहीं होता है। साधु की मुद्रा पापो को गलाने में कारण बनती है । जो गुरुओं को नहीं मानते हैं उनके धर्म की शुरुआत नहीं होती है। पंचकल्याणक में भक्ति भाव से आराधना करना है ।आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का आचार्य पदारोहण दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया ।आचार्य श्री की पूजन मुनि श्री भाव सागर जी ने करवाई और विशेष पूजन ब्रह्मचारी जितेंद्र जैन दिल्ली वालों ने की और आरती की गई एवं मुनि संघ के प्रवचन हुए। 15 नवंबर को गर्भ कल्याणक उत्तर रूप की क्रियाएं संपन्न होंगी प्रातः 6 बजे अभिषेक शांतिधारा पूजन आरती सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। Link to comment Share on other sites More sharing options...
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