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मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

शरीर की अपेक्षा आत्मा की चिंता करे - मुनिश्री विमल सागर जी


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*दमोह 05-06-2019*
*शरीर की अपेक्षा आत्मा की चिंता करे - मुनिश्री* 

 दमोह ( मध्यप्रदेश)  में *सर्व श्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के* शिष्य मुनि श्री  विमल सागर जी महाराज श्री दिगंबर जैन नन्हे  मंदिर में  विराजमान है। प्रातः काल आचार्य श्री की पूजन संपन्न हुई।इष्टोपदेश ग्रन्थ पर प्रवचन में धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री विमलसागर जी महाराज ने कहा कि पूजन करते समय ध्यान रखें उत्साह पूर्वक करें। जो कार्य आत्मा के उपकार के लिए वह शरीर का अपकार करने वाला है। तथा जो शरीर के उपकार के लिए है वह आत्मा का अपकार करने वाला है। जिन जिन कार्यों से आत्मा का उपकार होता है वह करें। खाने-पीने और मौज करने से शरीर को आनंद आता है लेकिन साधना करने से आत्मा को आनंद आता है।चर्चा के दौरान मुनिश्री भावसागर जी ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस पर हम सभी को वृक्ष लगाना चाहिए। एक वृक्ष 100 संतान के बराबर होता है। यदि वृक्ष नहीं लगाएंगे तो आगामी समय में तापमान बढ़ता जाएगा। इससे हम सभी को हानि होगी इसलिए विशेष अवसरों पर वृक्ष अवश्य लगाएं। वृक्ष लगाने से फायदा अधिक है। *वृक्ष देते ज्यादा है , लेते कम है।* आज सीमेंट के वृक्ष  गार्डनों में लगाये जा रहे है , जो शोपीस ही रहते है उनसे कुछ प्राप्त नहीं होने वाला है इसलिए पर्यावरण को यदि सुरक्षित रखना है तो वृक्ष जरूर लगाएं। शाकाहार उपासना परिसंघ ने बताया कि श्रुतपंचमी महापर्व की तैयारियां जोरों से चल रही है। 7 जून शुक्रवार को बड़े धूम धाम से यह पर्व मनाया जाएगा।

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