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नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

गुरुदेव कैसे और क्या करूँ मैं अर्पित? कर रही हूँ , फिर भी 4 पंक्तियाँ समर्पित।।


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उन्होंने ही हमें संभाला है, 

कण कण में वो ही समाया है, 

दुःख मे भी सुख का एहसास हो,

जब सिर पर हो गुरुदेव का साया। 

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कहने की जरूरत नहीं पड़ती, 

उनके दरबार में जाना ही बहुत हैं, 

गुरु की भक्ति करने के लिए, 

शीश झुकाना ही बहुत हैं। 

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  • 2 weeks later...

गुरु की मुरत मन के अंदर, 

हमेशा उनके प्रति भक्ति रहे, 

हर घड़ी, हर वक्त , हर समय,

जुड़ा उनसे हमारा तार रहे। 

 

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  • 4 weeks later...

गुरु के दरबार में दुनिया बदल जाती है

रहमत से हाथ की लकीर बदल जाती है। 

लेता है जो भी दिल से गुरु का नाम, 

एक पल में उसकी तकदीर बदल जाती है। 

 

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  • 4 weeks later...

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