Sanyog Jagati Posted May 14, 2019 Report Share Posted May 14, 2019 *दमोह 14-05-2019* *तनाव से मुक्ति के लिए ध्यान आवश्यक है - मुनिश्री विमलसागर जी* दमोह ( मध्यप्रदेश) में *सर्व श्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के* शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी महाराज श्री दिगंबर जैन नन्हे मंदिर दमोह में विराजमान है। प्रातः काल आचार्य श्री की पूजन संपन्न हुई।इष्टोपदेश ग्रन्थ पर प्रवचन में धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री विमलसागर जी महाराज ने कहा कि धर्म की महिमा अपरंपार है। यह ग्रंथ अध्यात्म ग्रंथ है इसको पढ़ने से जीवन अच्छा बन जाता है। शाम को धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री भावसागर जी ने कहा कि योग का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है। ज्ञार्नाणव ग्रंथ में योग , प्राणायाम के बारे में विस्तार से वर्णन है। तनाव से मुक्ति का उपाय ध्यान है , योग है। साधु एकांत में ध्यान लगाते हैं नदी , गुफा , पर्वत , तीर्थक्षेत्रों पर जहॉ शांति होती है। मन चंचल होता है इस को स्थिर करने के लिए एकांत आवश्यक है। आचार्य श्री पूज्यपाद स्वामी जी ने शांति भक्ति में कहा है कि विद्या , औषधि , मंत्र , जल , हवन , आदि के द्वारा भी चिकित्सा होती है। बीमारियां आती नहीं है हमारे द्वारा बुलाई जाती हैं इसका कारण है रात्रि में 2 - 3 बजे तक लोग सोते नहीं है और प्रातः काल जल्दी उठ नहीं पाते हैं इसलिए बीमारियां घेर लेती है। व्यक्ति समय से सो जाएं और प्रातः काल जल्दी उठ जाए तो प्रातः काल शुद्ध ऑक्सीजन मिलने से उसका शरीर स्वस्थ रहता है। Link to comment Share on other sites More sharing options...
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