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नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

*मंदिर बनवाना, प्रतिमा विराजमान करना,मंदिर को अचल संपत्ति दान करना ,पूजा के अंतर्गत आता है- मुनि श्री भाव सागर जी


Sanyog Jagati

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11/08 /2019
 *मंदिर बनवाना  प्रतिमा  विराजमान करना  मंदिर को  अचल संपत्ति  दान करना  पूजा के अंतर्गत आता है- मुनि श्री*


करेली
जिला नरसिंहपुर
मध्यप्रदेश मैं
 राष्ट्रहित चिंतक,सर्वश्रेचष्ठ *आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज* के आज्ञानुवर्ती शिष्य
*मुनि श्री विमलसागर जी महाराज (ससंघ)
 *श्री महावीर दिगंबर जैन बडा मंदिर करेली मैं विराजमान है* 11 अगस्त को 108 कलश से श्री आदिनाथ भगवान का  महामस्तकाभिषेक महाशांतिधारा, पूजन, पंचपरमेष्ठी विधान संपन्न हुआ। इस अवसर पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए 
*मुनि श्री अचल सागर जी ने कहा कि* दुःख में प्रभु और सुख में मेहमान याद आते हैं ।

कष्ट सहने वाले बनो तभी हमारी क्षमता का विकास होता चला जाता है । साल में एक बार तो बुखार आदि आते रहना चाहिए... क्योंकि उस बुखार के समय का अनुभव ही सल्लेखना के समय होता है।
 भगवान की आराधना देखा सीखी नही करना चाहिए बल्कि कर्तव्य बुद्धि के साथ करना चाहिए...
 भगवान का मंदिर बनाने का सामर्थ व्यक्ति का नही बल्कि भगवान स्वयं मंदिर बना लेते है ।
 तरक्की का एक मार्ग कभी सन्तुष्ट न होना है।
धर्म के क्षेत्र में  सन्तुष्ट न हो तभी बड़ा काम हो सकता है।
भावना भवनाशिनी होती है।भावना भवो का नाश करती है।
 उत्साह पूर्वक दान करना चाहिए,तभी दान का फल मिलता है ।

टूटे फूटे भाग को प्रभु देते हैं जोड़
प्रभु उसका क्या करें जो मुख लेते हैं मोड़ ।सुख में व्यक्ति मुख मोड़ लेता है ।
 सुख में भगवान का सुमिरन करने से विशुद्धि बढ़ती चली जाती है ।
 *मुनि श्री भावसागर जी ने कहा कि* मंदिर बनवाना प्रतिमाओं को विराजमान करना, मकान, भूमि ,खेत,के आदि का दान करना यह भी पूजा के अंतर्गत आता है पूजन धीमी स्वर में करना चाहिए ।
कमेटी ने बताया कि ब्रह्मचारी ब्रह्मचारी विनय भैया जी बंडा  एवं ब्रह्मचारी मनोज भैया जबलपुर के निर्देशन में प्रतिदिन कार्यक्रम चल रहे हैं। ज्ञात हो कि बड़े जैन मंदिर  करेली का जीर्णोद्धार होकर  उसके स्थान पर  पाषाण का 3 मंजिल  भव्य मंदिर  बनाने की  योजना चल रही है जिसमें विशाल महावीर भगवान मूलनायक की पाषाण की प्रतिमा विराजमान होगी।  और श्री शांति नाथ जी श्री कुंथुनाथ  जी श्रीअरहनाथजी की खंडगासन प्रतिमा विराजमान होगी।    खडगा सन  अष्ट धातु की चौबीसी विराजमान होंगी ।यह विश्व में  अनूठा, अद्वितीय, अद्भुत मंदिर होगा। आगे चार दिवसीय भारत रक्षा महोत्सव संपन्न  होगा यह 12 से 15 अगस्त तक चलेगा जिसमें यह मांगलिक कार्यक्रम संपन्न होंगे
12 अगस्त 2019 दिन सोमवार से 14 अगस्त दिन बुधवार तक प्रतिदिन रक्षाबंधन विधान
700 श्रीफल के साथ होगा 
 15 अगस्त 2019 दिन गुरुवार को भारत रक्षा महोत्सव मनाया जाएगा जिसमें
, श्री श्रेयांश नाथ जी का मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा    निर्वाण लाडू अर्पण होगा श्रावको के द्वारा मुनिराजो की पिच्छिका  में राखी बांधी जाएगी
 

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Edited by Sanyog Jagati
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