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मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

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हथकरघा उद्योग। ---नौकर नहीं मालिक बनो यदि आपको अभी तक कोई अच्छी नौकरी नहीं मिली है अथवा आप अपनी नौकरी से निराश हैं और अपने स्वाभिमान को बनाये रखने के लिए कुछ ऐसा कार्य करना चाहते हैं जो आपके लिए और देश के लिए लाभकारी हो तो आप हथकरघा योजना से जुड़ सकते हैं।  यह योजना मध्य प्रदेश के बीना बारहा क्षेत्र में चल रही है।  इस योजना के अंतर्गत आपको 6 महीने की ट्रेनिंग द्वारा हथकरघा से कपडा निर्माण करना सिखाया जायेगा। इन 6 माह में आपको 9000 प्रति माह आय के रूप में दिया जायेगा। 6 माह बाद इस आय को आप अपना करघा लगाने के लिए उपयोग कर सकते हैं ।  आवास और भोजन की सुविधा भी वहीँ रहेगी। इस योजना से जुड़कर आप अपना कपडा निर्माण करके आगे चलकर प्रति माह 40000 से 50000 तक की आय कर सकते हैं।  देश में बढ़ती हुई बेरोजगारी, पूँजी के अभाव में व्यापार के घटते अवसरों को देखते हुए आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की प्रेरणा एवं आशीर्वाद से युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए एक योजना है । कुण्डलपुर में अक्षय तृतीया 9 मई का हथकरघा की नई शाखा का शुभारम्भ आचार्य श्री विद्या सागर जी महाराज के ससंघ सानिध्य में होने जा रहा है जिसकी चयन प्रक्रिया के अंतर्गत दिनांक 4 मई 2016 को साक्षात्कार होना है।आप अथवा आपकी जानकारी में जो भी युवा इस योजना से जुड़ना चाहते हैं कृपया इस नंबर पर संपर्क करें: 

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गुरुदेव के सपनों की उड़ान हथकरघा उद्योग

सिर्फ हंगामा खड़ा करना हमारा उद्देश्य नही है,
गुरु की कोशिश रही है
कि INDIA भारत बनाने के लिये
घर घर में सिर्फ चरखा ही नही
हथकरघा भी होना चाहिये!!

विद्यागुरु के आशीष से फलीभूत होता हथकरघा उद्योग!
स्वावलंबी भारत बने,अद्वितीय हो ये देश!!

विद्यागुरु की अनुपम करुणा,हम सबको दिखती शीघ्र साकार!
भारत पुनः सोने की चिड़िया बनेगा,मन में है विस्वास!!

क्या है हथकरघा❓
हथकरघा वह अहिंसक उद्योग है जिसे उड़ान दी है जैनाचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी ऋषिराज ने,और उनके उस स्वपन को साकार करने के लिये अपना तन-मन सब कुछ समर्पित करने के लिये तैयार है आदरणीय गुरुदेव के अनन्य श्रद्धालु ब्रम्हचारी जी गण!!
और वे बहने जो पृथक से माताओं-बहनों को भी प्रशिक्षित कर रही है हथकरघा उद्योग के माध्यम से!!
इस युग के उन्नायक आचार्य गुरुदेव की अनन्त करुणा ही है जिसके फ़लस्वरूव वे हम सभी के भले के लिये निरन्तर चिंतित रहते है कि कैसे भारत पुनः अपनी समृद्धता की ओर गमन करें!!
हथकरघा उद्योग (जिसमें कपड़ा हाथ से बुना जाता है) भारत के प्राचीन और समृद्ध उद्योगों में से एक है, लेकिन पावरलूम के आने से इस उद्योग को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा जिसका सीधा असर बुनाई करके आमदनी कमाने वाले बुनकर परिवारों पर पड़ा!!उस समय इसका प्रभाव इतनी गहनता से दिखने में नही आया!!लेकिन जब गुरुदेव ने देखा कि आजकल के भारतीय युवाओं की सबसे बड़ी समस्या की वह पूर्ण शिक्षित होने के बाद आर्थिक समस्या से जूझ रहे है,इसी समस्या के उन्मूलन के पूज्य आचार्य भगवन्त ने हथकरघा से उद्योग की राह दिखाई,उनकी ही जीवन्त करुणा का प्रतिफल है आज वह हथकरघा उद्योग आसमान की बुलंदियों को प्राप्त कर रहा है!!

क्यों आवश्यक है हथकरघा की प्रेरणा❓
हथकरघा की प्रेरणा इसीलिये भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसकी नींव भी पूर्ण अहिंसा पर आधरित है,जहाँ आजकल न जाने अधिक कमाई के चक्कर में कितने मूक प्राणियों की हिंसा की जा रही है इसीलिये भी महत्वपूर्णता है हमारे गुरुदेव की प्रेरणा हथकरघा उद्योग की!!

??हमारे उद्देश्य एंव दायित्व??
भारत को इंडिया से बचाना अर्थात ऐसा सफलतम प्रयास जहाँ भारत का प्रत्येक व्यक्ति आत्मनिर्भर हो,वह स्वस्थ्य तन-मन-धन और वतन वाला हो जिससे वह मानसिक गुलामी से बच सके!!और दूसरों की नौकरी करने की अपेक्षा स्वयं दुसरो को रोजगार दे!!

?हम सभी के उद्देश्य की सफलता का कारण?
हम सभी आचार्य भगवन्त के अनन्य ऋणी रहेगे क्योकि हम समझते है कि इस भारत देश में आदरणीय महात्मा गांधी के बाद कोई पुनः भारत देश की संस्कृति से जुडी स्वदेशी परम्परा को जीवन्त किया है तो वे आचार्य गुरुवर विद्यासागर जी ही है जिनके एक इशारे से सभी उनकी आज्ञा में तत्पर रहते है!!
और इसमें कोई आश्चर्य नही रहेगा कि भारत देश पुनः एक सोने की चिड़िया कहलायेगा!!⁠⁠⁠⁠

  1. What's new in this club
  2. *💥💥ब्रेकिंग न्यूज💥* *गुरु आशीष की बरसा* *🎈भव्य हथकरघा शिलान्यास समारोह कारोपानी जिला डिंडोरी🎈🎊* *🙏मानवता के मसीहा , राष्ट्रसंत, युग शिरोमणि आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद से हथकरघा सेंटर का शिलान्याय🙏* ---------------------------------------------- *☀️प्रतिष्ठा सम्राट ,प्रतिष्ठा शिरोमणि, वाणी भूषण बा ब्रा विनय भैया जी के निर्देशन एवं पावन उपस्तिथि में* ---------------------------------------------- ✨सक्रिय सम्यक दर्शन सहकार संघ के तत्वाधान होने जा रहा है⚡ दिनांक 02 नवम्बर 2023 , गुरुवार समय मध्यान 2 बजे से *वर्तमान में आदिवासी इस बहुलाल्य इलाके में गुरुदेव के आशीर्वाद से संचालित लगभग 200 महिलाओं को हथकरघा के माध्यम से रोजगार प्राप्त हो रहा है , अति गरीबी के बीच हथकरघा सभी के लिए वरदान साबित हुआ है, जिससे वहां के रह रहे लोगों के जीवन में सुख और शांति का समावेश हो रहा है* निवेदक *सकल दिगंबर जैन समाज डिंडोरी*
  3. अन्तरिक्षजी पार्श्वनाथ संस्थान शिरपुर जैन ता. मालेगांव, जि. वाशिम
  4. हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र सदलगा ने हाथकरघा वस्तु प्रर्दशन एवं बुनकरो के कौशल उत्कृष्टता के आधार पर समूचे कर्नाटक राज्य मे प्रथम स्थान प्राप्त किया कर्नाटक सरकार द्वारा हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र सदलगा को राज्य प्रशस्ति से पुरस्करत किया गया आप सभी महानुभाव को हर्ष के साथ सूचित किया जा रहा है कि परम पूज्य संत शिरोमणि दिगंबराचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के सद आशीर्वाद से एवं परम पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि श्री 108 नियम सागर जी महाराज की मंगलमय प्रेरणा से आचार्य भगवन की जन्म भूमि सदलगा मे महाकवि पं. भूरामल सामाजिक सहकार हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र सदलगा का प्रारंभ 29 मई 2018 भगवान महावीर स्वामी के जन्मकल्याणक महोत्सव पर हुआ परम पूज्य आचार्य भगवन की मंगल देशना जैसे, आत्मनिर्भरता, प्रमाणिकता , पारदर्शिता, भारत बने भारत, शुद्धता, अहिंसा, सात्त्विकता, आदि विचारों को लेकर सदलगा हाथकरघा चल रहा है और आगे भी इसी तरह अहिंसा का महाकुंभ लेकर बडता रहेगा, महानुभाव हर वर्ष कर्नाटक सरकार - हाथकरघा वस्तु प्रर्दशन एवं बुनकरो के कौशल उत्कृष्टता के आधार पर पुरूस्कार करती है जिसमे इस बर्ष सदलगा हाथकरघा के बुनकरो ने परिश्रम एवं पूर्ण हस्तकला को लेकर भाग लिया था जिसमे पूज्य आचार्य भगवन के मंगल आशीर्वाद एवं आप सभी की मंगल भावना और सदलगा हाथकरघा प्रशिक्षण केंद्र के बुनकरो के अथक परिश्रम एवं प्रयास से कर्नाटक सरकार द्वारा महाकवि पं भूरामल सामाजिक सहकार हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र सदलगा को राज्य प्रशस्ति एवं समूचे कर्नाटक राज्य मे प्रथम स्थान प्राप्त किया इसके लिए सदलगा प्रशिक्षण केंद्र गौरवान्वित है इसी तरह पूज्य आचार्य भगवन का मंगलमय आशीर्वाद एवं आप सभी का मार्गदर्शन मिलता रहे ऐसी भावना है इस कार्य में हमारे लिए जिन भी महानुभाव का प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से सहयोग मिला है उन सभी का सदलगा हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र एवं समस्त बुनकर आभार व्यक्त करते हैं 👑👑👑👑👑👑👑👑👑 🚩🏳️‍🌈🚩🏳️‍🌈🚩🏳️‍🌈🚩🏳️‍🌈🚩 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
  5. *🎡हथकरघा की प्रेरणा देने के पीछे अहिंसा का उद्देश्य स्वयं आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के मुख से सुने* 🤔आप जानते हो क्या कि बाजार में जो वस्त्र मिलते हैं उनमें *mutton tallow* नाम का मांस का घटक मिश्रित रहता है ➡️बाजार के वस्त्रों में *mutton tallow* नाम का मांस का घटक इसलिए मिलाया जाता है ताकि कपड़े की मजबूती बढ़े अन्यथा शुद्ध कॉटन से बने कपड़े कुछ ही वर्षों में जीर्ण हो जाते हैं और फट जाते हैं। *🤦🏽‍♂️अब यह हिंसा द्वारा प्राप्त मांस के घटकों से बना बाजार का अशुद्ध कपड़ा निम्नलिखित जगहों पर उपयोग किया जाता है* 👇🏽👇🏽👇🏽 *1️⃣ श्रीजी के प्रक्षाल के समय प्रतिमा जी का मार्जन इस अशुद्ध मांस युक्त कपड़े से होता है* *2️⃣ चौके में मुनियों का आहार बनाते समय और देते समय अनेक जगह इस अशुद्ध मांस युक्त कपड़े का उपयोग होता है* *3️⃣ आप पूजन विधान करते हैं तो इस मांस युक्त अशुद्ध कपड़े के मांडने पर करते हैं एवं उसी अशुद्ध कपड़े से बनी सोला, धोती, दुपट्टा एवं साड़ियां पहनते हैं* *4️⃣ आप किसी तीर्थ क्षेत्र एवं पहाड़ पर वंदना करते हैं तो मांस युक्त अशुद्ध कपड़ा पहकर वंदना करनी पड़ती है* *5️⃣ आप कोई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करवाते हैं तो उसमें कितनी जगहों पर मांस युक्त अशुध्द कपड़े का उपयोग होता है* *6️⃣ आप जिनवाणी के ग्रंथों का वेष्टन भी मांस युक्त अशुद्ध कपड़े से बनाते हैं* *7️⃣ आप मुनियों को चौके में जल छानकर देते हैं अथवा स्वयं भी जल छानकर पीते हैं तो जिस कपड़े से आप जल छान रहे वह मांस युक्त अशुद्ध कपड़े से बनाते हैं* *🎡 उपरोक्त मांस युक्त अशुद्ध कपड़ा उपयोग न करना पड़े एवं कपड़े के निमित्त से जो हिंसा होती है वह रुके उसके लिए हथकरघा की प्रेरणा दी गई है तो इससे पूरी समाज को ही शुद्ध अहिंसक कपड़ा मिलने से लाभ हुआ है और जो धार्मिक क्रियाओं में अशुद्ध मांस युक्त कपड़ा उपयोग करने से जो श्रावकों को घोर पाप लगता था उसका परिहार हुआ है*
  6. संत शिरोमणि आचार्य गुरुवर श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के मंगल आशीष से प्रतिभास्थली ज्ञानोदय विद्यापीठ ओर हथकरघा के साथ साथ प्राचीन संस्कृति एवं हस्तशिल्प को संरक्षित एवं संवर्धित करने के लिए महिला उत्थान की दिशा में उठाया एक सशक्त कदम प्रारम्भ हुआ एक और प्रकल्प.....!! मरुदेवी हस्तशिल्प जहाँ अनेक महिलाएं प्राप्त कर रहीं हैं स्वाश्रित जीवन जीने का आधार ओर अपनी मेहनत व कला कौशल से उत्पादित कर रहीं हैं मनमोहक सामग्री जैसे- बैग्स, पर्स, साड़ियाँ, कुर्तियां, बैडशीट, चादर, जाप माला आदि
  7. वर्ष 2020 के आगमन पर श्रमदान प्रस्तुत कर रहा हैं हथकरघा प्रतियोगिता प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये नीचे लिंक पर क्लिक करें https://www.shramdaan.in/quiz?utm_source=news&utm_medium=vidyasagar_guru&utm_campaign=nyquiz
  8. *जीव दया के मसीहा, प्राणीमात्र के प्रति अपने हृदय में अथाह करूणा का भाव रखने वाले, अपराजेय साधक संत शिरोमणि आचार्य प्रवर 108 श्री विद्या सागर जी महाराज के मार्ग दर्शन में भारत वर्ष की सबसे बड़ी "तिहाड़ जेल" में बंदी भाईयों के जीवन कल्याण हेतु जैन समाज, दिल्ली के द्वारा प्रारम्भ किये गये "भारत पताका हाथकरघा केन्द्र" के लोकार्पण में, तिहाड़ की जेल नम्बर 1 के अधीक्षक श्री रमेश कुमार बिल्यान जी श्री सुमन कुमार जैन "समाजरत्न" हरि नगर का सम्मान करते हुए।* *पीछे विराजमान हैं माननीय श्री सत्येन्द्र जैन(गृह मंत्री, दिल्ली सरकार) श्री एस. के. जैन(Retd. IPS), DG जेल माननीय श्री संदीप गोयल जी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण।* *"श्री एन. सी.जैन सचिव भारत पताका हथकरघा केन्द्र"*
  9. 🙏🏻 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 *आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से नया इतिहास रचा* आज का दिन इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में अंकित हो गया सुबह 10 बजे से ही दिल्ली तिहाड़ जेल गेट no 3 पर लग गया था भक्तो का तांता आज जब आचार्य श्री के आशीर्वाद से सक्रिय सम्यकदर्शन सहकार केंद्र के अंतर्गत *भारत पताका हथकरघा केंद्र का उद्घाटन हुआ* 18 मशीनों के साथ 45 बंदियों ने अहिंसक वस्त्रो का उद्योग केंद्र के माध्यम से स्थापित कर *अपनापन साड़ी* बनाना चालू हो गई *अपनापन साड़ी* नाम से पूरे भारत वर्ष में जेल के माध्यम से आप सभी तक पहुचेगी आचार्य श्री की करुणा ओर दया के परिणाम है असम्भव काम भी सम्भव हो गया *सक्रिय सम्यकदर्शन सहकार संघ के प्रमुख ब्र,. सुनील भैया ने आज बहुत ही शानदार प्रवचन दिया तिहाड़ जेल में* पूरा विश्व तिहाड़ जेल के नाम से कांपते है वही गुरुवर के आशीर्वाद से आज उन खूंखार अपराधियो को अपराध छोड़ने ओर सही दिशा में मनुष्य पर्याय को सार्थक करने के लिए एक अभूतपूर्व कार्य किया गया जो कि भारत वर्ष के सभी साधु संत और बड़े बड़े दानवीरों को सोचने पर बाध्य होना पड़ेगा ऐसे पावन ओर अहिंसक कार्य महात्मा गांधी के बाद आचार्य भगवन के आशीर्वाद से हो रहा है 18 मशीनों में 13 लोग तो मुस्मिल है जिन्होंने आजीवन शाकाहार का नियम लिया मांसाहार का त्याग कराया /यही तो हमारे गुरुवर का अतिशय है धन्य है पंचम काल के भगवन जिनकी असीम कृपया हम सभी है बनी रहे नमोस्तु गुरूवर गुरु चकरीक *सुधीर जैन दिल्ली* अध्क्षय -भारत पताका हतकरघा केंद्र दिल्ली
  10. सदलगा में हथकरघा केंद्र का प्रारंभ होके महावीर जन्म कल्याणक को 1 साल हुवा है। अभी केंद्र में 16 बच्चे कार्यरत है। केंद्र में कपड़े का विक्रय भी होता है। 💐 महाकवि पं. भूरामल सामाजिक सहकार हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र, सदलगा 💐 🏨विक्रय केंद्र में उपलब्ध वस्त्र :- 1. साड़ी 2. शर्ट का कपड़ा 3. कुर्ता पजामा का कपड़ा 4. धोती दुपट्टा 5. बेडशीट 6. तौलिया 7. रुमाल 8. नैपकिन 9. पानी छन्ना 🌾विशेषताएं:- 1. अहिंसक 2. 100% खादी 3. हस्त निर्मित वस्त्र(हथकरघा में निर्मित वस्त्र)🙌 4. ग्रामीण भारत के युवाओं को दिया गया स्व - रोजगार से निर्मित वस्त्र 5. हमारे केंद्र में युवाओं को उचित हथकरघा प्रशिक्षण देते है। 🏨 संपर्क :- 97416 21008📱 88840 13108📱 E-mail :- mpbhathkargha.sdg@gmail.com📧
  11. RTI के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार अहमदाबाद वस्त्र उद्योग अनुसंधान संस्थान यह सुनिश्चित करता है कि धागे की मजबूती एवं कपड़ों में सॉफ्टनेस लाने के लिए मटन टेलो का प्रयोग किया जाता है जो कि हिंसक पदार्थ है। (प्रस्तुत है मूल अंग्रेजी का अक्षरशः अनुवाद) आदरणीय महोदय, प्रस्तुत जानकारी आप की इमेल को लेकर के है जिसमें आप जानना चाहते थे कि मटन टेलो का उपयोग कपड़ों में कैसे होता है। आशा है की प्रस्तुत जानकारी पढ़ने के बाद आप की सारी शंकाएं दूर हो जाएंगी। आपके प्रश्न- प्रश्न - क्या वर्तमान में भी मटन टेलो का उपयोग कपड़ों को बनाने के लिए किया जाता है? उत्तर- हां आज भी मटन टेलो का उपयोग सूती एवं मिश्रित कपड़ों को बनाने के लिए किया जाता है। खासकर के मोटे धागे के कपड़ों पर तो इसका इस्तेमाल किया ही जाता है। मिश्रित कपड़े: ऐसे कपड़े जिसमें कपास के साथ-साथ पॉलिस्टर भी मिलाया जाता है। प्रश्न - यदि हां तो सिर्फ मटन टेलो का ही उपयोग क्यों, जबकि बाजारों में तो कृत्रिम व खाद्य टेलों भी उपलब्ध है? उत्तर- हां, वर्तमान में कृत्रिम टेलो भी उपलब्ध है पर यह जो मटन टेलो है, यह कृत्रिम टेलो की तुलना में कहीं ज्यादा सस्ता है। मटन टेलो को उसके सस्ते पन के कारण ही खरीदा जाता है। प्रश्न - क्या पावर लूम क्षेत्र में भी साइजिंग करने हेतु मटन टेलो का इस्तेमाल होता है? उत्तर- साइजिंग: धागों को मजबूती देने के लिए उस पर किसी तरल पदार्थ (स्टार्च) की परत चढ़ाई जाती है। इसको साइजिंग प्रक्रिया कहते हैं। हां, साइजिंग करने हेतु मटन टेलो का इस्तेमाल मिलो वा पावरलूम के कपड़ों में धड़ल्ले से होता है। इस मटन टेलो का उपयोग हर छोटे से बड़े उद्योगों में होता है। प्रश्न - साइजिंग के अलावा और कौन-कौन सी प्रक्रिया में मटन टेलो को कपड़ों पर इस्तेमाल किया जाता है? उत्तर- उपांतरित मटन टेलो का उपयोग केमिकल सॉफ्टनर के रूप में किया जाता है। केमिकल सॉफ्टनर: कपड़ों को मुलायम बनाने के लिए उस पर केमिकल सॉफ्टनर का उपयोग किया जाता है। यह जो cationic, nonionic एवं anionic सॉफ्टनर हैं, ये कृत्रिम रूप से भी बनाए जा सकते हैं। तब भी, कृत्रिम बने हुए सॉफ्टनर को मटन टेलो के साथ मिलाकर कपड़ों पर इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रश्न - क्या कपड़ों को मुलायम रखने हेतु मटन टेलो का इस्तेमाल कपड़ों पर होता है? उत्तर- हां, कपड़ो को मुलायम रखने के लिए मटन टेलो का इस्तेमाल, सॉफ्टनर के रूप में होता है। जिसमें समय-समय में nonionic, anionic एवं‌ cationic सॉफ्टनर (जिसमें उपांतरित मटन टेलो होती है) का मिश्रण भी उपयोग में लाया जाता है। प्रश्न - क्या तैयार किए गए कपड़ों में मटन टेलो की निशानी छूट जाती है? उत्तर-‌ हां, यदि सॉफ्टनर में मटन टेलो है तो तैयार माल में भी मटन टेलो की निशानियां छूट जाती है। कभी-कभार तो इनमें से मटन टेलो की बदबू भी आती है। सस्नेह, डॉक्टर के.सी. गुप्ता Q-1-s mutton tallow being used in the sizing process of yarn even in todays times? Yes. Even today Mutton Tallow is being used in cotton and blended yarn sizing, mainly for coarse count yarns Q-2-16 yes why is mutton tallow being used in sizing of yarn when synthetic or vegetable tallow is sold in the market. ? Nowadays some synthetic softeners are available in the market to replace mutton tallow. Cost wise mutton tallow is much cheaper compared to other available substitutes. Hence for cost considerations mutton tallow is used Q-3-Does the Powerloom sector (apart from the mills)use mutton tallow in the sizing process of the yarn. Yes. The sizing process for the powerloom as well as for mill sector. Mutton tallow is used in small as well as big industries Q-4-Which other processes in the textile processing require mutton tallow as an agent? Modified mutton tallow is used as cationic softener in the finishing process of cotton and blended fabric. Alternate synthetic softeners of cationic and anionic and non-ionic nature are available in the market. Emulsified mutton tallow may also be mixed in the synthetic softener. Q-5. Does fabric softener agent contain mutton tallow? Yes. Modified mutton tallow is used as softening agent for finishing of fabric Al times, mixture of non-ionic and cationic softeners are used in finishing Q-6. Does the finished cotton fabric contain traces of mutton tallow In It? Yes. If the mutton tallow containing softener is used in finishing then traces of mutton tallow will be present in the finished fabric. Sometimes the finished fabric also gives a smell of mutton tallow. With regards Krulesh chala Dr. K.C. Gupta
  12. बधाई हो 👏 बधाई हो 👏 बधाई हो 👏 अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज जी के आशीर्वाद से संचालित श्रमदान के हस्त निर्मित वस्त्र। जी हाँ आप विजिट कर सकते हैं www.shramdaan.in और खरीद सकते हैं अनेकों युवाओं को रोजगार प्रदान करने वाले हथकरघा से निर्मित अहिंसक एवं स्वास्थ्यवर्धक वस्त्रों को केवल एक क्लिक पर!! तो फिर देर किस बात की? आज ही लॉग ऑन कीजिए - https://shramdaan.in पर
  13. पंचकल्याणक मे भगवान की अति आकर्षक सुंदर एवं मनमोहक वेशभूषा ( हथकरघा के शुद्ध अहिंसक वस्त्रो से निर्मित बनबाने हेतु) हमारे यहा :- चंदोवा,मूर्ति पोषक, अछार, वंदनवार, जिनवाणी कवर आदि के लिये संपर्क करे: - मोहित जैन दलपतपुर 9179164929,8878156943
  14. आचार्य श्री 16 को करेंगे जेल में बने हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ केंद्रीय जेल सागर में जैन समाज के एक करोड़ रुपए की दान की राशि से हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र बनकर तैयार हो गया है। शुभारंभ 16 फरवरी को आचार्यश्री विद्यासागर महाराज करेंगे। इस गरिमामय कार्यक्रम में पांडिचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, तीन राज्यों के जेल मंत्री, 10 डीजीपी सहित देश के प्रखर विद्वान शामिल होंगे। सौ साल पुराने सागर जेल में बंदियों के उत्थान की एक और कड़ी 16 फरवरी को जुड़ जाएगी। प्रशिक्षण केंद्र जेल परिसर में 10 हजार 260 वर्ग फीट एरिया में बनाया गया है। हॉल में 108 हथकरघा लगाए जाना है 54 हथकरघा लग चुके हैं। प्रत्येक हथकरघा पर एक साथ चार से पांच बंदी साड़ी, कालीन, व खादी का कपड़ा बुनने का प्रशिक्षण ले सकेंगे। उद्घाटन होने से पहले आचार्य विद्यासागर महाराज एक बार प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण करेंगे। हॉल की मुख्य दीवार पर रायसेन के कलाकार ने आचार्य श्री की आदमकद छायाचित्र बनाया है। प्रशिक्षण केंद्र का नामकरण दिगंबराचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र रखा गया है। एक पारी में 250 से 300 बंदी प्रशिक्षण ले सकेंगे। ट्रस्ट करेगा केंद्र का संचालन जेल अधीक्षक राकेश बांगरे ने बताया कि आचार्य श्री ने उद्धाटन की तिथि तय कर दी है। 16 एवं 17 फरवरी को दो दिन कार्यक्रम चलेगा। उन्होंने बताया कार्यक्रम में पांडिचेरी की उप राज्यपाल किरण बेदीं, म.प्र. के मुख्यमंत्री कमलनाथ, जेल एवं परिवहन मंत्री बाला बच्चन, दिल्ली के जेल मंत्री सतेंद्र जैन और छत्तीसगढ़ के जेल मंत्री की कार्यक्रम में आने की स्वीकृति मिल चुकी है। प्रशिक्षण केंद्र का संचालन सक्रिय सम्यक दर्शन सहकारी संघ ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा। संस्था की ओर से पूर्व डीएसपी डॉ. रेखा जैन, डॉ. नीलम जैन और डॉ. अमित जैन को संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। खजुराहो में हुई थी पहल बंदियों के लिए हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र खोले जाने की पहल 6 माह पहले खजुराहो में की गई थी। वहां आचार्य श्री चातुर्मास के लिए संसघ विराजमान थे। उन्होंने जेल में रहने वाले बंदियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की पहल की थी। जेल अधीक्षक बागरे ने सागर जेल में हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र शुरू करने की जानकारी दी थी। आचार्य श्री ने यह काम वृहद रूप से करने की पहल की, लेकिन जेल अधीक्षक ने बजट की कमी का हवाला दिया और बताया शासन स्तर पर इनती राशि मिलना संभव नहीं है। खजुराहो में आचार्य श्री की प्ररेणा से देखते-देखते दान देने वालों में होड़ लग गई। प्रशिक्षण केंद्र तीन माह में बनकर चिन्हित बंदियों को प्रशिक्षण साड़ी, कालीन और खादी का कपड़ा बनाने का प्रशिक्षण देने बंदियों को चिन्हत किया जाएगा। ऐसे बंदी जो हत्या व गंभीर किस्म के अपराधों में सजा काट रहे है। उनकी सजा दो से तीन साल रह गई है। ऐसे बंदियों को चिनहित कर प्रशिक्षण दिया जाएगा। सागर संभाग के अलावा प्रदेश की अन्य जेलों से बंदियों को प्रशिक्षण लेने बुलाया जाएगा।
  15. स्वयं का व्यवसाय (start up) प्रारंभ करने का दुर्लभ अवसर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की प्रेरणा एवं आशीर्वाद से संचालित महाकवि पंडित भुरामल सामाजिक सहकार न्यास के हथकरघा प्रशिक्षण केंद्रों मैं अहिंसक वस्त्र निर्माण प्रशिक्षण का नवीन सत्र (6 मासिक) प्रारंभ हो रहा है जिसको प्राप्त कर आप हथकरघा प्रशिक्षक की योग्यता प्राप्त कर लेंगे एवं तदुपरांत अपने गांव एवं शहर में अन्य दूसरे इच्छुक जनों को कपड़ा बनाने की विधि सिखा कर स्वयं एवं दूसरों को एक बेहतर व्यवसाय प्रदान कर सकते हैं।(हम हमारे छात्रों द्वारा निर्मित वस्त्र श्रमदान ब्रांड के अंतर्गत विक्रय करने की जिम्मेदारी भी लेते हैं) प्रशिक्षण के दौरान 6 महीने तक ₹9000 महीना एवं आवास + भोजन की व्यवस्था निःशुल्क प्रदान की जाएगी साक्षात्कार का दिनांक - रविवार, २ दिसंबर २०१८ स्थान - बीना बारह, जिला सागर मध्य प्रदेश समय - प्रातः ८ बजे (इच्छुक उम्मीदवार अधिक जानकारी प्राप्त करने हेतु नीचे दिए गए लिंक पर आवेदन करें एवं प्रशिक्षण की जानकारी प्रदान करें लिखकर इस व्हाट्सएप नंबर पर भेजें।) https://goo.gl/forms/6XTJFUNSOjZPfjRG2 📞 9981128662 (सजल गोयल)
  16. *विशेष सूचना* आमंत्रण - हथकरघा केंद्र - भव्य शुभारम्भ कल खरगापुर (टीकमगढ़) में, *परम् पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी ससंघ व परम शिष्या आर्यिका प्रशांतमति माता जी ससंघ* के पावन सानिध्य में *हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र* का शुभारम्भ होगा। 14 नवम्बर 2018 दोपहर १ बजे
  17. भव्य शुभारंभ राष्ट्रहितचिंतक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के ससंघ सानिध्य में श्रमदान के तृतीय भव्य विक्रय केंद्र का खजुराहो में होने जा रहा है भव्य शुभारंभ। 4/11/2018 समय सुबह 8:00 बजे आप सभी सादर आमंत्रित हैं
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